रेटिंगः चार स्टार

निर्माताः अप्लॉज इंटरटेनमेंट

निर्देशकः साद खान

लेखकः दानिश सैट व साद खान

कलाकार: दानिश सैट, प्रकाश बेलावाडी, विनय चेंदूर, गीताजंली कुलकर्णी, दिशा मदान व अन्य

अवधिः लगभग साढ़े पांच घंटे (लगभग आधे घंटे के दस एपीसोड)

ओटीटी प्लेटफार्मः वूट सेलेक्ट

दानिश सेट की भ्रष्ट राजनेता पर आधारित कन्नड़ भाषा की फिल्म ‘‘हम्बल पोलीटीशियन नागराज’’ ने 2018 में सफलता के झंडे गाड़े थे. अब उसी पर दानिश सैट,साद खान व समीर नायर एक दस एपीसोड की कन्नड़ भाषा में ही वेब सीरीज ‘‘ हम्बल पोलीटीशियन नागराज ’’ लेकर आए हैं, जो कि पांच जनवरी से अंग्रेजी सब टाइटल के साथ ओटीटी प्लेटफार्म ‘‘वूट सेलेक्ट’’ पर स्ट्ीम हो रही है. यह वेब सीरीज वर्तमान समय की राजनीति व राजनेताओं पर हास्य व्यंग युक्त तमाचा है.

कहानीः

यह कर्नाटक राज्य पर आधारित काल्पनिक कहानी है.जहां विनम्र और आत्ममुग्ध राजनेता नागराज (डेनिश सैट) की अपनी ओबीपी पार्टी है. नागराज हमेशा बंदूक लेकर चलते हैं.बात बात में बंदूक से गोली भी चला देते हैं. उनकी राय में राजनेता देश से बढ़कर है. विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी के विधायक कम जीतते हैं..उधर केजीबी (प्रकाश बेलावडी) के नेतृत्व वाली सेक्युलर पार्टी भी बहुमत पाने से वंचित रह गयी है,उसे बहुमत के लिए तीन विधायक चाहिए. वर्चस्वशाली परिवार के नेतृत्व वाली पार्टी का कोई अस्तित्व नहीं है.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Voot Select (@vootselect)

सेक्युलर पार्टी की राष्ट्ीय अध्यक्ष (गीतांजली कुलकर्णी) चाहती हैं कि उनकी पार्टी की सरकार बने और केजीबी मुख्यमंत्री बने. केंद्र में भी सेक्यूलर पार्टी की ही सरकार है.केजीबी मुख्यमंत्री बनने के लिए कुछ ज्यादा ही उतावले हैं. वह राज्य के राज्यपाल गोवर्धन के अलावा प्रधानमंत्री को फोन व संदेश भेजकर उन्हे हर हाल में मुख्यमंत्री बना देने के लिए कहते रहते हैं.राज्यपाल का कहना है कि बहुमत के लिए 114 विधायक चाहिए और केजीबी के पास 111 हैं.

उधर हर हाल में राज्य की सत्ता पर काबिज होने और मुख्यमंत्री बनने के लिए नागराज अजीबोगरीब और गंदे खेल खेलना शुरू कर देते हंै.नागराज पहले सेक्युलर पार्टी के साथ हाथ मिलाने का असफल प्रयास करते हैं.फिर उनकी नजर फैमिली रन पार्टी’ पर होती है. फैमिली रन पार्टी एक विरासत वाली पार्टी है, जिसके शीर्ष पर एक अनजान वंशज करण है,जो अपनी फिरंगी माँ की बात सुनते हैं.

