बच्चों की परीक्षा का समय यानी बच्चो के साथ मांओं के लिए भी तनाव का समय. इन दिनों मांओं को बच्चों की परीक्षा के साथ साथ उनकी सेहत की चिंता ज्यादा सताती है क्योंकि तनाव के चक्कर में बच्चों की सेहत बिगड़ जाती है. ऐसे में इन दिनों में तनाव कम करने के लिए बच्चों के खानपान और लाइफस्टाइल में क्या बदलाव करें जिस से बच्चे इन दिनों एक्टिव और उत्साहित रहें बता रही हैं, डाईटिशियन शिल्पा ठाकुर .
खानपान हो सही
परीक्षा के दिनों में खानपान सही रहने से बच्चो का दिमाग शांत और एक्टिव रहता है और उनका पढ़ाई में भी मन लगता है. इन दिनों में बच्चों को ब्रेकफास्ट में कुछ है हेल्दी खाने को दें. जैंसे- ओट्स, उपमा, इडली आदि. इनमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जिससे लगातार ग्लूकोज की सप्लाई होती रहती है. इसके अलावा इस समय उनको कुछ ऐसा खाना दें जिसे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़े और परीक्षा के दौरान बच्चे बीमार न पड़ें. जिस दिन परीक्षा हो और बच्चे का मन कुछ खाने का न हो तो उसे प्रोटीन शेक या स्मू्दी पिला कर परीक्षा देने के लिए भेजें. परीक्षा के दिनों में खानपान सही रहने से बच्चो का दिमाग शांत और एक्टिव रहता है और उनका पढ़ाई में भी मन लगता है. एक्जाम के दिन बच्चे को मैदे से बनी चीज़ें जैसे, कुकीज़, पिज़्ज़ा या बर्गर आदि ना खिलाएं. जंक फ़ूड खाने से बच्चे को आलस आएगा और और वह परीक्षा में अपना ध्यान नहीं लगा पायेगा.
डीहाइड्रेशन से बचाएं
इन दिनों बच्चे तनाव के कारण पानी कम पीते हैं और उन्हें डीहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है और इस कारण वे एकाग्र हो कर पढ़ाई नहीं कर पाते. इसलिए एग्जाम के दौरान उन्हें ताजे फलों का जूस, नींबू पानी, छाछ या ग्रीन टी पीने को दें.
व्यायाम है ज़रूरी
पूरे टाइम एक ही जगह बैठ कर पढने से बच्चा बोर जाता है इसके लिए ज़रूरी है कि वह बीच बीच में ब्रेक ले और थोड़ी देर के लिए बाहर टहलने जाए या अपनी पसंद का कुछ काम जैसे मनपसंद संगीत सुने ऐसा करने से उसका मूड रिफ्रेश हो जाएगा और वह दोबारा पढाई में मन लगा सकेगा.
नींद हो पूरी
बच्चे परीक्षा के दौरान अच्छा प्रदर्शन करें इसके लिए बच्चो के लिए पूरी नींद लेना भी बहुत ज़रूरी होता है. नींद पूरी न होने के कारण बच्चे का दिमाग एकाग्र नहीं रह पायेगा और उसका पढाई में मन नहीं लगेगा. इसके लिए ज़रूरी है कि बच्चे रात को समय से सो जाएँ ताकि वे समय पर उठ सकें.
गेजेट्स से रहें दूर
परीक्षा के दिनों में ध्यान रखें कि बच्चे मोबाइल का इस्तेमाल न करें इससे उनका ध्यान बंटता है और समय भी बर्बाद होता है.