समीक्षाः
वेब सीरीजः
रेटिंग: ढाई स्टार
निर्माताः शरद मरार
निर्देषकः शंकर के मार्तंड
कलाकार:स्नेहा उलाल,मधु शालिनी, विश्वा,अली रजा,श्रृद्धा कक्कड़ व अन्य.
अवधिः पांच घंटे सात मिनट,24 से 48 मिनट के दस एपीसोड
ओटीटी प्लेटफार्म:जी 5
प्यार,धोखा,विश्वास और प्रतिशोध के इर्द गिर्द घूमने वाली अपराध व रहस्य रोमांच कथा प्रधान वेब सीरीज ‘‘एक्सपायरी डेट’’ लेकर आए हैं फिल्मकार शंकर के मार्तंड. जिसके 24 मिनट से 48 मिनट तक के दस एपीसोड हिंदी में दो अक्टूबर से ‘‘जी 5’’पर और तेलगू में नौ अक्टूबर से देखा जा सकता है.
एक दंपति की शादी की सालगिरह के दिन ऐसा अजीब मोड़ आता है कि सच्चा प्यार,नफरत और हत्या मंे बदल जाता है.फिर शुरू होता है अपराधी और पुलिस के बीच चूहे बिल्ली का खेल.हर एपीसोड में कुछ अप्रत्याशित मोड़ आते हैं,मगर ‘सोनी टीवी पर ‘‘क्राइम पेट्ोल’’देखने वालों को कुछ भी नया नही लगेगा.कुछ एपीसोड 24 से 28 मिनट के हंै,तो कुछ एपीसोड 39 व 48 मिनट के भी हैं.पूरी सीरीज खत्म करने के लिए पांच घ्ंाटे सात मिनट का वक्त चाहिए.
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कहानीः
कहानी शुरू होती है साफ्टवेअर कंपनी ‘‘वी सोल्यूशन’’के युवा मालिक विश्वा(टोनी लुक)के आफिस से.आफिस में ही पता चलता है कि विश्वा ने दिशा(मधु शालिनी) से प्रेम विवाह किया है और आज उनकी शादी की सालगिरह है,जिसके लिए रात्रि भोज के लिए दिषा ने एक होटल में टेबल बुक किया है.वहीं पता चलता है कि दिशा अक्सर आकाश को फोनकर लंबी रकम अपने खाते में ट्ांसफर करवाती रहती है.आकाश,विश्वा का बचपन का दोस्त है और साथ में काम करता है.उस दिन बारह लाख रूपए ट्ांसफर होते हैं.शादी की सालगिरह का जश्न मनाकर होटल से निकलते समय पार्किंग लाॅट में एक मोटर बाइक सवार से दिशा का झगड़ा हो जाता है.वह मोटर बाइक सवार दिशा को धमकी देकर चला जाता है,जिससे रात भर विश्वा को नींद नहीं आती.सुबह जब वह अपने घर से अपनी गाड़ी में बैठकर निकल रहा होता है,तो देखता है कि रात वाला बाइक सवार उसी के घर जा रहा है.विश्वा आफिस जाने की बजाय वापस अपने घर लौटता है,तो उसे सबसे बड़ा सच पता चलता है कि रात वाला युवक दिशा का प्रेमी सनी(अली रजा)है.विश्वा छिपकर अपनी आॅंखो से सनी के संग दिशा को शारीरिक/सेक्स संबंध बनाते हुए आनंद विभोर होेते देखता है.इससे उसे बड़ी कोफ्त होती है.उसका सच्चा प्यार नफरत में बदल जाता है.वह आत्महत्या करने का प्रयास करता है,पर कुछ लोग बचा लेते हैं.आफिस में अपनी सेके्रटरी मोनिका से दुःख बांटते हुए अपने जीवन की घटना को एक दोस्त की घटना बताता है.इस पर मोनिका कहती है कि उनके दोस्त को आत्महत्या नही ंकरनी चाहिए,बल्कि मरना तो उसकी पत्नी को चाहिए.
