3 अप्रैल, 2016

‘‘मशहूर अभिनेत्री प्रथना देसाई नहीं रही. कल अपने ही घर में मृत पाई गई. प्रथना देसाई के पड़ोसियों को कुछ शंका हुई तो उन्होंने ही पुलिस को खबर दी. दरवाजा तोड़ सभी अंदर गए. शायद 24 घंटे से ज्यादा हो गया था उस की मौत हुए. वह अपने ही घर में पंखे से लटकी हुई मिली. शव को पोस्टमौर्टम के लिए भेजा जा रहा है और उस के घर को सील कर दिया गया है. प्रथना, गुजरात के वडोदरा शहर की रहने वाली थी. अभी कुछ देर में उस के मातापिता पहुंचने ही वाले हैं. उस के बाद ही पोस्टमौर्टम होगा और फिर अंतिम संस्कार.

‘‘ऐक्टिंग के शौक ने प्रथना को मुंबई बुला लिया. मुंबई के डोबिवली इलाके में वह 2 बीएचके के फ्लैट में रहती थी. अब पोस्टमौर्टम के बाद ही पता चल पाएगा कि उस ने आत्महत्या की या फिर उस की हत्या की गई और अगर उस ने आत्महत्या की तो क्यों? प्रथना देसाई की मौत की खबर ने सब को हैरान कर दिया है, खासकर उस के चाहने वालों को. आखिर क्यों की उस ने आत्महत्या? ऐसे कई सवाल अपने पीछे छोड़ गई है प्रथना. कैमरामैन राहुल पांडे के साथ नम्रता सेठ, मुंबई नैशनल चैनल.’’

‘‘आप की अपनी बेटी से अंतिम बार कब बात हुई?’’ इंस्पैक्टर साहब ने पूछा पर अभिनेत्री प्रथना की मां उस अवस्था में नहीं थी कि जवाब दे पाए. जब उस के पापा दिलीप देसाई से पूछा गया तो वे बोले, ‘‘परसों रात को करीब 11 बजे उस का फोन आया था, हमारी उस से बात हुई.’’

‘‘क्या रोज फोन करती थी?’’

‘‘रोज तो नहीं, पर हफ्ते में 1-2 दिन छोड़ कर फोन करती थी.’’

‘‘उस की बातों से आप को कुछ ऐसा लगा कि वह परेशान या दुखी है?’’

‘‘नहीं, ऐसा कुछ नहीं लगा.’’

‘‘अरे, मेरी बेटी तो यहां मेरे पास आने वाली थी कुछ दिनों के लिए.’’ रोतेरोते जलपा (प्रथना की मां) बोलने लगी, ‘‘कह रही थी कि मां, अब मैं शादी करना चाहती हूं.’’ बहुत खराब हालत थी उन सब की और कुछ पूछा नहीं जा रहा था, ‘‘कोई डायरी, चिट्ठी, कुछ पता है?’’

‘‘हां, डायरी लिखती थी, मेरी दीदी.’’ प्रथना का भाई जिगर बोला, ‘‘मैं ने कितनी बार देखा है डायरी लिखते हुए, जब दीदी घर पर होती थी तब और जब हम यहां आते थे तब भी देखा है लिखते हुए.’’ प्रथना के घर की तलाशी में डायरी के अलावा कोई भी सुबूत नहीं मिला. प्रथना देसाई के अंतिम संस्कार के कुछ दिन बाद सभी पुलिस वालों और प्रथना के परिवार वालों के सामने डायरी पढ़ी गई. डायरी में प्रथना ने यों लिखा था :

13 जनवरी, 2013

‘‘आज मैं बहुतबहुत खुश हूं. कितनी कोशिशों के बाद फाइनली आज मुझे एक डेलीसोप में लीड रोल मिल ही गया. 6 महीने से स्ट्रगल कर रही थी, अब जा कर मेरा सपना पूरा हुआ है.’’

7 जुलाई, 2013

‘‘अपने कमाए गए पैसों से पहली बार मैं ने अपने मांपापा को गाड़ी खरीद कर दी. मैं ने अपने पापा से वादा किया था कि अगर मैं मुंबई में अपनी जगह नहीं बना पाई तो आप लोगों के पास वापस आ जाऊंगी पर मेरा सपना पूरा हो गया.’’

1 दिसंबर, 2013

‘‘मेरा बौयफ्रैंड धु्रव, उस के साथ आज मेरा झगड़ा हो गया. उस ने मुझ पर हाथ उठाया. मां से भी बात नहीं हो पाई आज. मैं बहुत दुखी हूं, कुछ अच्छा नहीं लग रहा. अब मैं ने तय कर लिया है, अब और नहीं सहूंगी, छोड़ दूंगी धु्रव को और अगर फिर भी उस ने बदतमीजी करने की कोशिश की तो पुलिस के पास जाऊंगी मैं.’’

