इस बार 4 माह मार्च, अप्रैल, मई और जून लोकसभा चुनाव बनाम आईपीएल क्रिकेट टूर्नामैंट के होंगे. लोकसभा में देश के अंदर की पार्टियां अमानेसामने होंगी, जबकि आईपीएल में देशीविदेशी दोनों खिलाड़ी होंगे. लोगों का रुझान किधर ज्यादा होगा, यह देखना दिलचस्प होगा. लोकसभा चुनाव में युवा मतदाता यानी 18 से 29 साल की उम्र वाले केवल मतदान करेंगे. उम्रदराज नेता मुख्य भूमिका में होंगे. जबकि अपने बैट और बौल से आईपीएल में धुआंधार प्रदर्शन करने वाले युवा खिलाड़ी होंगे. यहां उम्रदराज केवल व्यवस्था को ठीक करने में लगे होंगे.

आईपीएल और लोकसभा चुनाव में एक और अहम अंतर है. लोकसभा के चुनावों में अहम भूमिका राष्ट्रवाद और धर्म की रहेगी, जबकि आईपीएल में धर्म और देश की सीमा से बाहर निकल कर खिलाड़ी अपनी खेलभावना का प्रदर्शन करेंगे. चुनाव में धांधली और अपराध की घटनाएं भी होंगी, जिन को रोकने के लिए चुनाव आयोग व्यवस्था करेगा.

आईपीएल में सुरक्षा और यातायात व्यवस्था करना ही पुलिस का काम होगा. लोकसभा चुनाव के कारण आईपीएल कुछ मैचों का कार्यक्रम बदल सकता है. बहरहाल, 4 माह तक लोकसभा चुनाव और आईपीएल का खुमार लोगों के सिर चढ़ कर बोलेगा. मीडिया भी इसी रंग में रंगी दिखेगी. होली का रंग उतरते ही यह रंग चढ़ने लगेगा.

80 दिन होंगे लोकसभा चुनाव के नाम

80 दिनों के लिए लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का शनिवार को ऐलान हो गया है. लोकसभा की 543 सीटों के लिए 7 फेस में चुनाव होंगे. पहले फेज की वोटिंग 19 अप्रैल को और आखिरी फेज की वोटिंग 1 जून को होगी. 4 जून को चुनाव के नतीजे आएंगे. लोकसभा के साथ 4 राज्यों आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के विधानसभा चुनाव भी इसी दौर में होंगे. ओडिशा में 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को वोटिंग होगी. अरुणाचल और सिक्किम में 19 अप्रैल, आंध्र प्रदेश में 13 मई को वोट डाले जाएंगे. सभी चुनाव परिणाम एकसाथ घोषित होंगे.

लोकसभा सीटों की संख्या 543 से बढ़ कर 544 सीटें हो गई हैं. इस की वजह मणिपुर की आउटर मणिपुर लोकसभा सीट है. मणिपुर में 2 लोकसभा सीटें इनर मणिपुर और आउटर मणिपुर हैं. इनर मणिपुर में 19 अप्रैल को और आउटर मणिपुर में 19 अप्रैल और 26 अप्रैल को चुनाव होंगे. इस से पहले 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी ऐसा ही हुआ था. इसलिए लोकसभा सीटों की संख्या 543 से बढ़ कर 544 हो गईं.

चुनावों के इस दौर में कई राज्यों में उपचुनाव भी होंगे. इन में गुजरात की 5, यूपी की 4, हरियाणा, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, राजस्थान, कर्नाटक, तमिलनाडु की 1-1 विधानसभा सीट पर उपचुनाव होगा. चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव को ठीक तरह से निबटाने का पूरा प्रबंध किया है. उसे कई मोरचों पर काम करना पड़ेगा. चुनाव के दौरान बीते 11 सालों में 3,400 करोड़ रुपए के कैश मूवमैंट को रोका गया था. कुछ राज्यों में हिंसा ज्यादा है, कुछ में धनबल ज्यादा है, किसी में भौगोलिक समस्या है. चुनाव आयोग को इन सब से लड़ना है.

चुनाव आयोग करेगा निगरानी

निगरानी के लिए हर जिले में कंट्रोलरूम है. टीवी, सोशल मीडिया, वोबकास्टिंग, 1950 और सी विजिल पर शिकायत की व्यवस्था की गई है. एक सीनियर अफसर हमेशा इन 5 चीजों पर नजर रखेगा. जहां शिकायत मिलेगी, सख्त कार्रवाई की जाएगी. सभी अफसरों को निर्देश दिए गए हैं कि हिंसा न होने दें. नौन बेलेबल वारंट को पुलिस एक्जिक्यूट कर रही है. इंटरनैशनल, इंटर-स्टेट बौर्डर पर कड़ी नजर रखी जा रही है और ड्रोन से चैकिंग की जा रही है.

