टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए और इसे पहले से ज्यादा प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) खेल के इस प्रारूप को दो श्रेणियों में लाने के बारे में विचार कर रही है. आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा कि लॉडर्स मैदान पर इस सप्ताह होने वाली बैठक में टेस्ट क्रिकेट को दो श्रेणियों में लाने पर विचार किया जाएगा ताकि इसे दोबारा से रोचक बनाया जाए.

रिचर्डसन ने कहा कि 'यह अब आम धारणा है, अगर हम चाहते हैं कि टेस्ट क्रिकेट भविष्य में बनी रहे तो हम यह नहीं कह सकते की यह अपने दम पर बनी रहेगी.'

उन्होंने कहा, 'हम जब तक इन सीरीज को रैंकिंग और ट्रॉफी से ज्यादा महत्व नहीं देंगे तब तक टेस्ट क्रिकेट का पतन होता रहेगा. अगर हम चाहते हैं कि गैर प्रतिस्पर्धी टेस्ट क्रिकेट भी ज्यादा से ज्यादा खेली जाए तो उस पर भी यह बात लागू होती है.' उन्होंने कहा, 'अगर हम चाहते हैं कि टेस्ट क्रिकेट जीवित रहे तो हमें टेस्ट टीमों में गिरावट को रोकना होगा. हमें एक सही प्रतिस्पर्धात्मक सरंचना बनानी होगी जो खेल को बढ़ाने और इसे शीर्ष पर पहुंचाने के लिए मौके प्रदान करे.'

रिचडर्सन ने माना कि टेस्ट को अगर लंबे समय के लिए जीवित रहना है तो इसके लिए उसे पहले से ज्यादा संदर्भ की जरूरत है. उन्होंने कहा, 'कई सदस्य देशों ने माना है कि उन्हें द्विपक्षीय क्रिकेट के टीवी अधिकारों से ज्यादा फायदा नहीं हो रहा है और उन्होंने बदलाव की जरूरत को महसूस किया है. साथ ही नए अर्थपूर्ण संदर्भ को लाने की बात कही है.'

उन्होंने कहा, 'लीग की खासियत यह है कि यह काफी प्रतिस्पर्धी होती हैं और जो टीमें एक दूसरे के खिलाफ खेल रही होती हैं वह समान स्तर की होती हैं.' रिचर्डसन ने कहा, 'वह किसी न किसी चीज के लिए लड़ती हैं. उम्मीद है इससे वह अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रभावित होती हैं जिससे मैच ज्याता प्रतिस्पर्धात्मक होते हैं.'

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