13 जनवरी, 2014

‘‘आज सीरियल में काम करते हुए पूरा 1 साल हो गया. बहुत खुश हूं मैं. जिंदगी सुहानी लगने लगी है. सबकुछ अच्छा हो रहा है. बहुत सारे दोस्त हैं, पार्टियां, गेटटुगेदर, मस्ती, फन. आज मेरे पास वह सबकुछ है जो मुझे चाहिए था.’’

30 मार्च, 2014

‘‘आज मुझे एक रिऐलिटी शो के लिए औफर आया. क्या करूं, कुछ समझ नहीं आ रहा. औफर स्वीकार किया तो डेलीसोप छोड़ना पड़ेगा. मेरे सारे कोस्टार मुझे मना कर रहे हैं पर मैं कुछ अलग करना चाहती हूं.’’

5 अप्रैल, 2014

‘‘मैं ने तय कर लिया है कि मैं रिऐलिटी शो के लिए ‘हां’ कर दूंगी. अब डेलीसोप कर के थक गई हूं, कुछ नया चाहिए. वैसे भी मैं अपने दिल की ज्यादा सुनती हूं.’’

4 जून, 2014

‘‘आज मुझे डांस रिऐलिटी शो के लिए औफर आया. मुझे बचपन से शौक था डांस का लेकिन पैसों की कमी के कारण सीख नहीं पाई. अब वह सपना भी पूरा हो जाएगा. कमर्शियल में भी रोल मिला.’’

9 अगस्त, 2014

‘‘आज मेरा बर्थडे है, शाम तक मांपापा और मेरा भाई जिगर आ जाएंगे. एक छोटी सी गेटटुगेदर रखी है मैं ने अपने घर पर, जिस लड़के के साथ मैं ने कमर्शियल रोल किया था उस ने मुझे फ्रैंड रिक्वेस्ट भेजी थी और मैं ने एक्सैप्ट कर ली. उसे भी मैं ने पार्टी में इन्वाइट किया है.’’

10 सितंबर, 2014

‘‘आज मैं अभिनव के साथ बाहर गई. मुझे अभिनव के साथ अच्छा लगा. बहुत ही मजाकिया है, उस ने मुझे ड्रैस गिफ्ट की.’’

23 सितंबर, 2014

‘‘आज उस ने मुझे प्रपोज किया. डरती हूं कहीं यह भी धु्रव जैसा न हो. पर शायद यह अच्छा हो, यह सोच कर मैं ने उसे ‘हां’ कर दी.’’

25 अप्रैल, 2015

‘‘बहुत बोर हो जाती हूं. अभी कोई काम नहीं है मेरे पास. अभिनव तो अब व्यस्त रहने लगा है. मुझे ऐसा लगता है जैसे अब मुझे वह इग्नोर करने लगा है. कुछ पूछती हूं तो वह झगड़ा करने पर तुल जाता है. क्या करूं, न तो मेरे पास काम है और न उतना पैसा. परसों मां का फोन आया था, ‘कुछ पैसे चाहिए,’ बोल रही थीं. अब क्या करूं?’’

9 अगस्त, 2015

‘‘आज मेरा जन्मदिन है और मेरे साथ कोई नहीं है. मांपापा, मेरा भाई, मेरे दोस्त सब मुझ से दूर हैं. बिलकुल अकेली हूं मैं आज. हैप्पी बर्थडे टु मी. कहते हैं कि लोग अपनी डायरी में अपनी दिल की बातें लिखते हैं. आज मैं भी अपना एक राज लिखूंगी. लोग कहते हैं कि मैं सिर्फ अपने मतलब की बातें करती हूं. सब मुझे मतलबी, स्वार्थी वगैरावगैरा कह कर बुलाते हैं पर मैं किसी की बातों का जवाब नहीं देती हूं. मैं बचपन से ही ऐसी नहीं थी. लेकिन मैं ऐसी बन गई हूं यहां आ कर.’’

23 सितंबर, 2015

‘‘पूरे एक साल से मैं और अभिनव एकदूसरे को डेट कर रहे हैं. वह कहता है, ‘मेरे साथ आ कर रहो.’’’

16 अक्तूबर, 2015

‘‘अब हम लिवइन में रहते हैं. इस बात से मेरे मांपापा मुझ से नाराज हैं. मैं उन्हें मना लूंगी, इस का मुझे विश्वास है. मेरे घर वालों का कहना है, ‘एकसाथ रहना है तो शादी कर लो,’ पर अभी इतनी जल्दी मैं शादी नहीं करना चाहती हूं. मुझे तो अभी बहुत आगे तक जाना है.’’

