चंडीगढ़ निवासी निर्माता, निर्देशक व अभिनेता वाईन उर्फ विनय अरोड़ा इन दिनों काफी परेशान हैं. मशहूर अभिनेता फरहान अख्तर की महज एक छोटी सी जिद के चलते विनय अरोड़ा को लाखों रूपए की चपत लगने जा रही है. वास्तव में मार्च 2019 में विनय अरोड़ा ने चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके हिंदी फीचर फिल्म ‘जी ले जरा‘ के निर्माण की घोशणा कर शूटिंग शुरू करने की तैयारी में लग गए.

विनय अरोड़ा अपनी इस फिल्म के माध्यम से महिलाओं के बर्ताव व उनके रवैये आदि को लेकर पुरूश सशक्तिकरण की बात करना चाहते हैं. उनकी राय में महिलाओं के ऊपर तो काफी फिल्में बनी और महिला सशक्तिकरण की बातें भी होती हैं. लेकिन पुरुष इम्पॉवरमेंट की बात कभी भी नहीं होती है. लेकिन जब तक वह शूटिंग शुरू करते तब तक कोरोना महामारी के चलते लॉक डाउन लग गया और सब कुछ ठप्प पड़ गया.

कोरोना महामारी व लॉक डाउन के शिथिल होने पर जैसे ही विनय अरोड़ा ने अपनी फिल्म ‘‘जी ले जरा’’ की शूटिंग शुरू करनी चाही, तो उन्हें खबर मिली कि मशहूर निर्माता निर्देशक व अभिनेता फरहान अख्तर ने उन्हीं के फिल्म के नाम पर यानि ‘जी ले जरा‘ नामक फिल्म बनाने की घोषणा कर दी. इससे निर्माता निर्देशक व अभिनेता वाईन अरोड़ा सदमे में आ गए और काफी परेशान है. जिसके कारण वाईन अरोड़ा के मित्र व निर्देशक गुरुदेव अनेजा ने उन्हें मीडिया के जरिए अपनी बात पहुंचाने की सलाह दी.

इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए वाईन उर्फ विनय अरोड़ा ने कहा- ‘‘हम लोग नए थे. हमने फिल्म बनाने का ऐलान चंडीगढ़ में मार्च 2019 में कर दिया था. उस वक्त हमने सोचा था कि जब हम मुंबई जाएंगे, तो इम्पा में जाकर फिल्म का टाइटल रजिस्टर करवा लेंगे. फिर हमने यह भी सोचा कि हमने तो प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिया और हर जगह छप गया, तो अब यह टाइटल हमारा हो गया. अब इस नाम से कोई दूसरा निर्माता फिल्म नहीं बनाएगा. इसलिए हम शांत रहे. इसी बीच कोरोना आ गया और हमारा मुंबई जाना नहीं हुआ. इसलिए टाइटल रजिस्टर करवाना बाकी रह गया. जिसका फायदा फरहान अख्तर ने उठा लिया.‘‘

फरहान अख्तर के संदर्भ में वाईन अरोड़ा कहते हैं- ‘‘वह बड़े लोग हैं. उनकी फिल्मे मुझे काफी अच्छी लगती हैं. उनको शायद पता नहीं होगा कि मैं ‘जी ले जरा‘ नाम से फिल्म की तैयारी कर चुका हूं और करीब तीन साल पहले ही इसके लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस इत्यादि भी कर चुका हूं.

मैं फरहान अख्तर जी से निवेदन करता हूं कि वह यह टाईटल मुझे देने की कृपा करें. क्योंकि मेरी पूरी फिल्म के लिए यह सबसे उचित टाइटल है. हमने इस पर कई लाख रूपए खर्च कर दिए हैं. जबकि फरहान जी की फिल्म अभी शुरुवाती चरण में है. मैं अपनी फिल्म के प्रचार, लेखन व बाकी चीजों पर लाखो खर्च किया और मैं इतना बड़ा इंसान नहीं हूं कि फिर से दुबारा लाखों खर्च कर पाउंगा. यदि फरहान अख्तर जी यह टाइटल दे देते हैं, तो उनका तो कुछ नहीं जाएगा. लेकिन मेरे लाखों बर्बाद होने से बच जाएंगे.

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