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अब विश्वा,दिशा को मौत के घट उताकर कर उसकी मौत के लिए सनी को आरोपी बनाकर जेल भिजवाने की योजना बनाता है.उधर दिशा,सनी के साथ मिलकर विश्वा को हमेशा के लिए खत्म करने की योजना बनाते हैं.दिशा,विश्वा को बताती है कि 17 दिसंबर को उसकी दोस्त अग्रवाल की पुणे में शादी है,जहंा उसे जाना है.तो विश्वा 17 दिसंबर को ही दिशा को नींद में सुलाने की योजना बना लेता है.सब कुछ ठीक ही चल रहा होता है.पर अचानक पुणे के लिए निकलते समय दिशा व विश्वा के बीच बहस हो जाती है और कुछ ऐसा होता है,कि दिशा मर जाती है.तभी दरवाजे पर दिशा की बहन निशा आ जाती है,पर निशा को घर के अंदर आने देने से पहले विश्वा,दिशा की लाश को छिपा देता है.फिर चपुचाप रात के अंधेरे में लोनावला के अपने फार्म हाउस में जाकर दफना देता है.दूसरे दिन जब विश्वा व निशा बांदरा पुलिस स्टेशन में दिशा के गायब होने की रपट लिखाने जाते हैं,तो वहां पर सनी की पत्नी सुनीता(स्नेहा उलाल )अपने पिता के साथ सनी के गायब होने की रपट लिखाने आयी होती है.विश्वा दूसरे दिन सुनीता से मिलता है और उससे सनी का सच उगलवाता है,फिर सनी की लाश को भी सुनीता के ही साथ जाकर अपने फार्म हाउस में दफनवा देता है.डीसीपी देवा मामले की जांच करता है.सुनीता व विश्वा सहित कुछ लोगों के बयान व सनी व दिशा के फोन की जानकारी के आधार पर पाया जाता है कि सनी व दिशा के बीच प्रेम संबंध रहे हैं,इसलिए दोेनों एक साथ गायब.तब पुलिस जाॅंच बंदं हो जाती है..इसके बाद पता चलता है कि विश्वा व सुनीता ने जो कुछ किया है,उसकी जानकारी सबूतोें के साथ एक काॅटै्क्ट किलर को है.वह उसे चुपचाप रहने के लिए लाखांे रूपए देते हैं.इसी बीच पुलिस को गाड़ी के अलावा फार्म हाउस से दिशा व सनी की लाश मिलती है.मामला तेजी से कई मोड़ लेता है.अंततः काॅट्ैक्ट किलर व विश्वा मारे जाते हैं.
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निर्देशनः
जो दर्शक हर दिन सोनी टीवी पर ‘‘क्राइम पेट्ोल’’जैसा अपराध पर आधारित कार्यक्रम देखते हैं,उन्हे वेब सीरीज ‘‘एक्सपायरी डेट’’ के शुरूआती एपीसोड काफी ढीले,सुस्त व निराशाजनक लगेंगे.उसके बाद दो चार एपीसोड कुछ रोचक हैं.मगर अहम सवाल यह है कि क्या इंसानी रिश्तों,पति पत्नी के बीच के रिश्तों की भी किसी वस्तु की भंाति ‘‘एक्सपायरी डेट’’होती है?मगर यह अपराध कथा तो रिश्तांे की एक्सपायरी डेट की ही बात कर रही है.कहानी कई जगह भटक गयी है. कहानी वही घिसी पिटी एक्सट्रा मार्शल अफेयर के ऊपर है जिस पर हजारों फिल्मेंं बन चुकी हैं.पटकथा और निर्देशन भी कमजोर है.यहा तक कि कैमरामैन भी अपना कौशल दिखाने में असफल रहे हैं.
अभिनयः
जहां तक अभिनय का सवाल है,तो सुनीता के किरदार में स्नेहा उलाल न सिर्फ खूबसूरत लगी हैं,बल्कि एक मासूम चेहरे के पीछे की कुटिलता व साजिशकर्ता के रूप मंे बेहतरीन अभिनय किया है.टोनी लुक,मधुशालिनी व अली रजा का अभिनय ठीक ठाक है.