धूम-3’ में बाइक्स के स्टंट ज्यादा हैं. फिल्म शुरू होते ही एक्सीलरेटर इतना तेज दबाया है कि फिल्म का मुख्य किरदार हवा से बातें करता हुआ बाइक को भगाता जाता है और अमेरिका के शिकागो शहर की पुलिस भी मध्यांतर तक उसे पकड़ नहीं पाती.
हमारे देश में जब से विदेशी बाइक्स आई हैं. युवाओं में उन के प्रति क्रेज बढ़ा है. अकसर युवा सड़कों पर बाइक्स के स्टंट करते नजर आ जाते हैं. ‘धूम-3’ में से अगर बाइक स्टंट्स को निकाल दें तो इस में कुछ भी नहीं बचेगा.
‘धूम-3’ धूम सीरीज की तीसरी फिल्म है. कहानी के स्तर पर फिल्म कमजोर है. लेदे कर फिल्म में एक ही सस्पैंस था, उसे भी फिल्म के बीच में खोल दिया गया है. फिल्म के ऐक्शन सीन गजब के हैं. फिल्म में इस्तेमाल की गई बाइक भी गजब की दिखाई गई है जो एक बटन दबाते ही वाटर स्कूटर में तबदील हो जाती है, दूसरे ही पल गोता लगा कर पनडुब्बी की तरह पानी के अंदर चली जाती है और फिर कई फुट ऊपर उठ कर छलांग मारती आंखों से ओझल हो जाती है.
फिल्म की कहानी शिकागो में रहने वाले एक भारतीय मूल के इकबाल खान (जैकी श्रौफ) की है, जो वहां ग्रेट इंडियन सर्कस चलाता है. उस ने बैंक से कर्ज ले रखा है. बैंक के अधिकारी कर्ज अदा न कर पाने के चलते उस के सर्कस को नीलाम करना चाहते हैं, मगर इकबाल खान आत्महत्या कर लेता है. उस का बेटा साहिर (आमिर खान) बड़ा हो कर बैंक की शाखाएं लूट कर अपने पिता का बदला पूरा करना चाहता है. बैंक लूट कर नोटों को हवा में उड़ा कर वह अपनी बाइक पर फुर्र हो जाता है. शिकागो पुलिस उसे पकड़ नहीं पाती. थकहार कर बैंक वाले भारत से एसीपी जय दीक्षित (अभिषेक बच्चन) और अली (उदय चोपड़ा) को केस सुलझाने के लिए शिकागो बुलाते हैं. इन दोनों को पता चल जाता है कि बैंक में चोरी कौन करता है. अब इन तीनों के बीच चूहाबिल्ली का खेल चलता रहता है. उधर, साहिर की सर्कस कंपनी में आलिया (कैटरीना कैफ) शामिल होती है, इधर जय दीक्षित की गोली साहिर की पीठ में लगती है. लेकिन जब जय साहिर को पकड़ने उस के घर जाता है तो साहिर अपनी नंगी पीठ उसे दिखाता है. उस की पीठ पर गोली का कोई जख्म नहीं होता.
यहां एक सस्पैंस खुलता है. साहिर का एक जुड़वां भाई समर भी है. दोनों मिल कर अपने काम को अंजाम देते हैं. आखिर जय को असलियत पता चल जाती है. वह साहिर और समर को पकड़ लेता है लेकिन दोनों खुद को छुड़ा कर पानी में कूद कर अपनी जान दे देते हैं.
फिल्म की यह कहानी बड़ी अजीब सी है. निर्देशक ने आमिर खान को बड़े हाइटैक तरीके से बैंक लूटने की योजना बनाते दिखाया है परंतु वह बैंक लूटता कैसे है, यह नहीं दिखाया है. फिल्म के क्लाइमैक्स में बाइक को उन्हीं सड़कों पर दौड़ते हुए दिखाया गया है जिन पर फिल्म की शुरुआत में दिखाया गया था.
आमिर खान ने सनसनीखेज परफौर्मेंस दी है. कैटरीना कैफ का रोल छोटा है. उस ने कोई लव सीन नहीं दिया है सिवा एक लिपलौक के. उदय चोपड़ा का रोल कौमिक है. हर बार की तरह उस ने बेवकूफों वाली ऐक्टिंग की है. अभिषेक का चेहरा हमेशा की तरह सपाट ही रहा है.
फिल्म का संगीत प्रीतम ने दिया है. ‘धूम मचा ले...’ और ‘मलंग मलंग...’ गाने अच्छे बन पड़े हैं. एक गाने में टैप डांस करता हुआ आमिर खान फनी लगता है.
ट्रिक फोटोग्राफी द्वारा आमिर खान को 30-40 मंजिली ऊंची इमारतों की दीवारों से नीचे उतरता ऐसे दिखाया गया है मानो सड़क पर चल रहा हो. फिल्म का छायांकन बहुत बढि़या है. लगभग पूरी फिल्म शिकागो शहर में फिल्माई गई है. फिल्म की लंबाई बहुत ज्यादा है, इसे कम किया जा सकता था.

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