‘एनैमी’ 1980 के दशक में बनी फिल्मों की तरह ऐक्शन थ्रिलर क्राइम फिल्म है, जिस में शुरू से अंत तक बहुत ज्यादा खूनखराबा है. ऐक्शन के अलावा इस में और भी बहुत मसाले हैं.

फिल्म की कहानी मुंबई क्राइम ब्रांच के 4 जांबाज अफसरों, एकलव्य उर्फ भाऊ (सुनील शेट्टी), नईम शेख (के के मेनन), माधव सिन्हा उर्फ मैडी (महाअक्षय चक्रवर्ती) और एरिक (जौनी लीवर) की है. इन चारों को मुंबई में गैंगवार खत्म करने की जिम्मेदारी सौंपी जाती है. चारों एक बड़े डौन मुख्तार (जाकिर हुसैन) को पकड़ कर जेल में डाल देते हैं.

केंद्र से एक राजनीतिक नेता आर जी (अक्षय कपूर) एक सीबीआई अफसर युगांधर (मिथुन चक्रवर्ती) को मुंबई भेजता है. युगांधर पता लगाता है कि मुख्तार के 500 करोड़ रुपए रामगढ़ ऐक्सप्रैस हाइवे पर लूट लिए गए थे. यह पैसा उसे आर जी को देना था. इसीलिए मुख्तार शहर में गैंगवार करा रहा है. वह यह भी पता लगाता है कि वह पैसा इन चारों पुलिस वालों के पास है.

पैसों के लिए खूब घमासान होता है. मुख्तार मारा जाता है. 500 करोड़ रुपए बरामद हो जाते हैं. फिल्म की यह कहानी कुरसी पर बैठे भ्रष्ट नेताओं की पोल खोलती है कि कैसे वे बिल्डर लौबी या तंबाकू लौबी से चुनाव में खर्च करने के लिए करोड़ों रुपए लेते हैं.

सुनील शेट्टी फुलफौर्म में है. मिथुन चक्रवर्ती अब बूढ़ा हो चला है. हां, उस के बेटे महाअक्षय ने अच्छा परफौर्म किया है. जौनी लीवर ने इस बार दर्शकों को बिलकुल नहीं हंसाया. गीतसंगीत साधारण है.       

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...