भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले दिनों नोटबंदी के बाद महंगाई बढ़ने की आशंका जताई थी और डिजिटल लेन देन पर भी बल दिया था. केंद्रीय बैंक ने जानकारी देते हुए कहा कि नोटबंदी का असर फरवरी के मध्य से ही कम होना शुरू हो गया था. केंद्रीय बैंक ने अपने आकलन में कहा कि नोटबंदी के बाद डिजिटल भुगतान में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, लेकिन अब भी इसका आधार काफी छोटा है. बैंकों के कर्ता-धर्ता के ऐसे बयान से यह अटकले लगाई जा रही हैं कि जल्द ही आम आदमी पर महंगाई की मार पड़ सकती है.

आंकड़ों और दिन-प्रतिदिन बढ़ते खर्चों से भविष्य की प्लैनिंग कर पाना मुश्किल होता जा रहा है. रोजमर्रा के खर्चे ही नहीं निकल पाते, ऐसे में भविष्य के लिए बचत की भी जाए तो कैसे की जाए. पर आप कुछ तरीकों से महंगाई की मार से बच सकते हैं.

इन टिप्स से आप आसानी से महंगाई की मार से बच सकते हैं-

1. बढ़ाएं अपनी बचत की राशि

एक दायरे में रहकर खर्च करने की आदत डालें. अगर आपने लोन ले रखा तब तो ऐसा करना और भी ज्यादा जरूरी है. 8-9 घंटे की कड़ी मेहनत की कमाई को बेवजह जाया न करें. अगर आपको बचत करने में दिक्कत आती है तो एक बजट बना लें और उसका सक्ति से पालन करें. जितना जल्दी संभव हो अपने पुराने सारे लोन चुका दें और अपने एकाउंट्स को ऑर्गेनाइज करें. रिटायरमेंट प्लैनिंग भी शुरु कर दें क्योंकि कल किसी ने नहीं देखा है.

2. बढ़ाएं अपने निवेश का दायरा 

एक निवेश पोर्टफोलियो का निर्माण करें और दो के जोड़े में करें ताकि वह एक दूसरे से जुड़े रहें. अर्थव्यवस्था में किसी भी तरह के असंतुलन के समय दो निवेश एक दूसरे के साथ संतुलन बनाएं रखेंगी. यह तरीका आपके निवेश को महंगाई के असर से भी बचाकर रखेगा.

3. अलग-अलग आय के स्रोतों का करें निर्माण 

आपकी नौकरी आपके आज और कल को संभालने के लिए उपयुक्त नहीं है. कल क्या होगा किसी को नहीं पता, यानि की आपकी नौकरी और सैलरी दोनों का कोई भरोसा नहीं है. अगर आप अपनी नौकरी से बहुत खुश व संतुष्ट हैं तब भी आप अतिरिक्‍त आय स्रोत का रास्‍ता जरूर अपनायें, ऐसा आप किसी तरह का कंसल्टिंग या फिर ऑनलाइन काम के जरिये कर सकते हैं.

4. अपना इमरजेंसी फंड तैयार करें

अपने निवेश को महंगाई के असर से बचाने के लिए आप एक इमरजेंसी फंड तैयार करें. इस फंड में तीन माह के खर्च के बराबर राशि होनी चाहिए. अगर अपने अच्छे समय में आप यह फंड तैयार नहीं करते तो बुरे दिनों में आपको कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. अपने पुराने खर्चों में से कुछ कटौती और बचत के जरिये इसे तैयार करना ज्यादा आसान है. मंदी के दौर में आपको लोन मिलने में भी दिक्कतें आ सकती हैं.

5. भविष्य के बारे में सोचें

हमेशा भविष्य को ध्यान में रखकर निवेश करें. निवेश और बचत हमेशा भविष्य को ध्यान में रख कर करें. अलग अलग जगह निवेश करना एक बेहतर विकल्प है. मंदी कुछ दिनों के लिए ही होती है. अपने निवेश को मंदी से बचाने के लिए हमेशा लंबी अवधि के बारे में सोचकर निवेश करें.

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