नोट बैन के बाद से ही विशेषज्ञ लोन दरों में कटौती का अनुमान लगा रहे थे. सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के करीब आधे दर्जन बैंकों ने मानक ब्याज दर में 1.48 प्रतिशत तक की कटौती की है. नोटबंदी के बाद जमा में वृद्धि के बाद बैंकों के इस कदम से मकान, गाड़ी और कंपनी कर्ज सस्ता होगा.

भारतीय स्टेट बैंक के बाद आईसीआईसीआई बैंक तथा सार्वजनिक क्षेत्र के ओरिएंटल बैंक आफ कामर्स तथा आंध्रा बैंक ने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में कटौती की सोमवार को घोषणा की.

एसबीआई ने ब्याज दरों में 0.9 प्रतिशत कटौती की घोषणा की है जिसके बाद इस बैंक की ब्याज दर 8.00% हो गयी है. पीएनबी ने ब्याज दरों में 0.7 फीसदी की कटौती की है जिसके बाद यहां ब्याज दर 8.45% रह गई है. SBI ने महिलाओं को दिए जाने वाले 75 लाख रुपये तक के कर्ज की ब्याज दर भी 9.1 फीसदी से घटाकर 8.6 फीसदी कर दी है.

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक देना ने भी ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की कटौती कर लोन अमाउंट पर ब्याज दर 8.55% कर दी है. इसके आलावा सार्वजानिक क्षेत्र के ही बैंक ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स ने भी ब्याज दरों में 0.8% की कटौती कर दी है जिसके बाद यहां ब्याज दर 8.60% हो गयी है.

आंध्रा बैंक ने 0.8% जिसके बाद इसकी ब्याज दर 8.65%, यूबीआइ ने 0.9% जिसके बाद इसकी ब्याज दर 8.65% और बंधन बैंक ने 1.48% जिसके बाद अब इसकी ब्याज दर 10.52% रह गई है. बैंकों की ओर से ब्याज दरों में कटौती का उद्योग जगत ने स्वागत किया है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...