टेलीकौम कंपनी वोडाफोन और आइडिया लिमिटेड अपने यूजर्स के लिए कुछ अहम बदलाव करने जा रही है. आइडिया सेल्युलर और वोडाफोन इंडिया के मर्जर को अंतिम मंजूरी मिलने के बाद कंपनियां जरूरी फेरबदल कर रही हैं. मैनेजमेंट में बड़ा बदलाव हो रहा है. हालांकि, अभी तक कंपनी की ओर से किसी तरह की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. लेकिन, कंपनी नए नाम से ही नए सिम जारी करेगी या यूजर्स को उन्हीं के सिम पर नए औफर्स देंगी. इसे लेकर सबके मन में सवाल जरूर उठ रहा है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि मर्जर के बाद दोनों कंपनियों के यूजर्स के लिए क्या बदलाव होंगे.

नहीं बदलना होगा सिम

आइडिया और वोडाफोन के मर्जर के बाद नया सिम लेने की जरूरत नहीं होगा. कंपनी अपने सिस्टम में ही पुराने यूजर्स का डाटा अपडेट करेगी. साथ ही उन्हें पुराने नंबर और सिम पर ही नए औफर्स मिलेंगे. हालांकि, सोशल मीडिया पर यह चर्चा उठी थी कि मर्जर के बाद यूजर्स को नया सिम लेना होगा. हालांकि, यह संभावना है कि कंपनी नए नाम के साथ नए सिम भी जारी करेगी. लेकिन, यह सिम नए यूजर्स के लिए होंगे. मौजूदा यूजर्स की कंपनी खुद बदल जाएगी. लेकिन, उन्हें सिम नहीं बदलना होगा. कंपनी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि दोनों ही कंपनियां पहले ही सिस्टम को 4 जी सेवा के अनुरूप अपडेट कर चुकी हैं. ऐसे में पुराने यूजर्स को सिम बदलने की कोई जरूरत नहीं होगी.

कब से मिलेंगे औफर्स

चर्चा है कि अब वोडाफोन और आइडिया अपने यूजर्स के लिए बड़े औफर्स पेश कर सकती है. हालांकि, कंपनी से जुड़े सूत्रों की मानें तो औपचारिक घोषणा होने और प्रक्रिया पूरी होने तक दोनों कंपनियों के ग्राहक अलग ही रहेंगे. दोनों के औफर्स भी अलग होंगे. फिलहाल के लिए औफर्स में बदलाव नहीं होगा. नई कंपनी बनने के बाद ही ग्राहकों के लिए नए प्लान निकाले जाएंगे. हालांकि, यह प्लांस पहले की तरह ही होंगे या नहीं इसको लेकर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता. मर्जर के बाद ही स्थिति साफ होगी.

टेलीकौम सेक्टर में फिर होगा प्राइस वार

रिलायंस जियो की एंट्री के बाद से टेलीकौम सेक्टर में प्राइस वार जारी है. ऐसे में वोडाफोन-आइडिया के मर्जर के बाद एक बार फिर प्राइस वार छिड़ेगा. वोडाफोन-आइडिया के पास सबसे ज्यादा यूजर्स होंगे. साथ ही अब उनके पास यह स्पेस होगा कि वह सस्ती दरों पर लोगों को बेहतर औफर पेश कर सकें. जियो के आने के बाद से ही कंपनियों ने अपने दाम में बड़ी कटौती की थी. अब फिर से नए प्लान्स की भरमार होगी. एयरटेल और जियो भी अपने यूजर्स को रोके रखने के लिए नए प्लान्स पेश कर सकती हैं.

टावर्स होंगे अपडेट

मर्जर के बाद बनने वाली नई कंपनी पुराने टावर्स को भी अपग्रेड करेगी. दरअसल, वोडाफोन-आइडिया के पास पहले के मुकाबले ज्यादा स्पेक्ट्रम होगा. फिलहाल, कंपनी 2 जी और 3 जी कम्पैटिबल टावर्स का इस्तेमाल करती है. नई कंपनी बनने से वह भी 4 जी टावर्स में जाएगी. इससे उसे स्पीड बढ़ाने में फायदा मिलेगा. जियो की टक्कर में कंपनी के पास यूजर्स बेस बढ़ाने का मौका होगा. एयरटेल पहले ही अपने टावर अपग्रेड करने में जुट गई है.

सुधरेगा नेटवर्क

देश की सबसे बड़ी टेलीकौम कंपनी के पास नेटवर्क सुधारने का भी मौका होगा. क्योंकि, स्पेक्ट्रम के मामले में भी कंपनी के पास सबसे बड़ा नेटवर्क होगा. इससे कौल ड्राप और कनेक्टिविटी की समस्या नहीं होगी. खास बात यह है कि वोडाफोन और आइडिया के मिलने से शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में कंपनी की पकड़ होगी. ऐसे में यूजर्स को बड़ा फायदा मिलेगा. 4जी कनेक्टिविटी में भी बड़ी सुधार देखने को मिलेगा.

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