तंबाकू स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, यह चेतावनी तंबाकू के सेवन से होने वाले नुकसान के प्रति बड़ी आबादी को प्रभावित कर चुकी है और यह नारा जनजन की जबान पर चढ़ चुका है. तंबाकू के प्रति इसी चेतावनी के असर के प्रभाव को देखते हुए सरकार ने सिगरेट तथा बीड़ी के पैकेट पर 85 प्रतिशत हिस्से तक उस के सेवन के दुष्प्रभाव का चित्र छापने का फैसला लिया था और अप्रैल 2016 से इसे अनिवार्य कर दिया था. लोगों की इस पर प्रतिक्रिया को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय उत्साह से एक कदम आगे बढ़ कर सभी पैकेटों पर टोलफ्री हैल्पलाइन नंबर छापने की योजना पर काम कर रहा है. इस हैल्पलाइन नंबर पर फोन करने से तंबाकू की लत छुड़ाने तथा इस से होने वाले दुष्प्रभाव की जानकारी दी जाएगी.
एक सरकारी आंकड़े में कहा गया है कि देश में 2017 में तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों की संख्या 6 प्रतिशत घटी है और अब यह 34.6 फीसदी रह गई है. हालांकि अब भी 19 प्रतिशत पुरुष, 2 प्रतिशत महिलाएं तथा 10.7 प्रतिशत वयस्क धूम्रपान का सेवन कर रहे हैं. जबकि 26.6 फीसदी पुरुष, 12.8 फीसदी महिलाएं और 21.4 प्रतिशत वयस्क अन्य रूप में तंबाकू का सेवन कर रहे हैं.
सरकार को उम्मीद है कि हैल्पलाइन 1800227787 के सभी तंबाकू पैकेटों पर छपने से तथा अन्य चेतावनी लिखी जाने से तंबाकू का सेवन करने वालों की संख्या में कमी आएगी.
इन उत्पादों की कीमत बढ़ाने का तंबाकू उत्पाद करने वाले किसान विरोध कर रहे हैं और उन का कहना है कि इस पर रोक लगनी बंद होनी चाहिए क्योंकि इस से उन का कारोबार अत्यधिकरूप से प्रभावित हो रहा है.
बहरहाल, तंबाकू स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और इस के इस्तेमाल को कम करने के लिए प्रभावी पहल आवश्यक है. सिगरेट और बीड़ी के बंडल पर जब उस के 85 फीसदी स्थान तक धूम्रपान के दुष्प्रभाव संबंधी चित्र छापने को कहा गया था तो उस का भी जम कर विरोध हुआ था लेकिन अब इस के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं.