विपक्ष के अलावा अब देश की ई कॉमर्स कंपनियों को भी जीएसटी के नियमों पर ऐतराज जताने लगी है. जीएसटी के टीसीएस नियम पर फ्लिपकार्ट, स्नैपडील और ऐमजॉन इंडिया ने विरोध जताया है. पहली बार ऐसा हुआ है कि ई कॉमर्स की कंपनियां एकजुट होकर टैक्स कलेक्शन एट सोर्स प्रस्ताव का विरोध कर रही हैं. आमतौर पर ये कंपनियां एक दूसरे के खिलाफ ही नजर आती हैं.

देश की अग्रणी ऑनलाइन रिटेल कंपनियों फ्लिपकार्ट, स्नैपडील और ऐमजॉन ने जीएसटी कानून के ड्राफ्ट में स्रोत पर टैक्स कटौती (टीसीएस) के नियमों पर चिंता जताई है. टीसीएस (टैक्स कलेक्शन ऐट सोर्स) के तहत ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस में विक्रेता को किए जाने वाले भुगतान का एक हिस्सा सरकार के पास जमा कराना होगा. कंपनियों का कहना है कि इससे सालाना 400 करोड़ रुपये की राशि फंस जाएगी.

देश में टैक्स नीतियों को लेकर पारदर्शी बनाने के लिए सरकार जीएसटी लागू करने पर आमादा है. बजट में भी वित्त मंत्री ने आत्मविश्वास के साथ 1 अप्रैल से जीएसटी लागू करने की बात कही थी.

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