Entertainment : मार्च माह के तीसरे सप्ताह में 2 फिल्में रिलीज हुईं मगर दोनों ही दर्शकों के लिए तरस गईं.

2025 की तीमाही खत्म होने जा रही है लेकिन यदि ‘छावा’ को छोड़ दें तो अब तक एक भी फिल्म किसी भी निर्माता के चेहरे पर मुसकराहट नहीं ला पाई. ज्यादातर फिल्मों की बौक्स औफिस पर बहुत बुरी दुर्गति हुई. यहां तक कि कुछ फिल्में तो फिल्म के निर्माण के दौरान चाय पर खर्च की गई रकम भी वसूल नहीं कर पाईं. इसी कड़ी में मार्च माह का तीसरा सप्ताह रहा. मार्च माह के तीसरे सपताह यानी कि 21 मार्च को निर्देशक विक्रम भट्ट की फिल्म ‘तुम को मेरी कसम’ के अलावा शिव हरे निर्देशित ‘पिंटू की पपी’ रिलीज हुई. अफसोस इन दोनों फिल्मों ने बौक्स औफिस पर पानी तक नहीं मांगा. यूं तो इस के लिए फिल्म की गुणवत्ता से कहीं अधिक दोषी इस के निर्माता ही रहे. क्योंकि इस फिल्म का प्रचार शून्य रहा. दर्शक को पता ही नहीं चला कि इस नाम की कोई फिल्म रिलीज हो रही है.

विक्रम भट्ट निर्देशित फिल्म ‘तुम को मेरी कसम’ में अनुपम खेर, ईश्वाक सिंह, अदा शर्मा, ईशा देओल जैसे कलाकार हैं. यह फिल्म आईवीएफ तकनीक में अग्रणी यानी कि ‘इंदिरा आईवीएफ’ के संस्थापक डाक्टर अजय मूर्डिया के जीवन की दास्तां बयां करती है. फिल्म में हत्या, कोर्ट रूम ड्रामा और प्रेम कहानी भी है. मगर भटकी हुई कहानी व भटकी हुई पटकथा के चलते इस फिल्म ने दर्शकों को इस कदर बोर किया कि किसी ने भी इस की माउथ पब्लिसिटी भी नहीं की. पूरे सात दिन में यह फिल्म बौक्स औफिस पर महज एक करोड़ रूपए ही एकत्र कर सकी. इस में से निर्माता की जेब में कुछ नहीं जाएगा, बल्कि निर्माता को थिएटर का किराया अपनी जेब से भरना पड़ेगा.

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