सवाल

मैं 19 साल का एक लड़का हूं और  पढ़ाई में काफी अच्छा हूं. मेरे साथ दिक्कत यह है कि किसी अनजान के सामने मैं अपनी बात को ठीक ढंग से रख नहीं पाता हूं. सच कहूं, तो मेरी बोलती बंद हो जाती है. इस वजह से मेरे मन में हीनता का भाव रहता है.  मेरे दोस्त मुझे इस हीनता से बाहर निकालने के लिए काफी मदद करते हैं और उन के सामने मुझे लगता भी है कि भविष्य में यह समस्या नहीं होगी. पर जब मैं अकेला होता हूं, तो फिर वही ढाक के तीन पात वाली बात हो जाती है. मैं क्या करूं, आप कुछ सुझाव दें?

जवाब

आप में आत्मविश्वास की कमी है, जो बहुत बड़ी चिंता की बात नहीं. आप अपना ज्यादातर समय दोस्तों के साथ गुजारें और अकेले में आईने के सामने बोलने की प्रैक्टिस करें. हिम्मत कर के स्कूलकालेज की भाषण प्रतियोगिताओं में हिस्सा लें और एक बात खुद को समझाते रहें कि सारी दुनिया के लोग बेवकूफ हैं और सिर्फ आप पर ध्यान लगाए नहीं बैठे हैं.  जब भी आप को मौका मिले, बोलें जरूर. अनजान लोगों से बात करें. इस से भी आप के बोलने की समस्या हल होने में मदद मिलेगी. इस से भी अगर बात न बने, तो किसी माहिर मनोचिकित्सक से मशवरा लें.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz

सब्जेक्ट में लिखें- सरिता व्यक्तिगत समस्याएं/ personal problem 

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