आमतौर पर कंप्यूटर और मोबाइल फोन समेत सभी डिवाइस एक संख्यात्मक लेबल के साथ असाइन किया जाता है. इसे इंटरनेट सविर्स प्रोवाइडर की ओर से इंटरनेट प्रोटोकौल यानि आईपी एड्रेस कहा जाता है. आम आदमी के शब्द में, यह एक भौतिक पते के समान है, जिसे आप औनलाइन देख सकते हैं, औफलाइन नहीं. इसके साथ ही इंटरनेट में कुछ भी सुरक्षित नहीं है जब तक कि आप उसके सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम ना उठाएं.

कभी कभी जब आप कोई वेबसाइट सर्फ करते हैं तो, सामने वाला आपकी लोकेशन को देख सकता है. इसके साथ ही जब आप उसकी साइट पर जाएंगे तो वह आपकी गतिविधि को ट्रैक कर सकते हैं. इन सभी से बचने के लिए आप अपने आईपी एड्रेस को छुपा सकते हैं. यहां हम आपको बताएंगे कि आप अपने आईपी एड्रेस की सुरक्षा कैसे कर सकते हैं.

 

राउटर और फायरवौल को अपडेट करें

आमतौर पर, राउटर नेटवर्क के बीच का डाटा लेता है और आपका फायरवौल बाहर से आने वाले अनौथराइज्ड एक्सेस को रोकता है. इस स्थिति में, हमेशा अपने राउटर के प्रशासनिक पासवर्ड को बदलना याद रखें. क्योंकि अधिकतर डिफौल्ट पासवर्ड को औनलाइन आसानी से खोजा जा सकता है. आपके ISP की ओर से उपलब्ध कराए गए पासवर्ड को भी औनलाइन आसानी से खोजा जा सकता है.

बेनामी प्रौक्सी सर्वर से बचें

ये वो सर्वर हैं जो होम नेटवर्क और इंटरनेट के बीच मध्यस्था का काम करता है. आमतौर पर, ये प्रौक्सी सर्वर आपके आईपी एड्रेस के बजाय अपने आईपी का उपयोग करने के लिए आपकी ओर से डाटा के लिए अनुरोध करता है. इस तरह से, हैकर्स सर्वर आपके प्रौक्सी के आईपी एड्रेस को नोटिस करते है.

VPN का इस्तेमाल करें

वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) एन्क्रिप्शन के जरिए औनलाइन आपके डाटा की सुरक्षा करता है. इसके साथ ही एक अलग सर्वर के माध्यम से आपके ट्रैफिक को रिडायरेक्ट करता है, जो आपके लिए सुरक्षित होता है. इसके अलावा, औनलाइन कई सारे पेड और फ्री VPN उपलब्ध हैं, जिसे आप अपनी सुविधानुसार चुन सकते हैं, इसमें प्रौक्सी भी दी गई है. यह एक एडिशनल हब है जिसके जरिए इंटरनेट रिक्वेस्ट को प्रोसेस करते समय आपके आईपी एड्रेस को हाइड कर दिया जाता है.

प्रौक्सी के लिए टूल्स

प्रौक्सी सर्वर का सपोर्ट करने वाले इंटरनेट पर प्रीमियम और फ्री दोनों के लिए कई टूल्स उपलब्ध हैं. इसके साथ ही, अपनी प्राइवेट के सेटिंग को बदलें, ताकि जिन लोगों को आप नहीं जानते वे आपको कौल नहीं कर सकते.

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