Peter Navarro : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो ने कहा कि ‘मैं बस इतना कहूंगा कि भारतीय लोग समझें कि यहां क्या हो रहा है. ब्राह्मण भारतीय लोगों की कीमत पर मुनाफा कमा रहे हैं और हमें इसे रोकना होगा.’

पीटर नवारो ने वो कहा जो कांग्रेस के नेता राहुल गांधी लगातार कहते आ रहे हैं. राहुल गांधी ने ओबीसी को समाने रख कर यही बात कही थी कि पीएमओ में ओबीसी का अफसर नहीं होता है. पीएमओ को ऊंची जातियों के अफसर चला रहे हैं. राजनीतिक कारणो से राहुल गांधी ने ब्राहमण शब्द का इस्तेमाल कम किया था. जो मुद्दा राहुल गांधी ने उठाया था वही डोनाल्ड ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो उठा रहे हैं.

फौक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में नवारो ने अमेरिका की ओर से भारत पर लगाए 50 प्रतिशत टैरिफ को सही ठहराया. उन्होंने कहा कि नई दिल्ली क्रेमलिन के लिए सिर्फ एक धोबीघर है. मुझे समझ नहीं आ रहा कि भारत दुनिया का सब से बड़ा लोकतंत्र होने के बावजूद पुतिन और शी जिनपिंग के साथ क्यों घुलमिल रहा है ?

नवारो ने आगे कहा मैं बस इतना कहूंगा कि भारतीय लोग समझें कि यहां क्या हो रहा है. ब्राह्मण भारतीय लोगों की कीमत पर मुनाफा कमा रहे हैं और हमें इसे रोकना होगा.

पीटर नवारो इस बात कि तरफ ध्यान दिलाना चाहते थे कि भारत जो क्रूड आयल रूस से खरीद रहा है उस का लाभ भारत के ‘ऊंची जाति’ वाले कारोबारी ले जा रहे हैं. ‘ऊंची जाति’ को पीटर नवारो ने ‘ब्राहमण’ का नाम दे दिया. भारत में इस को ‘ब्राहमण वर्ग’ की अलोचना के रूप में लिया गया. इस को ले कर सोशल मीडिया पर आलोचना और समर्थन का सैलाब आ गया.

शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि “नवारो का ये बयान बुढ़ापे के चरम पर पहुंची उन की निराशा है. नवारो का भारत में किसी खास जाति का जिक्र कर के अपनी बात समझाने की कोशिश करना, चाहे उन का मकसद यह दिखाना ही क्यों न हो कि कुछ लोग बाकी लोगों से अधिक फायदे में हैं, बेहद शर्मनाक और डराने वाली बात है. अमेरिकी प्रशासन में किसी वरिष्ठ व्यक्ति की ओर से ब्राह्मण शब्द का प्रयोग भारत के संदर्भ में अचानक नहीं हो सकता, यह जानबूझ कर किया गया था.”

टीएमसी नेता सागरिका घोष ने नवारो के बयान पर लिखा ‘”बोस्टन ब्राह्मण कभी अमेरिका में न्यू इंग्लैंड के अमीर अभिजात वर्ग के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक शब्द था. अंगरेजी भाषी दुनिया में आज भी ब्राह्मण को आर्थिक और सामाजिक रूप से अमीर दर्शाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है.”

साकेत गोखले ने कहा “अज्ञानता का एक सही उदाहरण पीटर नवारो कैम्ब्रिज, मैसाचुसेट्स से हैं. न्यू इंग्लैंड में खासकर बोस्टन और उन के आसपास के इलाकों में ‘ब्राह्मण’ शब्द का इस्तेमाल किसी ऐसे व्यक्ति के लिए किया जाता है, जो काफी अमीर हो.”

पीटर नेवारो के रूसी तेल के ब्राह्मण कनेक्शन जोड़ने पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि “अमेरिका कह रहा है कि रुस के तेल का फायदा ब्राह्मण जाति को हो रहा है, तेल लेने वाले कौन हैं, भारत सरकार, क्या पीएम मोदी ब्राह्मण हैं? निजी कम्पनी के कौन से मालिक ब्राह्मण हैं ? लगता है कि राहुल गांधी की अज्ञानता का स्क्रिप्ट अमेरिका पहुंचा गई है. अमेरिका को सत्य नडेला, सुंदर पिचई, इंदिरा नुई के बारे में सोचना चाहिए क्योंकि ये सभी ब्राह्मण हैं और अमेरिका की कम्पनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं.”  Peter Navarro

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