Film Review : रेटिंग – एक स्टार
15 अगस्त 2024 को मुदस्सर अजीज निर्देशित तथा तापसी पन्नू, वाणी कपूर, अक्षय कुमार सहित कई सितारों से सजी फिल्म ‘खेलखेल में’ रिलीज हुई थी, जिसे बौक्स औफिस पर सफलता नसीब नहीं हुई थी. उस वक्त फिल्म के निर्देशक ने कहा था, ‘‘रिश्तों के बारे में एक निश्चित मानसिक बुद्धिमत्ता और जागरूकता है जो खेलखेल में जैसी फिल्म को समझने के लिए आवश्यक शर्तें हैं.’’ खेलखेल में फिल्म एक रीमेक फिल्म थी.
इस बार वही मुदस्सर अजीज बतौर लेखक व निर्देशक 20 से 30 वर्ष की उम्र के दर्शकों को ध्यान में रख कर मौलिक कहानी पर रोमकोम कौमेडी फिल्म ‘मेरे हसबैंड की बीवी’ ले कर आए हैं, जो कि बेसिर पैर की कहानी से युक्त अति बेतुकी फिल्म है.
कहानी
फिल्म ‘मेरे हसबैंड की बीवी’ की कहानी अंकुर (अर्जुन कपूर) की है, जिस का अपनी पत्नी प्रभलीन कौर (भूमि पेडनेकर) से तलाक हो चुका है. इस के बावजूद उस पर अपनी पूर्व पत्नी का हैंगओवर है. उसे जबजब अपनी बीवी के डरावने सपने आते हैं, तबतब सपने में उस की पत्नी उसे प्रताड़ित करती रहती है. यही वजह है कि वह दोबारा प्यार में पड़ने या शादी करने की सोचना तक नहीं चाहता. उस का दोस्त रेहान (हर्ष गुजराल) उसे लगातार किसी दूसरी लड़की से दिल लगाने को प्रेरित करता रहता है, मगर अंकुर अपनी पूर्व पत्नी प्रभलीन के बुरे ख्यालों के चलते यह हिम्मत नहीं कर पाता.
अंकुर अपने पारिवारिक बिजनेस के सिलसिले में ऋषिकेश आता है. वहां कालेज के दिनों में आकर्षण का केंद्र रहीं अंतरा खन्ना (रकुल प्रीत सिंह) से उस की मुलाकात होती है. अंतरा एक हैंगग्लाइडिंग ट्रेनर है. वह मिलते हैं और अंकुर अंतरा के साथ घूमने की हिम्मत भी करता है. वह हैंगग्लाइडिंग की सवारी भी करता है. लेकिन उतरने पर, एक्रोफोबिक अंकुर को मिचली महसूस होती है, जबकि अंतरा मुसकराती है.
रेहान के कहने पर अंकुर अंतरा के सामने शादी का प्रस्ताव रखता है, जिसे वह ठुकरा देती है. रेहान की सलाह पर अंकुर उसे प्रभावित करने के लिए एक अजीब तरीका अपनाता है. वह एक आलीशान मौल में अंतरा और उस के सख्त, असभ्य भाई, रिकी (डिनो मोरिया) के ठीक सामने पहुंचता है. कुछ नाटकीय संवादों के बाद अंतरा और उस का भाई प्रभावित होता है. बात बन जाती है.
इधर अंतरा, अंकुर के साथ स्कौटलैंड में एक भव्य समारोह और रिसैप्शन के साथ शादी करने की योजना बनाती है. तभी प्रभलीन उन की जिंदगी में लौट आती है. दरअसल, एक्सीडैंट के कारण प्रभलीन रेट्रोग्रेड एम्नेसिया जैसी बीमारी की शिकार हो चुकी है.
इस में उसे अपनी शादी याद है लेकिन अलगाव नहीं. डाक्टरों की सलाह के कारण अंकुर अपने अतीत की दुखद सच्चाई प्रभलीन को बता नहीं पाता. मगर यहां अंतरा और अंकुर अपने भविष्य के सपने बुन चुके हैं. ऐसे हालात में प्रभलीन और अंतरा के बीच अंकुर को पाने की एक होड़ मच जाती है, जिस के तहत वह दोनों किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं. सभी स्कौटलैंड पहुंच जाते हैं. उस के बाद क्या होता है, यह बताने की जरुरत नहीं.
असहनीय और थकाऊ है फिल्म की पटकथा
निर्देशक मुदस्सर अजीज ने इस फिल्म को पूरी तरह से बरबाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. फिल्म की पटकथा के साथ ही संवाद भी असहनीय, थकाऊ और शुद्ध यातनापूर्ण हैं. पिछले 20 वर्षों में उन की एकमात्र सफल फिल्म ‘हैप्पी भाग जाएगी’ थी. हीरो को पाने के लिए दो हीरोइनें जितनी चालें चलती हैं, वह सब हम ‘पतिपत्नी और वो’, ‘साजन चले ससुराल’, ‘जुदाई’, ‘सैंडविच’, ‘गोविंदा नाम मेरा’ ही नहीं लेखक व निर्देशक मुदस्सर अजीज की 2019 में कार्तिक आर्यन, भूमि पेडनेकर और अनन्या पांडे को ले कर आई फिल्म ‘पतिपत्नी और वो’ में देख चुके हैं.
