जम्‍मू कश्‍मीर के त्राल में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी के नाम पर क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया गया. इस टूर्नामेंट में शामिल हुई 16 टीमों में से 3 के नाम आतंकियों के नाम पर थे. यह प्रतियोगिता हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान मुजफ्फर वानी के भाई खालिद की याद में आयोजित की गई. खालिद पिछले साल पुलवामा के जंगलों में मारा गया था. सेना का कहना था कि खालिद आतंकी था और मुठभेड़ में वह मारा गया.

किन आतंकियों से इन्सपायर्ड होकर रखे गए नाम….

– बुरहान लायंस, आबिद खान कलंदर्स और खालिद आर्यन्स, इन तीन टीमों के नाम हिज्बुल आतंकियों के नाम पर रखे गए थे.

– एक ऑर्गनाइजर का कहना है कि टूर्नामेंट खालिद मुज्जफ्फर वानी की याद में ऑर्गनाइज किया गया था. खालिद हिज्बुल का आतंकी था. आर्मी ने उसे पिछले साल पुलवामा में एनकाउंटर के दौरान मार गिराया था.

– खालिद तब मारा गया था जब वह अपने भाई से मिलने जंगल में आया था.

पाकिस्तान सुपर लीग से भी इन्सपिरेशन

– टूर्नामेंट में शिरकत करने वाली कुछ टीमों के नाम आईपीएल और पीएसएल की टीमों पर रखे गए थे. पीएसएल यानी पाकिस्तान सुपर लीग को आईपीएल का जवाब बताया जाता है.

– पीएसएल पहली बार इसी साल हुआ था. हालांकि इसे फ्लॉप शो माना गया.

– बुरहान लायंस का नाम बुरहान नाम के आतंकी के इन्सपायर होकर रखा गया. बुरहान हेडमास्टर का बेटा है. उसने 2010 में घर छोड़कर हिज्बुल ज्वाइन कर लिया था.

– इसी तरह आबिद खान कलंदर टीम का नाम हिज्बुल कमांडर आबिद खान से इन्सपायर होकर रखा गया. आबिद एनकाउंटर के दौरान 2014 में मारा गया था. इसी एनकाउंटर में आर्मी का एक कर्नल भी शहीद हुआ था.

– इस टूर्नामेंट को खालिद आर्यन्स टीम ने जीता.

ओपनिंग सेरेमनी में लगे आजादी के नारे

– एक ऑर्गनाइजर ने कहा यह पहली बार है जब टीमों के नाम आतंकियों के नाम पर रखे गए.     -22 फरवरी को ओपनिंग सेरेमनी में कश्मीर की आजादी के नारे लगे.

– फाइनल में खालिद के पिता को चीफ गेस्ट के तौर पर इनवाइट किया गया था.

– इस ऑर्गनाइजर का कहना है कि आतंकियों के नाम पर टीमों के नाम रखना अब यहां जैसे नॉर्मल बात होती जा रही है.

– वैसे तो इस टूर्नामेंट को अप्रैल के दूसरे हफ्ते में ही खत्म होना था लेकिन हंदवाड़ा की घटना के बाद इसमें देर हो गई.

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