इस पार्टी के कर्नाटक अध्यक्ष पुष्पेश, नोगराज के साथ नही जाना चाहते. मगर नागराज व करण की बात होने के बाद करण,पुष्पेश को आदेश देते हैं कि मां चाहती है कि नागराज से हाथ मिलाओ.अब नागराज ‘फैमिली रन पार्टी‘ के पुष्पेश व उनकी पार्टी के विधायकों को डराकर अपनी पार्टी के विधायकों के साथ एक रिसोर्ट में जाकर बंद कर देते है,सभी के मोबाइल भी छीन लेते है. मगर एक एमएलए मंजय एक वीडियो बनाकर अपनी पत्नी इंदूलेखा तक भेजने में सफल रहते है. वीडियो में रोते हुए मयंज कहता है कि उसका नागराज ने अपहरण कर लिया है. इधर एक विधायक के कम होने से नागराज खुश नही है और वह राज्यपाल से मिलने भी नहीं जा रहे.

अब नागराज हर वक्त टीवी के रियालिटी शो ‘बिग बाॅस’ की तर्ज पर सभी विधायको पर नजर रखने के अलावा उनके साथ ‘सुप्रीम बाॅस’ बनकर बातें भी करते रहते हंै. उसका हर कदम व काम अपमान जनक व मजाकिया ही नजर आता है. फिर नागराज अपनी तरफ से केजीबी के एक विधायक को और केजीबी ‘फैमिली पार्टी’ के तीन विधायकांे की खरीद फरोख्त में लग जाते हैं.इस तरह पूरे दस एपीसोड की वेब सीरीज में लोकतंत्र के नाम पर बहुमत हासिल करने के लिए भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था में अनैतिक खरीद- फरोख्त की प्रथा का खेल चलता रहता है और दर्शक इंज्वाॅय करता है.

लेखन व निर्देशनः

इस वेब सीरीज देखकर लोगों को कुछ वर्ष पहले कर्नाटक में भाजपा,काॅंग्रेस व जेडीएस के बीच हुए ‘रिसोर्ट खेल’ की याद आ जाती है. लेखक व निर्देशक ने भले ही किरदारों के नाम काल्पनिक रख दिए हांे,मगर हम आज भी यही राजनीतिक परिदृश्य हम देख रहे हैं. इतना ही नही जिन्होने 2018 में प्रदर्शित दानिश की इसी नाम की फिल्म को पसंद किया था,उन्हें नागराज के किरदार में दानिश सैट की हरकतें हंसाएंगी. इतना ही नहीं इस वेब सीरीज को देखते हुए 1988 में प्रदर्शित मनोहर श्याम जोशी लिखित हास्यव्यंग युक्त सीरियल ‘‘कक्काजी कहिन’’ की भी याद आती है.क्योकि इस सीरियल में जिस मानसिकता को उजागर किया गया था, वही ‘हंम्बल पोलीटीशियन नागराज’ में भी नजर आता है.

निर्देशक ने इसे पैरोडी व हास्य के साथ मिश्रित कर इस तरह पेश किया है कि यह सीरीज राजनीति व राजनेताओं के गाल पर थप्पड़ ही जड़ती है,पर लोग हंसे बिना नहीं रह पाते. निर्देशक व लेखक साद खान ने बहुत ही चतुराई के साथ भारतीय सुरक्षा एजंसियों पर भी तंज कसा है.कुछ जगहों पर अति भी हो गयी है. कुछ किरदार कैरीकेचर बनकर रह गए हैं.

अभिनयः

पोलीटीशियन नागराज के किरदार में अभिनेता दानिश सैट ने जानदार अभिनय किया है.केजीबी के किरदार को निभाने वाले प्रकाश बेलावाड़ी की प्रतिभा तो जग जाहिर है. वह कमाल के अभिनेता हैं.

नागराज के सहायक मंजूनाथ के किरदार में विजय चंदूर अपनी छाप छोड़ जाते हैं.वह अपनी सहज काॅमिक टाइमिंग से लोगों को अपना बना लेते हैं.टीवी पत्रकार दिशा मदान का अभिनय ठीक ठाक है.

वेब सीरीज ‘‘गुल्लक’’ में सर्वाधिक पसंद की जाने वाली अभिनेत्री गीतांजली कुलकर्णी ने जिस अंदाज में पार्टी अध्यक्षा का किरदार निभाया है,वह कमाल का है और वह एक राजनेता की याद दिला ही देती हैं. टीकू टलसानिया को देखना अच्छा लगता है.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...