ईरान की राजधानी तेहरान में जन्मी और जरमनी में पलीबढ़ीं एलनाज नौरोजी बहुमुखी प्रतिभा की धनी कलाकार हैं. मशहूर अंतर्राष्ट्रीय मौडल, डांसर, गायक, अभिनेत्री व निर्माता भी हैं वे. उन्होंने स्कूली शिक्षा के साथसाथ 14 साल की उम्र में अपना मौडलिंग का कैरियर शुरू कर दिया था. बचपन से ही बौलीवुड फिल्मों का हिस्सा बनने की तमन्ना उन्हें भारत खींच लाई.

उन का मानना है कि उन के पूर्वज भारतीय थे. उन्होंने न्यूयौर्क फिल्म अकादमी से अभिनय का कोर्स भी किया है. वे बर्लिन और लंदन मर्सिडीज बेंज फैशन वीक में ह्यूगो बौस के लिए रैंप वाक करने के साथ ही डायर और लैकोस्टे जैसे तकरीबन 100 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय ब्रैंडों के लिए मौडलिंग कर चुकी हैं.

यों तो बतौर अभिनेत्री उन की पहली फिल्म 2017 में प्रदर्शित पाकिस्तानी फिल्म ‘मान जाओ ना’ थी. उस के बाद पंजाबी फिल्म ‘खिदो खुंडी‘ में उन्होंने अभिनय किया. ‘हैलो चार्ली’ व ‘जुग जुग जियो’ के अलावा गुरु रंधावा के साथ ‘मेड इन इंडिया‘ और टोनी कक्कड़ के साथ ‘नागिन जैसे कमर हिला’ जैसे म्यूजिक वीडियो भी किए.

2018 में नैटफ्लिक्स इंडिया की वैब सीरीज ‘सैक्रेड गेम्स’ में नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ काम कर वे चर्चा में आईं. इस के बाद वे कुणाल खेमू के साथ जी5 की वैब सीरीज ‘अभय’ में नजर आईं तो वहीं वे हौलीवुड फिल्म ‘कंधार’ में गेरार्ड बटलर के साथ काम कर चुकी हैं. बहुप्रतिभा की धनी एलनाज नौरोजी ने मुक्ता पत्रिका के साथ बातचीत की.

आप डांसर, निर्देशक, निर्माता और अभिनेत्री हैं. आप आगे चल कर किस क्षेत्र में खुद को स्थापित करना चाहती हैं?

सच कहूं तो मुझे भी यकीन नहीं होता कि मैं इतना सबकुछ कर सकती हूं. वैसे, मु?ो खुद को किसी एक क्षेत्र में बांध कर रखना पसंद नहीं. मेरी इच्छा अभिनेत्री बनना था. 14 वर्ष की उम्र से मैं ने मौडलिंग करनी शुरू की. इंटरनैशनल मौडल के रूप में मैं ने कई देशों की यात्रा की. मैं हर काम को पूरी ईमानदारी, लगन व मेहनत के साथ करती हूं. मुझे पता है कि मैं अच्छी नृत्य निर्देशक नहीं हूं, इसलिए ‘लाला लव’ के म्यूजिक वीडियो के लिए नृत्य निर्देशक प्रिंस गुप्ता की सेवाएं लीं. प्रिंस ने ‘काला शा काला…’ को भी कोरियोग्राफ किया है, इसलिए मुझे उन के साथ काम करना अच्छा लगा.

आप बचपन से ही अभिनय को कैरियर बनाना चाहती थीं?

जी हां, मुझे बचपन से ही ऐक्टर बनना था. मैं बौलीवुड फिल्में देखते हुए बड़ी हुई हूं, इसीलिए मैं ने बौलीवुड में अपना कैरियर बनाना चाहा.

आप ने ईरानी फिल्मों में अभिनय करने के बजाय बौलीवुड का रुख क्यों किया?

बौलीवुड से जुड़ना तो मेरा बचपन से सपना रहा है. मेरे मातापिता ‘शोले’ जैसी फिल्मों के शौकीन रहे हैं.
आप गैरबौलीवुड पृष्ठभूमि से हैं,

इस वजह से क्या आप को ज्यादा संघर्ष करना पड़ा?

आप भी इस बात से अच्छी तरह से वाकिफ हैं कि अगर आप बौलीवुड से नहीं हैं तो आप के लिए कितनी मुश्किल होती है. मुझे भी तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ा. हमें तो फिल्म के लिए औडिशन देने का अवसर भी नहीं मिलता. फिल्म सीधे स्टारपुत्रों के पास पहुंच जाती है पर मु?ो कभी भी संघर्ष करने से परहेज नहीं रहा. मेरी पहचान वैब सीरीज ‘सैक्रेड गेम्स’ से बनी, जिसे काफी लोग बौलीवुड का हिस्सा नहीं मानते हैं. मैं ने हिंदी फिल्म ‘हैलो चार्ली’ व ‘जुग जुग जियो’ के अलावा गुरु रंधावा के साथ म्यूजिक वीडियो

‘मेड इन इंडिया‘ भी किया है. आप ने अंतर्राष्ट्रीय फिल्म ‘कंधार‘ में अली जफर व स्कौटिश अभिनेता व फिल्म निर्माता गेरार्ड बटलर के साथ भी काम किया. इस फिल्म में गेरार्ड ने टौम हैरिस की भूमिका निभाई है, क्या कहना चाहेंगी?

