आजकल के समय में लोग फाइनेंशियल प्लानिंग के बारे में सोचते तो हैं पर वे इसे लेकर बिल्कुल सुनिश्चित नहीं हैं. बहुत से लोगों ने समय के साथ संपत्ति बनाई है और अपनी क्षमताओं के मुताबिक इन्वेस्टिंग की दुनिया में आगे भी बढ़े हैं. लोगों को लाइफ के हर पड़ाव में पर्सनल फाइनेंस के बारे में जानना चाहिए?

1. मिडल ऐज वाले प्रोफेशनल्स को यह जानना चाहिए कि ह्यूमन ऐसेट पर रिटर्न के साथ जोखिम भी जुड़े होते हैं, जो उम्र के साथ बढ़ सकते हैं. रिटायरमेंट इस तरह का एक बड़ा जोखिम है, लेकिन इकनॉमिक साइकल्स के साथ नौकरी जाना, छंटनी और कम इंक्रिमेंट जैसे मुद्दे भी सामने आ सकते हैं.

कुछ प्रोफेशन समय बढ़ने के साथ अपनी साख के मुताबिक आपको आमदनी भी ज्यादा देते हैं, लेकिन कुछ अन्य उम्र बढ़ने पर आपके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं. अगर आप 40 साल के हैं, तो भविष्य के 50 वर्षों के लिए अपनी आमदनी का हकीकत के करीब रहते हुए अनुमान लगाएं.

2. यह देखें कि, लंबे समय में महंगाई कितना नुकसान पहुंचा सकती है. यह याद रखना चाहिए कि ‘सुरक्षित माना जाने वाला बैंक डिपॉजिट आपको फिक्स्ड और फ्लैट इंटरेस्ट इनकम देता है, जबकि खर्च महंगाई की दर के साथ बढ़ते रहते हैं’. इसे आप इस तरह से समझ सकते हैं कि अगर अनुमानित इनफ्लेशन रेट 7 से 8 फीसदी है, तो आपके खर्चे 9 से 10 वर्षों में दोगुने हो जाएंगे. इसका मतलब है कि नुकसान से बचने के लिए ये हर 10 साल में दोगुना हो जाना चाहिए. इस समस्या से निपटने के केवल दो ही रास्ते हैं.

पहला, जिन वर्षों में आपकी आमदनी खर्चों से ज्यादा है, तो जितना अधिक हो सके, बचत करें.

और दूसरा, बचत को ऐसी जगह इन्वेस्ट करें, जहां आपको कम से कम इनफ्लेशन रेट, जितना रिटर्न मिले. 50 साल का होने पर जब आपके पास घर और कार मौजूद है तो आपको अपनी इनकम का 50 फीसदी बचाना चाहिए.

3. अपने ऐसेट्स को देखें और उन्हें भविष्य के इस्तेमाल के लिए ऐलोकेट करें. अगर आपके पास एक घर है, जिसमें आप रहते हैं और कुछ डिपॉजिट, शेयर्स और म्यूचुअल फंड्स हैं, तो इन्हें अपनी जरूरतों के मुताबिक मैप कर लें. घर से आपका भविष्य में किराए पर खर्च बचेगा. अन्य ऐसेट्स आपके बच्चे की हायर एजुकेशन और शादी, आपके इंटरनैशनल ट्रैवल प्लान, रेग्युलर इनकम कम होने पर इन्वेस्टमेंट इनकम की जरूरत और अपने बच्चों के लिए ऐसेट्स छोड़ने के काम आएंगे. यह तय कर लें कि आपके पास कौन से ऐसेट्स हैं और उनका इस्तेमाल करने की आपकी क्या योजना है.

4. अपने इन्वेस्टमेंट को तीन हिस्सों में बांटें. कोर पोर्टफोलियो की जरूरत आपको अपनी जीवन के दौरान होगी और इसका एकमात्र मकसद आपकी जरूरतें पूरी करने का है. अगर इस पोर्टफोलियो में नुकसान होता है तो आपकी नींद उड़ जानी चाहिए.

