किसी ने कहा था कि अफवाहों के बल पर अभिनय कैरियर की नैया पार नहीं की जा सकती. मगर बेचारी दीपिका पादुकोण को तो महज अफवाहों का ही सहारा है. पर अफसोस की बात यह है कि दीपिका पादुकोण अपने प्रचारक या अपने बिजनैस मैनेजर अथवा अपने किसी शुभचिंतक की सलाह पर जो भी अफवाहरूपी गुब्बारा उड़ाती हैं, उस की हवा 2 दिनों में ही निकल जाती है और उन का दांव हर बार खाली जाता है.
फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ के बाद से दीपिका के कैरियर पर काला साया छाया हुआ है. इस साए से छुटकारा पाने के लिए प्रयासरत हैं. आएदिन वे किसी न किसी तरह की खबर को फैला या अफवाह उड़ा कर खुद को सुर्खियों में रखने का प्रयास कर रही हैं. अफसोस यही है कि उन की सारी खबरें या अफवाहें ज्यादा समय तक टिक नहीं पातीं. इतना ही नहीं, इस तरह खुद को सुर्खियों में बनाए रखने के बावजूद उन्हें फिल्म नहीं मिल पा रही है.
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