विभिन्न कंपनियों के भिन्नभिन्न मौडल्स की कारों की मौजूदगी के बीच विदेशी कंपनी निसान अपने एक पुराने मौडल को भारतीय रंगढंग दे कर बाजार में पेश करने जा रही है. ‘डैटसन गो’ नाम से आने वाली इस कार के बारे में जानते हैं कुछ विशेष :
जानीमानी कार निर्माता कंपनी निसान एक ऐसे मौडल को पेश करने जा रही है जिसे उस ने लगभग 27 वर्ष पहले बनाना बंद कर दिया था. उस मौडल की उस वक्त अमेरिका में धूम मची थी. जी हां, हम बात कर रहे हैं डैटसन गो की, जिसे भारत, इंडोनेशिया, रूस, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील के बाजारों के लिए नया रूप दिया जा रहा है. डैटसन गो नाम से कार का यह मौडल अगले साल मार्चअप्रैल में सड़कों पर दौड़ता देखा जा सकता है.
कार को मारुती के अल्टो, ऐ-स्टार व एस्टिलो, शेवरले की स्पार्क और हुंडई की सैंट्रो, आई 10 से मुकाबले के लिए बाजार में उतारा जा रहा है. डैटगो में निसान के एक अन्य मौडल माइक्रा की अनेक खूबियां होंगी. मजे की बात यह है कि डैटसन का डैटगो मौडल करीब एक सदी पहले 1914 में भी अमेरिका में खासा मशहूर था. नया मौडल ह्वीलबेस अल्टो के मुकाबले ज्यादा चौड़ा होगा. चौड़ाई और ऊंचाई माइक्रा से कुछ कम होगी पर लंबाई इस से 5 मिमी ज्यादा रखी गई है. कार के बाहरी डिजाइन को सुंदर व आकर्षक बनाया गया है. कुल मिला कर यह कार छोटे परिवार की जरूरतों के अनुरूप होगी. कार में सुरक्षा मानकों का भी पूरापूरा खयाल रखा गया है.
कार की अंदरूनी साजसज्जा की बात करें तो इस में ड्राइवर समेत 5 लोग आसानी से बैठ सकते हैं. गियर और हैंडब्रेक को डैशबोर्ड के साथ फिट किया गया है ताकि गियर बदलते समय ड्राइवर का ध्यान न भटके. आगे की सीट के साथ पर्याप्त जगह रखी गई है ताकि छोटामोटा सामान रखा जा सके. साथ ही, सवारियों को पैर फैलाने के लिए भी पर्याप्त जगह है. सिर और छत के बीच भी पर्याप्त दूरी रखी गई है. कार को चलाने के लिए 1.2 लिटर का 3 सिलेंडर वाला आधुनिक इंजन है जो 7-10 बीएचपी शक्ति उत्पन्न करता है. कार का शतप्रतिशत उत्पादन भारत में किया जाएगा और इस की कीमत रखी गई है 4 लाख रुपए से कम. यानी मध्यवर्गीय उपभोक्ताओं की जेब व जरूरतों के अनुरूप. कार के आगे लगी जाली का डिजाइन भी भारतीय परंपराओं के अनुरूप रखा गया है. कुल मिला कर यह कहा जा सकता है कि विदेशी नाम वाली डैटसन पूरी तरह से भारतीय कार होगी. लेकिन इस के लिए आप को 6-7 महीने इंतजार करना पड़ेगा.