बैंकों को ले कर तरहतरह की अफवाह का बाजार इन दिनों गरम है. सोशल मीडिया पर यह खबर सब को परेशान कर रही थी, लेकिन इसी बीच कुछ टीवी चैनलों के सूत्रों का हवाला दे कर खबर देते हुए इस हवा को और गंभीर बना दिया. खबरों में कहा गया है कि सरकार की योजना कुछ सरकारी बैंकों को बंद करने की है और बैंकों में जमा राशि पर सरकार की निगाह है.

सरकार ने इन आशंकाओं को खारिज करते हुए स्पष्ट किया है उस की योजना किसी बैंक को बंद करने की नहीं है और बैंक खातों में जमा लोगों का पैसा सुरक्षित है. देश में सरकारी क्षेत्र के 21 बैंक हैं और इन में बैंकों में जमा कुल धन का 70 प्रतिशत हिस्सा है. उन में 61 प्रतिशत धन जन सामान्य का है. इन बैंकों में जनता का 1.1 लाख करोड़ रुपए जमा है. अफवाह थी कि सरकार की योजना ऐसे बैंकों को बंद करने की है.

यह अफवाह सरकारी क्षेत्र के बैंक औफ इंडिया को सर्वाधिक कर्ज बांटने के बाद अब कर्ज नहीं बांटने की रिजर्व बैंक की हिदायत के बाद फैली, इस के साथ ही केंद्रीय बैंक ने आईडीबीआई, यूको बैंक तथा इंडियन ओवरसीज बैंक के खिलाफ निगरानी बढ़ा दी थी. सरकार के इस कदम से बैंकों को ले कर सोशल मीडिया पर तरहतरह की अफवाहों को बल मिला और कई लोगों के लिए ये अफवाहें सिरदर्द बन गईं.

दिक्कत तब बढ़ी जब कुछ चैनलों ने इस को ले कर खबर फैलाई. आम आदमी अब भी खबरों पर विश्वास करता है, लेकिन इस तरह की बेसिरपैर वाली खबरों से उस के विश्वास को धक्का लगता है इसलिए न्यूज चैनलों पर भी नकेल कसने की जरूरत है.

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