2 नवंबर, 2015

‘‘अभी मेरे पास कोई काम नहीं है. डायरैक्टरों के घर के चक्कर काट रही हूं काम के लिए. वे छोटेमोटे रोल पकड़ा देते हैं. मुझे कोई दमदार रोल चाहिए फिर से. घर पर भी पैसा भेजना पड़ता है हर महीने. पापा का तो कपड़े का छोटा सा बिजनैस है.’’

8 जनवरी, 2016

‘‘आज मैं ने अभिनव को किसी दूसरी लड़की के साथ डिस्को में देखा और उस से पूछा तो उस ने झूठ बोल कर बात को टालने की कोशिश की. मेरी हर बात पर चिढ़ कर बोलता है, ‘खुद तो कमाती नहीं हो, मेरे ही पैसों से घर चलता है और मैं अपने कोस्टार्स से मिलूं तो भी शक करती हो.’’’

20 जनवरी, 2016

‘‘आज मैं ने अभिनव से हमारी शादी की बात की तो कहने लगा, ‘अभी कुछ साल रुक जाओ. मुझे थोड़ी सफलता पाने दो, फिर सोचेंगे.’ मुझे थोड़ा बुरा लगा पर वह भी सही ही कह रहा है. मैं उस का साथ नहीं दूंगी तो कौन देगा.’’

15 फरवरी, 2016

‘‘आज मुझे एक नैगेटिव रोल का औफर आया. मन तो नहीं कर रहा था पर सोचा कि खाली बैठने से तो अच्छा है कि ‘हां’ कर दूं. शराब और ड्रग्स के बिना अब नहीं रहा जाता है. और इस की वजह से हर रोज शूट पर लेट पहुंचती हूं. कोई कुछ कहता है तो उस से ही झगड़ पड़ती हूं. मुझे पता है मेरा यह व्यवहार सही नहीं है पर क्या करूं, कंट्रोल नहीं होता.’’

20 मार्च, 2016

‘‘आज मुझे मेरे व्यवहार की वजह से डेलीसोप से निकाल दिया गया. अब कुछ अच्छा नहीं लगता यहां. कुछ दिनों के लिए मांपापा के पास जाना चाहती हूं पर उन के पास जा कर क्या करूंगी.’’

28 मार्च, 2016

‘‘किसी से पता चला कि अभिनव ने अपनी पुरानी गर्लफ्रैंड से सगाई कर ली. उस ने भी मुझे धु्रव की तरह मुझ से चीट किया. मैं बिलकुल यूज्ड जैसा फील कर रही हूं. मांपापा इस बात से गुस्सा हैं कि बिना शादी के मैं किसी गैर लड़के के साथ रही और उस ने भी मुझे छोड़ दिया. इस चमकधमक भरी दुनिया में मैं एकदम अकेली हूं. मुझे कोई नहीं समझता है. अब मुझे नहीं पता कि मैं क्या करूं और कहां जाऊं. सब खत्म हो गया हमारे बीच, जो कुछ भी था. अभिनव ने मुझे कितना कमतर महसूस कराया. पता नहीं मेरी अक्ल को क्या हो गया था जो मैं लिवइन में रहने चली गई. एक साल से हम एकदूसरे के साथ रहे, मैं ने अपनेआप को पता नहीं कितनी बार उसे छूने दिया. छि…’’

2 अप्रैल, 2016

‘‘मैं मां बनने वाली हूं. 2 महीने का गर्भ है. कितनी बार यह बात अभिनव को बताई. वह कहता है, ‘अबौर्शन करवा लो.’ उस ने मुझे धोखा दिया, अब कहता है कि उसे क्या पता कि मेरे पेट में किस का बच्चा है.

‘‘मैं बिलकुल यूजलैस हो गई हूं. मांपापा, मुझे माफ कर देना. अब मैं जीना नहीं चाहती हूं. यहां सब ने मुझे धोखा दिया. मेरी मौत का जिम्मेदार कोई नहीं है. जब आप यह डायरी पढ़ रहे होंगे तब आप की प्रथना, आप लोगों के साथ नहीं होगी. मुझे माफ कर देना

‘‘आप की प्यारी बेटी,

‘‘प्रथना देसाई.’’

डायरी से तो यह पता चलता है कि प्रथना ने आत्महत्या की. वह अपनी जिंदगी से मायूस हो गई थी. मुंबई में अभिनय की दुनिया की चकाचौंध में प्रथना कहीं गुम हो गई थी या यों कहें कि इंसान परखने की समझ नहीं थी उस में. अपनी जिंदगी से हताश, निराश हो कर वह मौत को गले लगा बैठी और पीछे छोड़ गई रोतेबिलखते अपने परिवार को हमेशा के लिए.

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