फिल्म ‘हम आपके हैं कौन, ‘हम साथ-साथ हैं’,'विवाह' और ‘प्रेम रतन धन पायो’ जैसी बेहतरीन फिल्में बनाने वाले हिंदी फिल्म जगत के मशहूर फिल्म निर्माता राजकुमार बड़जात्या का निधन गुरुवार की सुबह मुंबई के सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन हौस्पिटल में हुआ. वे एक सहज और सुलझे हुए और हंसमुख इंसान थे और बहुत ही सहजता से सामाजिक विषयों पर साफ-सुथरी फिल्म बनाने में विश्वास रखते थे. उनका कहना था कि मैं ऐसी फिल्में बनाता हूं, जिसे पूरा परिवार साथ बैठकर देख सके. उनकी अनुपस्थिति से हिंदी सिनेमा जगत को काफी आघात लगा है. उनकी इस विरासत को उन्होंने अपने बेटे सूरज बड़जात्या को दिया है और हमेशा उनके साथ किसी भी फिल्म या टीवी सीरियल के प्रमोशन पर साथ खड़े दिखते थे और अपने आनंद को वे सभी पत्रकारों के साथ साझा किया करते थे.

राजश्री प्रोडक्शन बैनर तले फिल्में प्रोड्यूस करने वाले राजकुमार बड़जात्या ‘राजबाबू’ के नाम से भी जाने जाते थे. वे एक अच्छे पटकथा लेखक भी थे. वे हमेशा नए टैलेंट पर विश्वास रखते थे. सलमान खान को सुपरस्टार बनाने वाले राजकुमार बड़जात्या ही थे. उनके द्वारा दिया गया ‘प्रेम’ नाम से वे काफी मशहूर हुए और उन्हें स्टारडम मिला. यही वजह है कि आज भी सलमान राजश्री प्रोडक्शन के किसी भी औफर को ठुकराते नहीं हैं.

इतना ही नहीं, उनका ‘दिल्ली प्रेस’ से काफी गहरा नाता था, वे दिल्ली प्रेस के नियमित सबस्क्रिप्शन लिया करते थे और कई बार वे ‘दिल्ली प्रेस’ के सर्कुलेशन विभाग में खुद आकर चुपचाप कहानियां ढूंढते  थे. एक बार खड़े खड़े मैंने जब उनसे इस बारे में पूछा, तो उन्होंने बताया था कि ‘दिल्ली प्रेस’ की सारी पत्रिकाओं की कहानियां बहुत ही अलग और समाज सुधारक होती हैं. इसमें रिश्तों और उनके संबंधों को बहुत ही बारीकी से समझाया जाता है. जिसे मैं फिल्मों में दिखाना पसंद करता हूं और ये जिम्मेदारी हम सबकी है, ताकि हमारी नयी जेनरेशन इसकी अहमियत को समझ सके. इन्ही कहानियों को पढ़कर मैंने कई कांसेप्ट तैयार किये हैं और फिल्में बनाई हैं. खासकर पत्रिका ‘सरिता’ को वे अधिक पढ़ते थे. उन्होंने यह भी कहा था कि इसके लिए मैं इस पब्लिकेशन हाउस की सारी टीम को धन्यवाद हमेशा देता हूं. उनका निधन हिंदी सिनेमा के लिए बहुत बड़ी क्षति है.

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