फिल्म ‘कंधार’ में मैं ने शीना असादी का किरदार निभाया है. इस से अधिक नहीं बता सकती. इस फिल्म में गेरार्ड बटलर के साथ काम करना जादुई अनुभव रहा. वे निर्माता व सहकलाकार के रूप में भी बहुत मजेदार हैं. ‘कंधार‘ में अभिनय करना मेरे लिए एक ऐसा अनुभव है जिसे मैं कभी नहीं भूल सकती.
वैसे भी मुझे गेरार्ड की फिल्में देखना पसंद हैं. मु?ो उन की ‘टुमारो नेवर डाइज‘, ‘टेल औफ द ममी‘, ‘टाइमलाइन’ फिल्में बहुत पसंद हैं. मैं एक किशोरी के रूप में उन पर क्रश करती थी. कंधार के सैट पर वे किसी भी चीज का मजाक उड़ाने में सक्षम थे. वे अपनी कला के अलावा जीवन को ले कर ज्यादा गंभीर नहीं हैं.

वैसे इस फिल्म में गेरार्ड बटलर के साथ ही नवीद नेगहबान, अली फजल, बहादोर फौलादी, ट्रैविस फीमेल भी हैं. ‘कंधार’ अति रोमांचक फिल्म है. यह अमेरिका में प्रदर्शित हो चुकी है, जहां इसे काफी अच्छा रिस्पौंस मिला. कुछ दिनों पहले मुंबई में भी इस फिल्म को कुछ लोगों ने देखा और अली के साथ ही मेरे काम की भी तारीफ की. मेरा मानना है कि सही समय पर सही जगह पर होना हम कलाकारों के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है.

बौलीवुड व हौलीवुड में काम करने में क्या अंतर महसूस किया?

हौलीवुड की कार्यशैली सब से जुदा है. यह एक पुराना, व्यावसायिक उद्योग है. मैं ने एक ईरानी निर्देशक, एक बौलीवुड निर्देशक और एक जरमन निर्देशक के साथ भी काम किया है. लेकिन हौलीवुड के निर्देशक रोमन वाग इन सभी से बेहद अलग लगे.

आप का गाना ‘ला ला लव…’ 10 मिलियन से अधिक बार देखा गया. इस पर क्या कहना चाहेंगी?

हम ने इस गाने को कोविड से पहले रिकौर्ड किया था पर कोविड के वक्त हम ने इसे रिलीज करने के बजाय रोक कर रखा. मैं ने सही समय का इंतजार किया. आखिरकार कुछ समय पहले हम ने इसे बिना किसी लेबल के स्वतंत्र रूप से जारी किया है. इसलिए यह मेरे लिए बहुत खास है. मैं ने इसे अपने दम पर रिलीज किया है. इसे अपनी आवाज में गाने के साथ ही मैं ने इस का निर्माण भी किया.

‘ला ला लव…’ गाने का विचार कैसे आया?

मैं एक बहुत जोशीला गाना चाहती थी. मसलन, क्लब सौंग या ग्रीष्मकालीन सौंग, जिसे सुन कर लोग नाचने पर मजबूर हो कर आनंद लें. वैसे तो आप भी जानते हैं कि मैं ने फिल्मों में कुछ गीत गाए और उन पर डांस भी किया है. फिल्म के सैट पर हमें नृत्य निर्देशक के आदेश का पालन करना होता है पर इस गाने के लिए मैं ने खुद ही सबकुछ किया है.

पिछले दिनों ईरान में जो कुछ घटा और जिस तरह से एक महिला महसा अमीनी की मौत हुई. उस पर क्या कहना चाहेंगी?

मैं पुलिसिया नैतिकता के खिलाफ हूं. पुलिस ने नैतिकता के बल पर उसे पीटपीट कर मार डाला. इस खबर से मेरे अंदर गुस्सा आया. ईरान में जुल्म का कोई अंत नहीं है. एलन मस्क ने हमारे लिए कुछ मदद की व्यवस्था की और कुछ मशहूर हस्तियों को हमारे लिए आवाज उठाते देखा, लेकिन यह पर्याप्त नहीं था.

जब मेरे देश के राष्ट्रपति को संयुक्त राष्ट्र में आमंत्रित किया गया तो मैं आश्चर्यचकित रह गई. संयुक्त राष्ट्र ने एक हत्यारे को क्यों आमंत्रित किया? उस वक्त मैं न्यूयौर्क जा कर उस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बनना चाहती थी लेकिन शूटिंग में व्यस्त होने के चलते मैं ऐसा न कर सकी.

आप किस तरह के किरदार निभाना चाहती हैं?

मैं चुनौतीपूर्ण और कई लेअर वाला किरदार निभाना चाहती हूं. एक ऐसा किरदार जो मधुर व्यक्ति के रूप में सामने आता है लेकिन फिर अचानक पता चलता है कि वह दोहरे व्यक्तित्व का है या वह कोई मानसिक रोगी है, एक ऐसा चरित्र जो आप के अंदर के अभिनेता को बाहर लाए.

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