इनफ्लेशन के साथ अजस्टेड अपने खर्चों का अनुमान लगाने के बाद यह पक्का करें कि इस खर्च को पूरा करने वाले फंड इसी पोर्टफोलियो में रखे जाएं. आपका घर, गोल्ड, पीपीएफ, पीएफ, बैंक डिपॉजिट, सेविंग सर्टिफिकेट्स और प्रत्येक अन्य सुरक्षित ऐसेट इसमें होना चाहिए.

5. अगर आपको ऐसी इनकम की जरूरत है, जो इनफ्लेशन के साथ बढ़े, तो यह कंपोनेंट हर 10 साल में दोगुना हो जाना चाहिए. यह सुरक्षित और इनकम जेनरेट करने वाला होने की वजह से वैल्यू में नहीं बढ़ेगा. आपको अपने जीवन के दौरान इनमें इन्वेस्ट करना होगा. इसी वजह से आपको वेल्थ पोर्टफोलियो की जरूरत होती है.

यह आपका रिस्की पोर्टफोलियो होता है. इसे उन ऐसेट्स में इन्वेस्ट करें, जिनकी वैल्यू समय के साथ बढ़े, लेकिन शॉर्ट टर्म में यह वोलेटाइल हो सकता है. शेयर्स, म्यूचुअल फंड्स और सेकंड प्रॉपर्टी इसमें शामिल हो सकती है. इस पोर्टफोलियो के बिना आपका कोर पोर्टफोलियो इनफ्लेशन से लड़ने में संघर्ष करता नजर आएगा.

6. अगर आपको पीपीएफ में 8 फीसदी रिटर्न 15 वर्ष के अवधि में मिल रहा है, तो इक्विटी कंपोनेंट से आपको अपना पैसा ज्यादा समय तक बरकरार रखने और केवल पीपीएफ पर निर्भर रहने की स्थिति से कम बचत करने में मदद मिलेगी.

7. इसके अलावा आपका फैंसी पोर्टफोलियो है. इसमें कुछ ऐसी चीजें हो सकती हैं, जिनमें रिस्क ज्यादा है, जैसे इक्विटी, डेरिवेटिव और कमोडिटी ट्रेडिंग, प्राइवेट इक्विटी और आर्ट. इनमें लगाई जाने वाली रकम इस बात पर निर्भर करेगी कि आप अन्य दो कंपोनेंट के लिए कितनी रकम निकालते हैं.

8. अपने जीवन के प्रत्येक 10 वर्षों के लिए योजना बनाएं. 40 वर्ष का होने पर ऊपर बताई गई बातों पर ध्यान दें और यह समीक्षा करें कि आपके पास क्या है. 50 वर्ष का होने तक अपनी इनकम को मैप करें.

यह देखें कि आप क्या बचा रहे हैं और ज्यादा बचत करें. अपने उधार को कम करें या खत्म कर दें. ऐसे ऐसेट्स बनाएं, जो कम से कम आपके मौजूदा खर्च को आपके 50 वर्ष का होने तक कवर करें. जो भी अतिरिक्त हो, उसे वेल्थ पोर्टफोलियो में इन्वेस्ट करें.

9. अगर आप 40 की उम्र में अच्छा कर रहे हैं तो आप पाएंगे कि आपके कोर ऐसेट्स नौकरी जाने की स्थिति में आपकी सुरक्षा करेंगे और आपके वेल्थ ऐसेट्स के पास वैल्यू में ग्रोथ के लिए काफी समय होगा.

10. जब आप 50 वर्ष के हो जाएं तो वेल्थ पोर्टफोलियो को और बढ़ाएं. 60 वर्ष के बाद से अपना लाइफस्टाइल बरकरार रखने के लिए वेल्थ से कोर पोर्टफोलियो में ट्रांसफर करते रहें. अगर इसके बाद भी अतिरिक्त पैसा बचता है, तो आप उससे मजे कर सकते हैं.

70 वर्ष का होने पर अपने वेल्थ पोर्टफोलियो का आकलन करें और जिसकी आपको जरूरत नहीं है, उसे किसी को दिया जा सकता है. 80 वर्ष तक आपके कोर एक्सपेंस घट जाएंगे और आप अपनी सभी वेल्थ को अपने कोर पोर्टफोलियो में ट्रांसफर कर अच्छा जीवन जीने में सक्षम होंगे.

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