इन दिनों बौलीवुड के कई कलाकार बौलीवुड में अपने करियर को धता बताकर विदेशी धरती पर यानी कि हौलीवुड फिल्मों में अपना करियर संवारने पर ध्यान लगा रहे हैं. फिर चाहे वह दीपिका पादुकोण हों या अनिल कपूर हों या प्रियंका चोपड़ा हों या राधिका आप्टे हो या इरफान खान ही क्यों न हों. इन सभी कलाकारों पर निशाना साधते हुए नसिरूद्दीन शाह ने कहा कि हौलीवुड के लिए जान झिड़क रहे यह सारे बौलीवुड कलाकार बहुत जल्द बैरंग वापस लौटने वाले हैं.
नसिरूद्दीन शाह ने हाल ही में पत्रकारों से कहा-‘‘हिंदी फिल्मों के कलाकार हौलीवुड फिल्मों पर मरते हैं. वहां जाने के लिए हमेशा अपनी बाहें फैलाए रहते हैं. जिन्होंने भी हौलीवुड का रूख किया है, वह सब बहुत जल्द लौट आएंगे. एशियन्स को हौलीवुड में मुख्य भूमिका निभाने के लिए कोई जगह नहीं है.’’ जब से नसिरूद्दीन शाह ने यह सब कहा है, तब से बौलीवुड के गलियारों में लोग इसे नसिरूद्दीन शाह की भड़ास बता रहे हैं. सूत्रों के अनुसार कई लोगों की राय में नसिरूद्दीन शाह खुद को ‘इंस्टीट्यूट आफ एक्टिंग’ मानते हैं, पर वह भारतीय फिल्मों तक ही सीमित होकर रह गए. जबकि दूसरे कलाकार अंतरराष्ट्रीय शोहरत बटोर रहे हैं, इसलिए वह फस्ट्रेशन में इस तरह की बातें कर रहे हैं.
वास्तव में हौलीवुड में स्टार बन जाने का सपना देख रहे बौलीवुड कलाकारों को नसिरूद्दीन शाह द्वारा कहा गया यह कड़वा सच परेशान कर रहा है. सूत्रों का दावा है कि इसी के चलते यह कलाकार नसिरूद्दीन शाह के बयान पर अपने करीबियों से अनापशनाप बयानबाजी करवा रहे हैं, जबकि ध्यान से देखें तो नसिरूद्दीन शाह ने सच ही कहा है.
दीपिका पादुकोण व प्रियंका चोपड़ा ने जब से हौलीवुड में सक्रिय हुई हैं, तब से इनके पास बौलीवुड में कोई काम नही है. आज की तारीख में प्रियंका चोपड़ा व दीपिका पादुकोण के पास एक भी हिंदी फिल्म नहीं है. भारत में अपनी उपस्थिति को बनाए रखने के लिए मजबूरन प्रियंका चोपड़ा ने कम बजट की भोजपुरी फिल्म ‘‘बम बम बोल रहा है काशी’’ का निर्माण किया है. सूत्र बता रहे हैं कि दीपिका पादुकोण भी निर्माण के क्षेत्र में कदम रखने की सोच रही हैं. दूसरी बात प्रियंका व दीपिका दोनो हौलीवुड में मुख्य हीरोईन के किरदार नहीं निभा रही हैं.
अनिल कपूर ने कुछ हौलीवुड प्रोजेक्ट किए, पर उनके पास भी फिलहाल एक भी हिंदी फिल्म नहीं है. अनिल कपूर ने हौलीवुड के सीरियल ‘24’ में अभिनय किया था. उसके बाद वह इस सीरियल के अधिकार खरीदकर अब हिंदी में सीरियल का निर्माण व उसमें अभिनय कर रहे हैं.
कहा जा रहा है कि इरफान खान हालीवुड में सबसे ज्यादा व्यस्त हैं. पर क्या इरफान खान हालीवुड फिल्मों में मुख्य हीरो होते हैं? दूसरी बात हौलीवुड की वजह से क्या उनके बौलीवुड करियर पर असर नहीं पड़ रहा. अब तो इरफान खान भी फिल्म निर्माण में उतर चुके हैं. उन्होने निशिकांत कामत के निर्देशन में फिल्म ‘मदारी’ का निर्माण किया है और खुद ही मुख्य भूमिका निभायी है. यह फिल्म कम से कम एक साल से रिलीज नहीं हो पा रही हैं. अभी दस जून को रिलीज होने वाली थी, पर अब कहा जा रहा है कि 15 जुलाई को रिलीज होगी.
इसी तरह बिपाशा बसु, मल्लिका शेरावत व इमरान हाशमी ने भी हौलीवुड फिल्में की, पर अब यह कहां हैं? राधिका आप्टे भी हौलीवुड के लिए हाथ पैर मारती रहती हैं. फिलहाल एक फिल्म ‘‘आश्रम’’ की शूटिंग की है, जिसे भारत में शिमला में ही फिल्माया गया. फिल्म ‘आश्रम’ की कहानी पूरी तरह से भारतीय पृष्ठभूमि की है.
नसिरूद्दीन शाह के बयान को कड़वा सच बताने वालों का तर्क है कि बौलीवुड के कलाकार यह भूल रहे हैं कि भारत व अमेरिका या इंग्लैंड की सभ्यता, संस्कृति, पहनावे आदि में बहुत फर्क है. इसी तरह सिनेमा में भी फर्क है. दूसरी बात सिनेमा में किरदार के अनुरूप कलाकारो का चयन लाजमी है. फिल्म के पात्र के साथ कलाकार का लुक मिलना चाहिए. इस शर्त पर भारतीय कलाकार खरे नहीं उतरते. पर यह इस बात को क्या समझे. हमारे यहां तो बायोपिक फिल्मों के निर्माण के समय भी लुक पर ध्यान नहीं दिया जाता.