प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 मई को गरीबी रेखा के नीचे गुजर-बसर करने वाले पांच करोड़ परिवारों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने की 8,000 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत करेंगे. इस योजना में 1.13 करोड़ उपभोक्ताओं के एलपीजी सब्सिडी छोड़ने से हुई बचत का उपयोग किया जाएगा.

प्रधानमंत्री मोदी 1 मई को उत्तर प्रदेश के बलिया में इस 'उज्ज्वला' योजना की शुरुआत करेंगे और 15 मई को गुजरात के दाहोद में इसी प्रकार का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. प्रधानमंत्री ने समर्थ लोगों को एक वर्ष के लिए रसोई गैस सब्सिडी छोड़ने की अपील के साथ ‘गिव-इट-अप’ अभियान की शुरुआत औपचारिक तौर पर पिछले साल 27 मार्च को की थी. वैसे यह योजना जनवरी 2015 में शुरू की गई थी.

पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा, 'इस अभियान की शुरुआत से अब तक 1.13 करोड़ लोगों ने एलपीजी सब्सिडी छोड़ी है और वे रसोई गैस बाजार भाव पर खरीद रहे हैं.'

इस सूची में महाराष्ट्र सबसे ऊपर है जहां 16.44 लाख ग्राहकों ने सब्सिडी छोड़ी. वहीं उत्तर प्रदेश में 13 लाख लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ी. उसके बाद दिल्ली (7.26 लाख) का स्थान रहा. प्रधानमंत्री का गृह राज्य गुजरात में 4.2 लाख जबकि प्रधान के गृह राज्य ओडिशा में 1.3 लाख लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ी. प्रधान ने कहा, 'गैस सब्सिडी छोड़ने वालों में पांच राज्य महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक और तमिलनाडु का योगदान करीब आधा है.'

 

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