अमेरिका के सिलिकॉन वैली में मैथमैटिश्यन श्रीनिवास रामानुजन पर बनी मूवी 'द मैन हू न्यू इनफिनिटी' की स्क्रीनिंग हुई. अमेरिका की 50 जानी-मानी हस्तियों को रामानुजन को जानने का मौका मिला. मैथ्स को लेकर उनके स्ट्रगल और इसमें उनकी दिलचस्पी को देख कर लोग इमोशनल हो गए.

जकरबर्ग और पिचई ने भी की शिरकत

फिल्म देखने के बाद फेसबुक फाउंडर मार्क जकरबर्ग और गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने उनके नाम पर फाउंडेशन बनाने का ऐलान किया. रूसी अरबपति और डिजिटल स्काई टेक्नॉलजी के संस्थापक यूरी मिलर ने यह स्क्रीनिंग की थी. इसमें जकरबर्ग और पिचई के साथ गूगल के फाउंडर सर्गेई ब्रिन, ओकुलुस वीआर के सीईओ ब्रेंडन इर्बी जैसी शख्सियतें मौजूद थीं.

देव पटेल हैं लीड रोल में

ऑस्कर विनिंग मूवी 'स्लम डॉग मिलिनेयर' फेम देव पटेल रामानुजन के रोल में हैं. वहीं, प्रफेसर जी. एच. हार्डी का रोल जेरेमी आयरंस ने किया है. पटेल ने मैथ्स की बेहद मुश्किल इक्वेशन को समझने के लिए प्रफेसर केन ओनो से मदद ली है. रामानुजन का जन्म 22 दिसंबर 1887 को मद्रास के इरोड में हुआ था. महज 33 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था. मैथ्स पर लिखे एक आर्टिकल ने उन्हें कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के प्रफेसर जी.एच. हार्डी से मिलवाया. उन्होंने ही रामानुजन को इंग्लैंड बुलाया. मैथ्स को लेकर किए गए उनके अनैलेसिस ने दुनियाभर में हलचल मचा दी. उनके जीवन के इसी ताने बाने को मूवी में बुना गया है.

कमाल के थे रामानुजन

10 साल की उम्र में हाई स्कूल में टॉप किया था.

12 साल की उम्र में ट्रिगोनोमेट्री में महारत हासिल कर ली थी.

सिर्फ मैथ्स में रुचि होने की वजह से इंटर में फेल हो गए. ऐसा कहा जाता है कि वह एक सवाल को हल करने में ही ज्यादा वक्त लगा देते थे, जिससे परीक्षा का समय निकल जाता था.

जब वह सातवीं में थे, तब बीएससी के बच्चों को मैथ्स पढ़ाते थे.

17 साल की उम्र में बरनौली नंबर पर रिसर्च पूरी की.

 

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