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सवाल –
जौब चेंज करने के बाद पुराने औफिस की याद आ रही है. ऐसा नहीं है कि पुराने औफिस से मुझे बहुत लगाव था लेकिन इतने साल एक जगह काम करतेकरते वहां का आदी हो गया था. नया औफिस अच्छा है. नए कलीग्स हैं. अभी ज्यादा सब से मिक्सअप नहीं हुआ हूं. ऐसा क्या करूं कि पुराने औफिस की यादें जेहन से निकाल दूं?
जवाब –
नई कंपनी व जौब में एडजस्ट कर पाना आसान नहीं होता है. जब आप किसी औफिस में लंबे समय तक काम करते हैं तो उसे छोड़ने के बाद यकीनन पुराने औफिस की याद सताती है. लेकिन अब आप का औफिस व पोस्ट दोनों बदल गए हैं तो जरूरी है कि कैरियर गोल्स सैट करें. कैरियर गोल्स को ध्यान में रखते हुए प्लानिंग करें. जब आप अपने कैरियर को आगे ले जाने में बिजी होंगे तो बाकी सभी बातें खुदबखुद पीछे छूट जाएंगी.
हम किसी भी पुरानी चीज या यादों में तब तक ज्यादा उलझे रहते हैं जब तक हम अपने जीवन में कुछ नया नहीं करते. ऐसा ही कुछ वर्क कल्चर में भी है. अब नया औफिस जौइन कर लिया है तो अपने कलीग्स के साथ थोड़ाबहुत ओपन होने की कोशिश करें. उन के साथ लंच करें, एकसाथ कौफी ब्रेक ले सकते हैं. इस से आप को उन के बारे में जानने व नए औफिस में कंफर्टेबल होने में आसानी होगी.
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