भारत में पहली बार जीवन बीमा और वाहन बीमा के तर्ज पर अब साइबर क्राइम से बचने के लिए भी बीमा खरीदा जा सकता है. साइबर बीमा के अंतर्गत आपको औनलाइन धोखाधड़ी से होने वाला आर्थिक नुकसान, पहचान की चोरी, साइबर स्टौकिंग और वसूली, फिशिंग और मालवेयर अटैक से होने वाले नुकसान को शामिल किया जाएगा.

यह साइबर सेफ पालिसी बजाज एलियांस जनरल इंशोरेंस ने पेश की है. इसके जरिये कंपनी का मकसद निजी तौर पर इंटरनेट और ई-कामर्स का इस्तेमाल करने वाले लोगों को मदद पहुंचाना है. बताते चलें कि बिजनेस के लिए साइबर लाएबिलिटी कवर कई वर्षों से बाजार में है.

मगर, अभी तक निजी रूप से अपने लिए कोई व्यक्ति इसे नहीं खरीद सकता था. बजाज एलियांस के मैनेजिंग डायरेक्काटर और सीईओ तपन सिंहल ने बताया कि यह अपनी तरह का पहला कवर है, जो ग्राहकों के लिए बढ़ते और बदलते खतरों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है.

कुछ दशक पहले तक जेब कट जाना सबसे बड़ा खतरा हुआ करता था. इस दौर में जेबकतरों के खिलाफ कवर देने वाली पालिसी कारगर नहीं होगी क्योंकि बड़ा खतरा साइबर क्राइम है. तपन ने कहा कि आज के डिजिटल दौर में काफी संख्या में डेटा स्टोर करने के साथ ही उसका आदान-प्रदान भी हो रहा है. इसके चलते साइबर खतरे भी बढ़ गए हैं.

पालिसी एक लाख से एक करोड़ रुपए तक का बीमा देगी, लेकिन इसके प्रीमियम के बारे में अभी तक कंपनी ने कोई जानकारी नहीं दी है. अधिकारियों ने बताया कि प्रीमियम इस आधार पर तय किया जाएगा कि कोई व्यक्ति कितना समय औनलाइन बिताता है.

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