टीम इंडिया में वापसी करने के प्रयास में जुटे सुरेश रैना ने भी युवराज सिंह के बाद राष्ट्रीय टीम में चयन के मानक यो-यो टेस्ट को पास कर अपनी फिटनेस से वापसी के संकेत दिए हैं. यो-यो टेस्ट पास करने बाद टीम इंडिया से बाहर चल रहे विस्फोटक बल्लेबाज सुरेश रैना के लिए राष्ट्रीय टीम में वापसी के द्वार खुल गए हैं. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि नए साल को रैना की जल्द वापसी हो सकती है.
रैना ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में कड़ी मेहनत के बाद मैंने अपना यो-यो फिटनेस टेस्ट पास कर लिया. इस दौरान प्रशिक्षकों, कोचों और अधिकारियों से मुझे काफी समर्थन प्राप्त हुआ. सभी का धन्यवाद. एनसीए में आकर मेरा आत्मविश्वास काफी बढ़ा है.
आपको बता दें कि 31 साल के रैना करीब एक साल से टीम से बाहर चल रहे हैं. उन्होंने अपना आखिरी वनडे अक्टूबर 2015 में मुंबई में दक्षिण अफ्रीका खेला था. इसके अलावा अपना आखिरी टी-20 इस वर्ष फरवरी में बेंगलुरु में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था. उसके बाद से ही वह लगातार टीम में वापसी का प्रयास कर रहे हैं और इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. मालूम हो कि रैना से पहले गत माह युवराज सिंह ने भी यो-यो फिटनेस टेस्ट पास किया था.
आइए डालते हैं एक नजर सुरेश रैना की उन पारियों पर जिनके दम पर वह एक बार फिर टीम में वापसी कर सकते हैं.
2011 वर्ल्ड कप में औस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 34 रन
औस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम को 2011 वर्ल्डकप में क्वार्टर-फाइनल मुकाबला खेलना था. इस मैच में सुरेश रैना भी शामिल थे. इससे पहले रैना को ज्यादा मैच में खेलने का मौका नहीं मिला था. रैना ने भी इस मौके का भरपूर फायदा उठाया और टीम के जीत में अहम योगदान दिया. भारत को जीत के लिए 12 ओवर में 74 रन चाहिए थे. टीम का कोई खिलाड़ी औस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने नहीं टिक सका. ऐसे में रैना ने बहुमूल्य 34 रन बनाकर टीम को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया.
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाए नाबाद 101 रन
2010 आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 60 गेंदों में शतक लगाकर रैना ने इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करा लिया. इस शतक के साथ ही वह पहले ऐसे भारतीय बल्लेबाज बने, जिसने टेस्ट, वनडे और टी-20 तीनों में शतक जड़ा.
सचिन तेंदुलकर के साथ 256 रनों की साझेदारी
साल 2010 में कोलंबो में सुरेश रैना ने श्रीलंका के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था. श्रीलंका ने पहली पारी में 642 रन बनाए. भारत की तरफ से वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर ने अच्छी शुरुआत की थी. इसके बाद रैना ने अपने पहले ही टेस्ट मैच में शतक लगाया और तेंदुलकर के साथ 256 रनों की साझेदारी कर भारत का स्कोर 707 पहुंचा दिया था. ये मैच ड्रा पर खत्म हुआ था.
इंग्लैंड के खिलाफ लगाया शानदार शतक
जेम्स एंडरसन, क्रिस वोक्स, क्रिस जार्डन और बेन स्टोक्स जैसे गेंदबाजों के खिलाफ साल 2014 में रैना ने ये शतक जड़ा था.
औस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम गेंद पर चौका जड़ दिलाई जीत
साल 2016 में भारतीय टीम औस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज खेल रही थी. इस मैच में भारत के सामने जीत के लिए 197 रनों का लक्ष्य था. भारत की तरफ से विराट कोहली और रोहित शर्मा ने अर्धशतक लगाया. जबकि सुरेश रैना ने 49 रन बनाएं. भारत को अंतिम गेंद पर जीत के लिए 2 रनों की जरूरत थी और रैना ने शानदार चौका जड़कर टीम की जीत सुनिश्चित की.