इन दिनों टीवी पर बच्चों के लिए प्रसारित हो रही एनीमेशन फिल्में व एनीमेशन सीरीज काफी लोकप्रियता बटोर रही हैं. जब से धीरज बेरी निर्देशित व केतन मेहता की कंपनी द्वारा निर्मित बाल एनीमेशन सीरीज ‘‘मोटू पतलू’’ ने सफलता के नए रिकार्ड कायम किए हैं, तब से इस तरह के विषयों पर कई एनीमेशन सीरीज बन रही हैं. इसी के चलते इन दिनों ‘हंगामा टीवी’ पर प्राइम टाइम स्लाट दोपहर ढाई बजे मशहूर कार्टूनिस्ट सुखवंत कलसी लिखित व धीरज बेरी निर्देशित बाल सुपर हीरो वाली एनीमेशन सीरीज ‘‘बुरे काम का बुरा नतीजा क्यों भई चाचा हां भतीजा’’ के नाम से प्रसारित हो रहा है, जिसे लोग ‘चाचा भतीजा’ भी कह रहे हैं.
एनीमेशन सीरीज ‘‘बुरे काम का बुरा नतीजा क्यों भई चाचा हां भतीजा’’ के लेखक सुप्रसिद्ध कार्टूनिस्ट व टीवी के ‘मूवर्स एंड शेकर्स’, ‘जानी आला रे’, ‘कामेडी नाइट्स विथ कपिल’, ‘राजू हाजिर हो’, ‘नानसेंस अनलिमिटेड’, ‘फंजाबी चक दे’, ‘लाफ्टर चैलेंज’ और ‘कामेडी सर्कस’ सहित कई बडे़ कामेडी सीरियलों के लेखक सुखवंत कलसी हैं. सुखवंत कलसी ने 34 साल पहले एक एक्शन कामिक हीरो की रचना की थी और वह कामिक हीरो सीक्रेट एजेंट 005 जूनियर जेम्स बान्ड अपने चाचू बलवंत राय चौधरी के साथ मिलकर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाता है.
हास्य सीरियल लिखते लिखते बच्चों के लिए एनीमेशन सीरीज की तरफ मुड़ने के सवाल पर सुखवंत कलसी कहते हैं-‘‘मैं बच्चों की एक लोकप्रिय पत्रिका का करीब तीस साल से संपादन कर रहा हूं. बच्चों के साथ मेरा काफी करीबी रिश्ता रहा है. इसीलिए अब मैं टेलीवीजन पर बच्चों के लिए काम कर रहा हूं.’’
आगे की योजना की चर्चा करते हुए सुखवंत कलसी ने कहा- ‘‘करीब तीस वर्षों से मूर्खिस्तान कार्टून सीरीज प्रिंट मीडिया के अलावा सोशल मीडिया पर भी काफी पापुलर है. वाट्स्एप्प के जरिए मैं अपने दोस्तों के साथ साथ बालीवुड के कई बडे़ दिग्गजों को मूर्खिस्तान का एक कार्टून डेली पोस्ट करता हूं, जो कि काफी सराहा जाता है. 2017 में मूर्खिस्तान की भी एनीमेशन सीरीज शुरू हो जाएगी. इसके अलावा दो हास्य व रोमांचक फिल्में लिख रहा हूं.’’