चुनाव आयोग ने व्यवस्था की है कि शिकायत मिलते ही 100 मिनट में टीम पहुंच जाएगी. इस के लिए सी-विजिल ऐप में किसी को शिकायत करनी है, कहीं पैसा या गिफ्ट बांटा जा रहा है तो बस, फोटो खीच कर चुनाव आयोग को भेजना भर है. इस से लोकेशन ट्रेस हो जाएगी और 100 मिनट के भीतर टीम भेज कर चुनाव आयोग शिकायत का निराकरण करेगा.

चुनाव आयोग ने खास व्यवस्था की है कि अपने प्रत्याशी के बारे में भी वोटर्स मोबाइल पर देख सकते हैं. जिस का क्रिमिनल रिकौर्ड है, उसे 3 बार न्यूजपेपर, टीवी में सूचना देना पड़ेगा. पौलिटिकल पार्टी को बताना होगा कि उसे दूसरा कैंडिडेट क्यों नहीं मिला. 85 साल से ज्यादा उम्र वाले जितने वोटर हैं और जो दिव्यांग वोटर्स हैं उन के वोट घर में जा कर लिए जाएंगे. नौमिनेशन से पहले उन के घर फौर्म पहुंचा जाएंगे. इस बार पूरे देश में यह व्यवस्था एकसाथ लागू की जा रही है.

पुरुषों से ज्यादा महिला मतदाता

12 राज्यों में एक हजार से ऊपर महिला पुरुष का अनुपात है. यहां महिला मतदाता की संख्या पुरुषों से ज्यादा है. 1.89 करोड़ नए मतदाता में से 85 लाख महिलाएं हैं. जिस किसी की उम्र 1 जनवरी, 2024 को 18 साल नहीं हुई थी उस का भी नाम एडवांस लिस्ट में लिया गया है. 13.4 लाख एडवांस एप्लिकेशन आई हैं. 5 लाख से ज्यादा लोग 1 अप्रैल से पहले वोटर बन जाएंगे.

1.82 करोड़ मतदाता पहली बार वोट डालेंगे. कुल 96.8 करोड़ मतदाता हैं. 49.7 करोड़ पुरुष, 47 करोड़ महिला मतदाता हैं. 18-29 साल के 19.74 करोड़ मतदाता हैं. 88.4 लाख लोग दिव्यांग हैं. 82 लाख लोग 85 साल से ऊपर हैं. 2.18 लाख 100 साल से ज्यादा उम्र के हैं. 48 हजार ट्रांसजैंडर्स हैं. मतदान की समुचित व्यवस्था के लिए 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन, 1.5 करोड़ पोलिंग अफसर, 55 लाख ईवीएम, 4 लाख वाहन की व्यवस्था की गई है.

67 दिन आईपीएल बढ़ाएगा रोमांच

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने आईपीएल 2024 के शुरुआती 21 मैचों का शैड्यूल जारी कर दिया है. आईपीएल की शुरुआत 22 मार्च को चेन्नई से होगी. टूर्नामैंट का उद्घाटन मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स और रौयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच होगा. शुरुआती 17 दिनों के दौरान रौयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, दिल्ली कैपिटल्स और गुजरात टाइटन्स की टीम सब से ज्यादा 5-5 मैच खेलेंगी. वहीं चेन्नई सुपर किंग्स, सनराइजर्स हैदराबाद, मुंबई इंडियंस, राजस्थान रौयल्स, लखनऊ सुपर जायंट्स और पंजाब किंग्स को चारचार मैच खेलने को मिलेंगे. जबकि कोलकाता नाइट राइडर्स सिर्फ 3 मैचों में भाग लेगी.

ऋषभ पंत की दिल्ली कैपिटल्स अपने शुरुआती घरेलू मुकाबले वाइजैग में ही खेलेगी. वहीं बाकी टीमों के घरेलू मैच उन के होम ग्राउंड्स पर होने वाले हैं. लोकसभा चुनाव के चलते दिल्ली में मुकाबले नहीं रखे गए हैं. बीसीसीआई की ओर से बताया गया है कि लोकसभा चुनावों से संबंधित सभी आवश्यक प्रोटोकौल और निर्देशों का पालन करते हुए वह सरकार और सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिल कर काम करेगा.

आईपीएल 2024 भी आईपीएल के 2023 सीजन की तरह होगा और इस में 74 मैच खेले जाएंगे. पिछली बार 60 दिन तक आईपीएल चला था, लेकिन इस बार का आईपीएल 67 दिनों तक चल सकता है. आम चुनाव के कारण आईपीएल के शैड्यूल में एक सप्ताह का विस्तार होने की संभावना है. 2019 में जब देश में लोकसभा चुनाव हुए थे, तब भी इसी तरह का कार्यक्रम बनाया गया था. आईपीएल फाइनल 26 मई को खेले जाने की संभावना है. मतगणना 4 जून को होगी. इस तरह से लोकसभा चुनाव और आईपीएल करीबकरीब साथ चलेंगे.

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