Yo Yo Honey Singh Untold Story : म्यूजिक इंडस्ट्री के जाने माने चेहरे ”यो यो हनी सिंह” एक बार फिर कमबैक कर रहे हैं. पिछले काफी समय से उन्होंने न तो कोई हिट गाना दिया है और ना ही वो सार्वजनिक तौर दिखाई दिए. लेकिन अब एक बार फिर वो अपना जलवा बिखेरने के लिए पूरी तरह से तैयार है. इस बार वो ‘हनी सिंह 3.0’ के तौर पर वापसी कर रहे हैं.

हालांकि इस बीच ‘रैपर हनी सिंह’ के गाने की चर्चा के अलावा उनसे जुड़ी निगेटिव खबरों ने ज्यादा सुर्खियां बनाई थी. कहा जा रहा था कि ‘हनी सिंह’ किसी बड़ी बीमारी का शिकार हो गए है. साथ ही उनकी पर्सनल लाइफ में भी कई दिक्कतें चल रही थी. वहीं अब मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में रैपर ने अपने बारे में उड़ रही सभी अफवाहों पर खुलकर बात की है.

रैपर- बचपन से था गाने का शौक

इंटरव्यू में ”हनी सिंह” ने सबसे पहले बताया कि, ”म्यूजिक का शौक उन्हें बचपन से ही था. स्कूल में उन्होंने सबसे पहले तबला बजाया था, जिसके बाद साल 1999 से उन्होंने हिपहॉप सुनना शुरू किया. इसके अलावा वो एआर रहमान के गाने भी सुना करते थे. फिर उनकी रुचि ‘इंटरनेशनल हिपहॉप’ को सुनने में भी बढ़ने लगी. फिर उन्हें कुछ ऐसा ही करने का ख्याल आया, जिसके लिए उन्होंने आईटी ली. जिससे वह बीट बना सके. इसके बाद वर्ष 2003 में सबसे पहले उन्होंने ‘अंडरग्राउंड रैपर्स’ के लिए बीट बनाई और फिर 2005 में ‘अशोक मस्ती’ के साथ गाना कंपोज किया. उस गाने का नाम था ‘खड़के गलासी…’ जो कुछ ही समय में सुपरहिट हो गया था.”

हनी सिंह को इस गाने से मिली पहचान 

इसके आगे उन्होंने बताया कि, ”फिर साल 2007 में वह पंजाब शिफ्ट हो गए थे. जहां उन्होंने गाने लिखने के साथ-साथ उन्हें बनाना और एलबम डिजाइन करना भी शुरू किया. फिर कुछ ही सालों में वह पंजाब में स्टार बन गए. लेकिन बाकी राज्यों में उन्हें अभी भी पहचान नहीं मिली थी. इसी बीच उन्होंने अपना पहला गाना ‘ब्राउन रंग’ लॉन्च किया. जो सुपरहिट रहा. इसके बाद उन्होंने एक से बढ़कर एक कई गाने दिए.”

पंचाब में क्यों जलाए गए थे हनी के पुतले ?

वहीं इस बीच पंजाब में उनके पुतले जलाने की खबर वायरल हो गई. जिस पर बात करते हुए हनी सिंह ने कहा, “जब मेरे डोप-शोप जैसे गाने रिलीज हुए तो तब लोगों ने पंजाब में मेरे पुतले जलाए. लेकिन मैंने उन्हें तवज्जो नहीं दी, क्योंकि मेरे फैंस तब भी मेरे साथ खड़े थे. बस मुट्ठीभर कुछ लोग ही मेरा विरोध कर रहे थे, जिससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ा.”

‘ड्रग एक्डिक्ट’ जैसे सवालों पर क्या बोले रैपर ?

इसके अलावा उनके ”ड्रग एडिक्ट” होने जैसे आरोपों पर हनी सिंह ने कहा, ‘अगर मैं वास्तव में ड्रग एडिक्ट होता, तो मुझे इतना प्यार करने वाले मेरे फैंस, रिश्तों के रूप में कैसे मिलते ?’ वहीं ‘डिप्रेशन और एंक्ज़ाइटी’ वाली खबरों पर भी ”हनी सिंह” ने अपनी बात रखी. उन्होंने बताया कि, ”उन्हें ‘बाइपोलर डिसऑर्डर विद साइकोटिक सिमपटम्स’ हो गया था. जो डिप्रेशन या एंक्ज़ाइटी से भी ज्यादा घातक बीमारी है.”

आपको बता दें कि, उन्हें अपनी इस बीमारी का झटका सबसे पहले अमेरिका में एक शो के दौरान लगा था. जब वह स्टेज पर गाना गा रहे थे तो तब अचानक से उनकी तबियत खराब हो गई. उनकी हालात इतनी बिगड़ गई थी कि वो चलता शो छोड़कर जाने पर मजबूर हो गए थे. वहीं इस बीमारी से उभरने के लिए उन्हें पांच सालों का लंबा समय लग गया.

‘हनी सिंह 3.0’ वर्जन का ख्याल कैसे आया ?

इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि, ”इन पांच सालों में लोगों ने उनके बारे में कई बातें फैलाई लेकिन किसी को भी सच्चाई के बारे में नहीं पता था. बीते 5 सालों से मैं मीडिया से पूरी तरह से दूर थे. फैंस मेरी एक झलक देखने के लिए तरस गए थे. बहरहाल इस मुश्किल घड़ी में मेरे परिवार वालों, मेरे दोस्त और मेरे फैंस मेरे साथ खड़े थे. इसलिए मैं दोबारा अपने पैरों पर खड़े होने की कोशिश कर रहा हूं और इसी वजह से मैंने ‘हनी सिंह 3.0’ वर्जन के बारे में सोचा.

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