मैक्स वर्सटैप्पन फॉर्मूला वन चैंपियनशिप जीतने वाले दुनिया के सबसे युवा ड्राइवर बन गए हैं. इस मुकाबले में राइकोनेन दूसरे, वेट्टल तीसरे और रिकयार्डो चौथे नबंर पर रहे. नीदरलैंड्स के मैक्स ने रेड बुल की तरफ से हिस्सा लिया था. सहारा फोर्स इंडिया के सर्जियो पेरेज भी स्पैनिश ग्रां प्री में सातवें स्थान पर रहे जिससे उनकी टीम को छह अंक मिले.

हैमिल्टन और रोसबर्ग पहले ही मुकाबले से बाहर हो गए थे जब दोनों की गाड़ियां आपस में भिड़ गईं. पेरेज की टीम के साथी निको हल्केनबर्ग हालांकि रेस पूरी नहीं कर पाये और तेल के रिसाव और आग के कारण शुरू में ही बाहर हो गये थे. किशोर ड्राइवर वर्सटैप्पन ने मर्सीडीज के पहले लैप की दुर्घटना का फायदा उठाकर सबसे कम उम्र के फॉर्मूला वन विजेता बने.

रेड बुल की तरफ से पहली बार भाग ले रहे 18 वर्षीय वर्सटैप्पन ने अपनी 24वीं एफवन रेस में पहली जीत दर्ज की. नीदरलैंड का यह ड्राइवर अभी 18 वर्ष 228 दिन का है. उन्होंने चार बार के चैंपियन सेबेस्टियन वेटेल का रिकार्ड तोड़ा जिन्होंने 2008 में 21 साल 74 दिन की उम्र में रेड बुल के ड्राइवर के रूप में खिताब जीता था.

जीतने के बाद मैक्स ने कहा, "ये आश्चर्यजनक लगता है. मैं अभी भी यकीन नहीं कर पा रहा हूं, ये एक बेहतरीन रेस रही." उन्होंने कहा, "मैं टीम का शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने मुझे इतनी बेहतरीन गाड़ी दी. पहली ही दौर को जीतना अद्भुत लगता है. इस जीत को हासिल करने में मेरे पिता ने अहम भूमिका निभाई."

मैक्स के पिता जोस वर्सटैपनने ने कहा, "दूसरे ही साल में चैंपियनशिप जीतना अविश्वसनीय लगता है." फॉर्मूला वन के इतिहास में ये पहला मौका था जब डच का राष्ट्रीय गान बजाया गया.

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