आईबीएम (इंटरनेशनल बिजनेस मशीन कौर्पोरेशन) ने अपने एक प्रोग्राम में एक माइक्रो कंप्यूटर को सबके सामने रखा. आईबीएम का दावा है कि यह दुनिया का सबसे छोटा कंप्यूटर है. कंपनी का कहना है कि इस डिवाइस में एक चिप लगी है. इसके अंदर प्रोसेसर, मेमोरी और स्टोरेज सहित पूरा कंप्यूटर सिस्टम मौजूद है. इस कंप्यूटर का आकार नमक के दाने के बराबर है.

एंटी फ्रौड डिवाइस

कंपनी का दावा है कि माइक्रो कंप्यूटर यानी ये डिवाइस एक एंटी फ्रौड डिवाइस है. जिससे डिजिटल फिंगरप्रिंट से रोजमर्रा की वस्तुओं में एम्बेडेड किया जा सकता है. इसका मकसद ऐसी तकनीक विकसित करना है, जिससे उत्पाद पर तकनीक की मदद से वाटर मार्क लगाया जा सके. इससे चोरी और धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी.

क्रिप्टो एंकर प्रोग्राम डिवाइस

वन स्वायर मिलीमीटर साइज की इस डिवाइस को आईबीएम ने "क्रिप्टो एंकर प्रोग्राम" के तहत तैयार किया है. यही वजह है कि इसे एंटी फ्रौड डिवाइस का नाम दिया गया है. कंपनी का दावा है कि इस डिवाइस की मदद से फैक्ट्री से निकलने से लेकर उपभोक्ता तक पहुंचने के बीच में प्रोडक्ट से होने वाली छेड़छाड़ को रोका जा सकता है. इस डिवाइस की मदद से काला बाजारी और खाद्य समस्याओं से निपटने के लिए उत्पाद में क्रिप्टोग्राफिक्स एंकर लगाए जा सकते हैं. जिससे सप्लाई चेन में होने वाली गड़बड़ी को तुरंत पकड़ा जा सकता है.

1 लाख ट्रांजिस्टर मौजूद

आइबीएम की इस डिवाइस में छोटी सी रेंडम एक्सेस मेमोरी, एलईडी, फोटो डिटेक्टर, फोटोवोल्टिक सेल के साथ 1 लाख ट्रांजिस्टर हैं. ये कंप्यूटर इतना छोटा और सस्ता है कि इसे कभी भी और कहीं भी रखा जा सकता है. कंपनी ने कहा कि इसे असिस्टेंट कंपनियों को लक्ष्य कर पेश किया गया है ताकि वे अपने ब्रांड की विश्वसनीयता को विस्तृत कर सकें और उपभोक्ताओं के अनुभव को बेहतर कर सकें.

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