रेल पटरियों और सड़कों पर यातायात का दबाव अब काफी बढ़ गया है. चौड़ीचौड़ी सड़कों पर जाम लगा रहता है और गाडि़यों की संख्या बढ़ने के दबाव में रेलें भी समय पर नहीं चल पा रही हैं. इस स्थिति में यातायात की व्यवस्था में बदलाव आवश्यक है, इसलिए सरकार हवाईर् यातायात को बढ़ावा देने पर तेजी से काम कर रही है.
सस्ती दर की हवाईसेवा देने वाली एयरलाइंस कम दाम पर लोगों को उन के लक्ष्य स्थल पर पहुंचा रही हैं. इस में लोगों की रुचि को देखते हुए सरकार ने देश के बेकार पड़े 50 हवाईअड्डों का पुनरुद्धार करने का फैसला किया है. इन हवाई पट्टियों पर विमानन सेवा को शुरू कर के छोटे शहरों को यातायात से जोड़ना है. बेकार पड़े इन हवाईअड्डों को वित्तवर्ष 2017-18 तथा 2018-19 में 15-15 और वित्तवर्ष 2019-20 में शेष 20 पट्टियों को सेवा के लिए उपयोगी बनाया जाना है.
मतलब कि छोटे शहरों में हवाई यातायात शुरू करने के लिए उठाए गए इन प्रयासों के तहत जल्द ही छोटे शहरों और कसबों के लोग भी हवाईसेवा का लाभ ले सकेंगे. इस कदम से न सिर्फ छोटे शहरों का विकास होगा बल्कि वहां आर्थिक गतिविधियों को ज्यादा प्रभावी तरीके से संचालित किया जा सकेगा और लोगों को सड़कों की भीड़ तथा रेलों की थकाऊ यात्रा से बचाया भी जा सकेगा.