Krishna Arjun Movie : एरिक रौबर्टस के साथ इंटरनैशनल वैब सीरीज ‘मदीनाह’ और दो लघु फिल्मों में अभिनय करने के बाद हेमवंत तिवारी 2023 में विश्व की पहली वन शौट ब्लैक एंड व्हाइट फिल्म ‘लोमड़’ को बनाने को ले कर चर्चा में हैं, जिसे 24 विभिन्न इंटरनैशनल फिल्म फैस्टिवलों में पुरस्कृत किया गया था. दर्शकों ने इस फिल्म को काफी पसंद किया था. यह एक घंटा 37 मिनट की फिल्म थी. उन की एक लघु फिल्म ‘लाइफ इज ब्यूटीफुल’ (जिंदगी खूबसूरत है) को कान्स इंटरनैशनल फिल्म फैस्टिवल में प्रदर्शित की गई थी.

अब हेमवंत तिवारी ने विश्व की पहली वन-टेक यानी सिंगल शौट की दोहरी भूमिका वाली फिल्म ‘कृष्णा अर्जुन’ बनाई है. लेकिन दो घंटे 14 मिनट की लंबी अवधि वाली इस फिल्म केा सिनेमाघरों में रिलीज नहीं किया जा सकता क्योंकि सैंसर बोर्ड ने इसे प्रमाणपत्र देने से इनकार कर दिया है. जबकि हेमवंत तिवारी कुछ सीन ब्लर करने (शाहरुख खान की फिल्म ‘जवान’ में कुछ नग्न दृष्यों को ब्लर करने पर सैंसर बोर्ड ने पारित किया था) व कुछ संवाद म्यूट कर ‘ए’ प्रमाणपत्र लेने को तैयार थे. लेकिन हेमवंत अपनी फिल्म के एक भी सीन पर कैंची नहीं चला सकते. कोई भी कट करने से पूरी प्रक्रिया विफल हो जाएगी, क्योंकि इस से हेमवंत से वन-टेक फ़िल्म बनाने का श्रेय छिन जाएगा. कट, यहां तक कि एक कट भी, ध्यान देने योग्य होगा, वह उन के इस दावे को झूठा साबित करेगा कि उन की फिल्म एक शौट वाली है.

फिल्म ‘कृष्णा अर्जुन’ एक बोल्ड फिल्म है जिस में मंत्री द्वारा एक लड़की के साथ 3 लड़कों से बलात्कार करवाने का आरोप है. अब ल़डकी गर्भवती है. वह न्याय की भीख मांग रही है. इस लड़ाई में जुड़वां भाई कृष्णा व अर्जुन उस लड़की की मदद कर रहे हैं लेकिन मंत्री के इशारे पर पुलिस स्टेशन के अंदर ही नंगा नाच चल रहा है. इस में मंत्री, जज व पुलिस तंत्र भी जुड़ा हुआ है. अर्जुन की हत्या करने के बाद जज, मंत्री व पुलिस अर्जुन के भाई कृष्णा को पूर्णरूपेण नंगा कर पीटते हैं. इस तरह इस फिल्म में गंदी गालियों की बौछार है, तो वहीं एक लंबा नग्न दृश्य भी है.

सैंसर बोर्ड ने गालियों और यौन संवादों के भरपूर इस्तेमाल और लगभग पूरी नग्नता पर आपत्ति जताई है. बोर्ड चाहता है कि ये सारे सीन काट दिए जाएं. फिल्म के निर्माता, लेखक, निर्देशक व मुख्य अभिनेता हेमवंत तिवारी का तर्क है कि अगर वे एक भी सीन कट करते हैं तो उन की फिल्म ‘कृष्णा अर्जुन’ दुनिया की पहली वन-टेक फिल्म नहीं कहलाएगी और वे इस श्रेय को खोना नहीं चाहते. हेमवंत तिवारी नहीं चाहते कि हौलीवुड फिल्मों ‘बर्डमैन’ और ‘1917’ की तरह उन की फिल्म पर भी वन-टेक फ़िल्म होने का आभास देने के लिए योजनाबद्ध तरीके से शूट और संपादित किए जाने का आरोप लगे.

हेमवंत तिवारी कहते हैं, ‘‘हम नग्न दृश्य को ब्लर करने के साथ ही जज, मंत्री व गालियों को म्यूट करने को तैयार हैं. मगर सैंसर बोर्ड चाहता है कि मैं सीन को ‘ब्लर’ करने के बजाय काट दूं, तभी वह ‘ए’ प्रमाणपत्र देगा. जबकि इस से पहले सैंसर बोर्ड शाहरुख खान की फिल्म ‘जवान’ के नग्न दृश्य को ‘ब्लर’ कर पारित कर चुका है. पर मेरी बात नहीं सुनी जा रही है. मैं बोर्ड से लड़ने में खुद को सक्षम नहीं मानता, इसलिए मैं ने अपनी फिल्म को यूट्यूब पर रिलीज कर दिया है, जहां लोग पैसे दे कर देख सकते हैं. हम ने अपनी यह फिल्म ‘सृष्टिकर्ता’ यानी औरत को समर्पित की है.’’

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