लेखक व निर्देशक मुदस्सर अजीज की समझदारी की मिसाल यह है कि फिल्म के अंदर एक बैचलर पार्टी है, जिस में लड़कों के पिता भी शामिल हैं, शायद निर्देशक व लेखक मुदस्सर के अनुसार युवा लड़कों के पिता भी बैचलर होते होंगे. ‘मेरे हसबैंड की बीवी’ की कहानी में बिखराव ही बिखराव है.
लगता है कि लेखक व निर्देशक ने लोकेशन के अनुसार कुछ दृश्य फिल्माए और फिल्म के रूप में परोस दिया. उन्हें यही नहीं पता कि वह बताना क्या चाहते हैं. इंटरवल से पहले अचानक बैचलर पार्टी और मारपीट के दृश्य जबरन ठूंस कर फिल्म को खींचा गया है. तो वहीं फिल्म में जबरन एक दृश्य में मस्जिद और कबूतर उड़ते हुए दिखाया गया, जबकि वहां पर फिल्म से जुड़ा कोई किरदार मौजूद नही है. पर निर्देशक ने सोचा कम से कम इस तरह फिल्म की लंबाई में 5 से 10 मिनट की बढ़ोत्तरी हो जाएगी.
भूमि पेडनेकर के किरदार द्वारा अंकुर को डराने का उन का विचार हास्यास्पद रूप से बुरा है. अंतरा लंदन व दिल्ली के बीच रहती है, पर वह रिषिकेश में पेरा ग्लाइडिंग क्यों सिखा रही है, पता नहीं. हौट, खूबसूरत और सैक्सी अंतरा खन्ना लंदन में रहती है. डाक्टर है, पर वह सेकंड हैंड यानी कि तलाकशुदा इंसान अंकुर से शादी करने को तैयार हो जाती है, यह बात कम हास्यास्पद नहीं है?
इतना ही नहीं क्या आपने कभी किसी डाक्टर को अपने क्लिनिक में मिनीशौर्ट्स में मरीजों का इलाज करते देखा है? इस फिल्म की बेहूदगी मुदस्सर अजीज के रचनात्मक दिवालियापन का सबूत है. अंकुर व प्रभलीन के बीच तलाक की वजह साफ नहीं है. जब अंकुर, अंतरा के साथ शादी करने वाला होता है, तो प्रभलीन को अचानक अंकुर चाहिए होता है, जबकि उस के साथ उस का बौयफ्रैंड राजवीर (आदित्य सील) है. उस की वजह स्पष्ट नहीं है. अंत में प्रभलीन अचानक से क्यों अपनी गलती मान लेती है? सब कुछ बहुत ही बेसिर पैर की बाते भरी गई है. फिल्म का संगीत भी कर्णप्रिय नहीं है.
लंबे समय से हो रही है अर्जुन कपूर के अभिनय की आलोचना
पिछले लंबे समय से अर्जुन कपूर के अभिनय की आलोचना हो रही है, पर अर्जुन है कि अपने अभिनय को सुधारना ही नहीं चाहते. बामुश्किल कुछ भावनात्मक दृश्यों में उन का अभिनय ठीकठाक है. रोमांस करते हुए वह बिलकुल नही जंचते. प्रभलीन के किरदार में भूमि पेडनेकर हैं, इस फिल्म में वह ओवरएक्टिंग ही कर रही हैं. सर्जरी करा कर वह अपना चेहरा व लुक पहले ही खराब कर चुकी हैं.
मुदस्सर ने क्या सोच कर ‘मेरे हसबैंड की बीबी’ में अर्जुन कपूर व भूमि पेडणेकर को लिया. इन दोनों की आखिरी फिल्म, द लेडी किलर, 45 करोड़ के बजट पर बनी थी और अपने जीवनकाल में केवल 60 हजार की कमाई की थी. सिर्फ ‘लेडी किलर’ ही नहीं भूमि पेडनेकर अब तक रक्षाबंधन, गोविंदा नाम मेरा, भिड, अफवाह, थैंक यू फौर कमिंग सहित कई असफल फिल्में दे चुकी हैं.
फिल्म में अंतरा के किरदार में रकुल प्रीत सिंह अपना प्रभाव छोड़ने में असफल रहती हैं. 15 साल में वह अय्यारी, रनवे 34, डाक्टर जी, कठपुतली, थैंक गौड, छत्रीवाली, इंडियन 2 सहित कई असफल फिल्मों का वह हिस्सा रही हैं. फिल्म ‘मेरे हसबैंड की बीवी’ का निर्माण तो रकूल प्रीत सिंह के पति जैकी भगनानी ने किया है, ऐसे में वह क्यों भला मेहनत करती! रकूल प्रीत सिंह सिर्फ सुंदर हैं, अभिनय के मामले में वह जीरो हैं.
स्टैंडअप कमेडियन हर्ष गुजराल ने पहली बार एक्टिंग में रखा कदम
अंकुर के दोस्त रेहान के किरदार में स्टैंडअप कमेडियन और इंफ्लुएंसर हर्ष गुजराल ने पहली बार एक्टिंग में कदम रखा है. जबकि वह इस फिल्म की कमजोर कड़ी साबित होते हैं. हर्ष गुजराल को अभी काफी मेहनत करने की जरूरत है. आदित्य सील का किरदार जबरन ठूंसा हुआ लगता है. शक्ति कपूर की तीसरी या चौथी पारी जो भी हो फिल्म ‘एनिमल’ के बाद जमने लगी है. बस ये ‘आऊ’ वाला बैकग्राउंड म्यूजिक अब उन पर सूट नहीं करता. अनीता राज, टीकू टलसानिया आदि ठीकठाक हैं.