पिछले कुछ सप्ताहों से हमारी पीपल्स फौर ऐनिमल्स की टीम उन धार्मिक औन लाइन वैबसाइटों को खंगाल रही थी, जिन में हिंदू धर्म के नाम पर बकवास भरी हुई है. जब से मुझे हठजोड़ी के बारे में पढ़ने को मिला है, जिसे चमत्कारी तावीज के नाम पर बेचा जा रहा है जो असल में गोह चमकी मौनिटर लिजर्ड का लिंग है और जिसे साइटों पर सेहत, धन, वशीकरण आदि पाने का उपाय मान कर बेचा जा रहा है, हम इसी बकवास के बेचे जाने के बारे में ढूंढ़ रहे हैं.

सियार सिंघी एक गीदड़ सींग के नाम पर बेची जा रही है. पहली बात गीदड़ वाइल्ड लाइफ प्रोटैक्शन एक्ट 1972 के अंतर्गत संरक्षित प्राणी है. दूसरी बात यह है कि सियार या गीदड़ के सींग होता ही नहीं है. लेकिन यह दावा किया जाता है कि जब गीदड़ सिर नीचा कर हुआंहुआं किए चीखता है तो उस के सिर पर एक सींग उग आता है और तभी उसे मारा जाए और यह सींग बालों सहित निकाल लिया जाए तो बाल हमेशा उगते रहेंगे. आप को उसे बस सिंदूर में रखना होगा.

इस से दुष्टात्माओं को दूर रखा जा सकता है. आप को पंडों को बुला कर इसे बीच में रख कर हवन कराना होगा और उस पर जो खर्च होगा, वह सहना होगा वरना यह चमत्कारी सींग काम न करेगा.

सिर्फ अंधविश्वास

यह बेहूदगी सिर्फ हिंदुओं में ही नहीं है. वरन मुसलमानों और बौद्धों में भी है. श्रीलंका में अनपढ़ लोग इस का तावीज बना कर इसे गले में पहनते हैं ताकि वे जुए में जीत सकें. नेपाल के थारू आदिवासियों में अंधविश्वास है कि अगर यह साथ हो तो अंधेरे में भी देखा जा सकता है और औरतों को वश में करा जा सकता है.

बंगाल में हठजोड़ी की तरह इसे तिजोरियों में रखा जाता है ताकि धनदौलत दिन दूनी रात चौगुनी हो जाए. यह बात दूसरी है कि जब तिजोरी के सामने पूजा की जाती है तो शातिर लोग पुजारी बन कर पैसा ही उड़ा कर अंतर्ध्यान हो जाते हैं.

कुछ साइटों पर दावा किया जा रहा है कि बाइबिल में लिखा है कि सियारी शैतान की मां है और यदि सिंघी को साथ रखा जाए तो शैतान की मां शैतान को दूर रखती है.

घट रही है संख्या

सुनहरे सियार की 13 प्रजातियां होती थीं, जिन में से अब 7 बची हैं. यह कुत्ते की तरह वन पशु है, जो फल, कीड़े, पक्षी, चूहे आदि खा कर जिंदा रहता है. आमतौर पर नर मादा व बच्चे साथ एक परिवार की तरह झुंड में रहते हैं. पंचतंत्र में इन्हें होशियार व अक्लमंद जानवर मान कर इन पर कहानियां लिखी गई हैं. सियारों की आवाज को कईर् जगह शुभ भी माना जाता है.

सियारों को मार कर खाया भी जाता है पर इन की घटती संख्या का बड़ा कारण यह काल्पनिक सींग है. अब पुलिस इन वैबसाइटों को बंद कर के इन्हें चलाने वालों को पकड़ने की कोशिश कर रही है.

न फसें मायाजाल में

इस तिलिस्मी हड्डी के बहुत से गुण बताए जाते हैं, बशर्ते आप सही पूजा करवा लें. धन मिलेगा, केस जीतोगे, जीवनसाथी के साथ सुख पाओगे, स्वास्थ्य लाभ होगा, संपत्ति मिलेगी, डिप्रैशन समाप्त हो जाएगा. यही नहीं इस से बहुत सी गंभीर बीमारियां जैसे मानसिक रोग, औटिज्म, खाने में गड़बड़, पागलपन आदि भी दूर होंगी.

आप को बस सिंघी सामने रख कर मंत्र पढ़ने होंगे. इन वैबसाइटों पर अलगअलग धर्मों में अलगअलग मंत्र भी सुझाए गए हैं- मुमकरया कुरु कुक नम:, ओम पद्माश्रिम, ओम हरीओम.

पूर्व दक्षिण उत्तर पश्चिम, अधिक तरल पदार्थ सभी जन्य आज्ञाकारी कुरुकुरु नम: वगैरह पढ़ना जरूरी है. 1 बार नहीं 21 से 108 बार ये मंत्र जपने होंगे. और हां यदि इसी साइट पर बिक रही चमत्कारी मणियों की माला नहीं खरीदी तो यह सियार सिंघी काम नहीं करेगी.

महज बकवास है

मुसलमानों को बताया जाता है कि अल्लाह ने इस में खास ताकत भरी है. कुछ साइटों पर पैसा कमाने की और भी तरकीबें भी ठूंसी गई हैं. इन्हीं साइटों में बताया गया है कि इसे सियार सिंघी को पारे में रखने से इस की ताकत बढ़ जाती है और यह सिंघी पारे को खा लेती है.

यदि 21वीं सदी में भी लोग इस तरह की बकवास पर विश्वास करेंगे तो वे धनवान हों न हों पर बेचने वाले जरूर हो रहे हैं.

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