मध्य प्रदेश के छोटे से कसबे की इस लड़की को बचपन से ही फैशन से बहुत लगाव था. डाक्टर पापा चाहते थे कि लाडली भी डाक्टर बन कर उन का हौस्पिटल संभाले पर कृतिका का मन तो कहीं और रमा था. डाक्टरी की पढ़ाई पढ़ने के लिए कोटा भेजा गया, लेकिन पढ़ाई बीच में ही छोड़ कर फैशन डिजाइनर बनने दिल्ली आ गईं.

निफ्ट में पढ़ाई के दौरान ही मौडलिंग का जो शौक लगा वह मुंबई आ कर फिल्म इंडस्ट्री में पूरा हुआ. पढ़ाई के दौरान ही पहला शो ‘यहां के हम सिकंदर’ में काम कर चुकीं कृतिका ने ‘कितनी मुहब्बत है’ और ‘कुछ तो लोग कहेंगे’ जैसे धारावाहिकों से दर्शकों के बीच काफी लोकप्रियता हासिल की है. टीवी शोज के साथ ही उन्होंने कई शौर्ट फिल्में भी की हैं, लेकिन छोटे परदे से वे अपना मोह नहीं तोड़ पाईं.

28 साल की कृतिका हमेशा अपनी ड्रैसिंग सैंस को ले कर जानी जाती हैं. इन दिनों वे निर्देशक निखिल सिन्हा के शो ‘चंद्रकांता’ में राजकुमारी चंद्रकांता का रोल कर रही हैं.

पेश हैं शो के प्रमोशन के मौके पर उन से हुई दिलचस्प बातचीत के कुछ अंश:

कभी सोचा नहीं था यहां तक पहुंच पाऊंगी

कृतिका बताती हैं, ‘‘मैं मध्य प्रदेश के एक छोटे से कसबे से हूं. मैं ने सोचा भी नहीं था कि मैं कभी ऐक्ट्रैस बनूंगी. मेरे पापा डाक्टर थे. मैं जब पढ़ाई के लिए दिल्ली आई तब मुझे सिर्फ यह पता था कि या तो मुझे डाक्टर बनना है या फिर फैशन डिजाइनर. ऐक्ट्रैस बनने की सोची ही नहीं थी. लेकिन जब एनएसडी और कमानी में थिएटर देखती तब दिल में कहीं ऐक्टिंग करने की हूक उठती. जब निफ्ट में मैं फैशन डिजाइनर का कोर्स कर रही थी तब शौकिया मौडलिंग भी करने लगी थी. तभी किसी ने कहा था कि तुम्हें एक बार मुंबई जरूर जाना चाहिए. कालेज की छुट्टियों के दौरान वहां गई. ‘यहां के हम सिकंदर’ शो के लिए औडिशन दिया और चुनाव हो गया. जैसे ही पापा को मालूम हुआ तो उन्हें झटका लगा. मैं उन्हें पहले भी झटका दे चुकी थी, क्योंकि उन्होंने मुझे डाक्टर की पढ़ाई के लिए कोटा भेजा था, पर मैं बीच में ही पढ़ाई छोड़ कर फैशन डिजाइनर बनने दिल्ली आ गई थी.’’

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