एकता कपूर के सीरियल ‘‘कसम से’’ में अभिनय कर रातों रात स्टार अदाकारा बनने के बाद प्राची देसाई ने फरहान अख्तर के साथ 2008 में फिल्म ‘‘रॉक ऑन’’ से बौलीवुड में कदम रखा था. उसके बाद से अब तक वह कई फिल्मों में नजर आयी, मगर एक अदाकारा के रूप में उन्हे शोहरत नहीं मिल पायी. यहां तक कि ‘कसम से’ में अभिनय कर उन्होंने जो शोहरत बटोरी थी, वह भी अब धीरे धीरे धूमिल हो चुकी है.
इस बात का अहसास ‘‘रॉक ऑन 2’’ के बाक्स आफिस पर बुरी तरह से पिटने के बाद प्राची देसाई को भी हो चुका है. अब वह पछता रही हैं कि उन्होंने फरहान अख्तर के साथ फिल्म ‘‘रॉक ऑन’’ में ‘नेक्स्ट डोर गर्ल’ का किरदार निभाते हुए करियर क्यों शुरू किया था. वह अब तक अपनी इस ईमेज को तोड़ नहीं पायी हैं.. प्राची देसाई को अब अहसास हो रहा है कि उन्हें बड़े बजट की फिल्मों में ग्लैमरस किरदार निभाने चाहिए . बहरहाल, अब वह प्रेम कहानी प्रधान फिल्मों में अभिनय करना चाहती हैं.
जी हां! यह कटु सत्य है. हाल ही में मीडिया से बात करते हुए प्राची देसाई ने कहा है- ‘‘मैं टीवी से फिल्मों में आयी थी. मुझे पता नहीं था कि पहली फिल्म में जो किरदार निभाएंगे, वह चिपक कर रह जाएगा. 2008 में 19 वर्ष की उम्र में मैंने फिल्म ‘रॉक ऑन’ में एक मीठी सी नेक्स्ट डोर गर्ल का किरदार निभाया था. उसके बाद हर फिल्म में मुझे उसी तरह के किरदार निभाने के मौके मिले. मैं उस ईमेज से बाहर नहीं निकल पायी. किसी फिल्मकार ने मुझे बड़ी फिल्म में ग्लैमरस किरदार निभाने का आफर नहीं दिया. आज भी मेरे पास संजीदा, सीधी सादी लड़की के ही किरदारों के आफर आ रहे हैं. जबकि निजी जिंदगी में मैं इसके विपरीत हूं. गैर फिल्मी परिवार की होने की वजह से फिल्म उद्योग की कार्यशैली से अनभिज्ञ रही हूं. मैं महसूस कर रही हूं कि विद्या बालन की तरह ‘परिणीता’ या कंगना रानौट की तरह ‘गैंगस्टर’ जैसी फिल्में या उस तरह की सशक्त पटकथा वाली फिल्में पाना आसान नहीं है.’
प्राची देसाई ने आगे कहा है-‘‘अब मैं पूर्णरुपेण एक प्रेम कहानी वाली फिल्म का हिस्सा बनना चाहती हूं. अब मैं कुछ अलग तरह के रोचक किरदार निभाना चाहती हंू.’’
प्राची देसाई ने जो कुछ कहा है वह महज उनका पछतावा है या मगरमच्छी आंसू हैं? बौलीवुड और टीवी इंडस्ट्री में सभी जानते हैं कि प्राची देसाई बिना एकता कपूर की सलाह लिए किसी फिल्म से नहीं जुड़ती हैं. एकता कपूर के ही कहने पर प्राची देसाई ने आंख मूंदकर फिल्म ‘रॉक ऑन’ की थी, जिसके निर्देशक एकता कपूर के कजिन अभिषेक कपूर थे. एकता कपूर निर्मित फिल्म ‘वंस अपान ए टाइम इन मुंबई’ भी की. इतना ही नहीं एकता कपूर निर्मित व मोहित सूरी निर्देशित फिल्म ‘‘एक विलेन’’ में अपने आपको अति ग्लमैरस दिखाने के लिए अति बोल्ड आइटम नंबर भी किया था. जिसका उन्हे कोई फायदा नहीं मिला था. उसके बाद प्राची देसाई ने एकता कपूर निर्मित असफल फिल्म ‘अजहर’ भी की. इसके अलावा भी जो फिल्में प्राची देसाई ने की, वह सभी एकता कपूर के करीबियों की ही रही हैं. तो क्या यह माना जाए कि एकता कपूर के कैंप के अलावा कोई दूसरा फिल्मकार प्राची देसाई को अपनी फिल्म से नहीं जोड़ना चाहता या प्राची देसाई खुद ही एकता कपूर की मर्जी के बिना किसी फिल्म से नहीं जुड़ती?
इससे यह बात साफ होती है कि फिल्मकारों की कहीं कोई गलती नही है. सारी गलती प्राची देसाई की है. और अब वह बेवजह पछतावे का ढोंग कर रही हैं? सच यह है कि प्राची देसाई खूबसूरत हैं. मगर महज खूबसूरती के बल पर अभिनय की उंचाईयों को नहीं छुआ जा सकता…..