महामारी के बाद की दुनिया में हेल्थ इंश्योरेंस के प्रति बढ़ती जागरूकता ने व्यक्तिगत उत्पादों की मांग को भी बढ़ाया है. जिसकी वजह से इंश्योरेंस कंपनिया अब लगातार खुद को विकसित कर रही हैं और ऐसी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को लेकर आईं है जो पॉलिसीधारकों की आधुनिक जरूरतों के अनुसार लाभ प्रदान करती है.

सिद्धार्थ सिंघल, बिजनेस हेड-हेल्थ इंश्योरेंस, पॉलिसीबाजार डॉट कॉम का कहना है-

व्यक्तिगत उत्पादों और ऐड-ऑन के आने के साथ, हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी की कुछ श्रेणियों में बदलाव आया है. मैटरनिटी इंश्योरेंस एक ऐसी श्रेणी है जो पहले उपभोक्ता के लिए बाद की बात हुआ करती थी लेकिन अब, बढ़ती जरूरतों और मांगों को पूरा करने के लिए इंश्योरेसं कंपनियों द्वारा इसका दायरा बढ़ा दिया गया है.

मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस

पॉलिसीबाजार डॉट कॉम में हेल्थ इंश्योरेंस के बिजनेस हेड, सिद्धार्थ सिंघल ने कहा “परिवार नियोजन बहुत ही आवश्यक है इसके अंतर्गत परिवार बढ़ाने से लेकर बच्चे के जन्म के बाद के खर्चों को ध्यान में रखकर सभी फैसले लिए जाते है. आज के समय में, विशेष रूप से मेट्रो शहरों में, शिशु के सुरक्षित जन्म और स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित करने के लिए बहुत सारी योजनाएं बनानी पड़ती हैं. कुछ मामलों में, दंपत्ति को माता-पिता बनने की यात्रा शुरू करने से पहले आईवीएफ या उपचार के अन्य कोर्स के लिए जाने की सलाह दी जा सकती है. लेकिन इसमें बहुत सारा पैसा खर्च हो सकता है. यहीं पर मैटरनिटी बेनिफिट के साथ हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी मदद कर सकती है. आजकल, कई इंश्योरेंस कंपनियों के पास विशेष योजनाएं होती हैं जो मैटरनिटी से जुड़े से जुड़ी सभी खर्चों को कवर करती हैं.”

हेल्थ इंश्योरेसं पॉलिसी में आधुनिक लाभ

व्यापक कवरेज: कुछ साल पहले, मैटरनिटी इंश्योरेंस कवरेज बच्चे के जन्म के साथ शुरू और समाप्त हो जाता था. वे केवल बच्चे के जन्म से संबंधित खर्चों को कवर करते थे. हालांकि, मां की स्वास्थ्य देखभाल इससे कहीं अधिक होती है. इसलिए, नए जमाने की मैटरनिटी योजनाओं अब बहुत अधिक व्यापक हो गई हैं और अब इसमें डिलीवरी से पहले और डिलीवरी के बाद का परामर्श और सहायक प्रक्रियाएं भी शामिल होती हैं. इसके अलावा, यह योजनाएं न केवल मां को कवर करती हैं, बल्कि नवजात शिशु से संबंधित 90 दिनों तक के मेडिकल खर्चों को भी कवर करते हैं, जिसके बाद बच्चे को पॉलिसी में जोड़ा जा सकता है. इनमें नवजात शिशु के टीकाकरण का खर्च भी शामिल है, जो काफी अधिक हो सकता है. यहां तक   कि गर्भवती मां के लिए टीके भी इसमें शामिल हैं.

वेटिंग पीरियड में कमी: पहले, दंपत्ति को मैटरनिटी कवरेज का पात्र होने के लिए 2 से 4 साल के वेटिंग पीरियड प्रतीक्षा से गुजरना पड़ता था. लेकिन आधुनिक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी अब न्यूनतम नौ महीने का वेटिंग पीरियड प्रदान करती हैं. इससे भी बेहतर, कुछ न्यू ऐज पॉलिसी ऐसी सुविधा भी प्रदान करती हैं, जिसमे पति/पत्नी के द्वारा सर्व किए गए वेटिंग पीरियड को पहले दिन से मैटरनिटी कवरेज प्राप्त करने के लिए ट्रांसफर किया जा सकता है.

व्यापक कवरेज दायरा: एक और चुनौती जिसका दम्पत्तियों को सामना करना पड़ता था वह है मातृत्व योजनाओं द्वारा प्रदान किया जाने वाला सीमित कवरेज. हालांकि, आजकल ऐसी योजनाएं हैं जो पॉलिसीधारकों को क्लेम न करने पर मैटरनिटी इंश्योरेंस राशि को अगले साल तक ले जाने की अनुमति देती हैं. पॉलिसी के आधार पर कैरी-फॉरवर्ड बेनिफिट एक निश्चित संख्या में वर्षों तक, अधिकतम 10 वर्षों तक सीमित है. उदाहरण के लिए, अगर पॉलिसी 20,000 रुपये का मैटरनिटी बेनिफिट प्रदान करती है और अगर 10 सालों तक कोई मैटरिनिटी क्लेम नहीं किया गया है, तो हर क्लेम फ्री ईयर के लिए 20,000 रुपये जोड़कर कुल मैटरनिटी कवर बढ़कर 2.2 लाख रुपये हो जाएगा.

इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप परिवार नियोजन के लिए इंतजार न करें बल्कि जल्द से जल्द इंश्योरेंस पॉलिसी लेने पर विचार करें ताकि आपकी इंश्योरेंस राशि बढ़ती रहे. इसके अलावा, कवर किए गए वेटिंग पीरियड को अपने जीवनसाथी को देने में सक्षम होने के लाभ के साथ, जो लोग विवाहित नहीं हैं वे भी इस योजना को चुन सकते हैं और पूरी अवधि के लिए मैटरनिटी इंश्योरेंस राशि जमा कर सकते हैं.

मैटरनिटी की अलग-अलग यात्राओं को कवर करना: अलग-अलग महिलाओं के लिए उनका मैटरनिटी सफर अलग-अलग होता है. इसे पहचानते हुए, आजकल कई इंश्योरेंस पॉलिसी असिस्टीड रिप्रोडक्टिव ट्रीटमेंट्स और इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) जैसे बांझपन के उपचार के लिए कवरेज प्रदान करती हैं. इसके अलावा, सरोगेसी के मामले में, दंपत्ति के अलावा, जिनके स्वास्थ्य को हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के अंतर्गत कवर किया गया है, उनके अलावा सरोगेट माताओं की सरोगेसी और डिलीवरी को भी कवर किया जाएगा. साथ ही जो लोग बच्चा गोद लेना चाहते हैं, उनके लिए ये योजनाएं कानूनी रूप से गोद लेने की प्रक्रिया से संबंधित सभी खर्चों के लिए वित्तीय सुरक्षा भी प्रदान करती हैं. और अगर किसी मेडिकल परेशानी की वजह से गर्भावस्था को समाप्त करना पड़ता है, तो उससे संबंधित खर्चों को भी पॉलिसी के अंतर्गत कवर किया जाता है.

इसलिए, यह कहना उचित है कि ये योजनाएं मैटरनिटी से जुड़ी आपकी सभी जरूरतों को कवर करती हैं, जिससे साफ पता चलता है कि लोग इन पॉलिसीयों में निवेश करना जारी रखेंगे.

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