भारत और इंग्लैंड के बीच बंगलुरु में हुए तीसरे टी20 मैच में सुरेश रैना की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी भारत की जीत में अहम भूमिका रही. भारत ने तीसरा मैच जीतकर 2-1 से टी20 सीरीज भी अपने नाम की.
यह मैच सुरेश रैना के लिए खास रहा. इसमें उन्होंने करीब सात साल बाद अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच में अर्धशतक लगाया. इस दौरान रैना ने पांच गगनचुंबी छक्के भी जड़े. हालांकि स्टैंड में गिरे उनके एक छक्के से एक बच्चा घायल भी हो गया. इस छक्के ने मैच देखने आए बच्चे को अस्पताल पहुंचा दिया.
रैना का यह छक्का मैच देख रहे एक 6 साल के बच्चे की जांघ पर जाकर लगा. हालांकि बच्चे को मामूली चोट लगी थी और सामान्य उपचार के बाद उसे जल्द ही अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया. उस बच्चे में मैच देखने की कुछ ऐसी ललक थी कि इलाज के बाद वह फिर से दर्शक दीर्घा में पहुंचा और मैच का लुत्फ लिया.
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि किसी क्रिकेट मैच में ऐसी घटना हुई हो. अप्रैल, 2012 में भी रॉयल चैलेंजर्स बंगलुरु और पुणे वारियर्स के बीच मैच के दौरान क्रिस गेल के शॉट पर 10 साल की बच्ची के चेहरे पर गेंद जा लगी थी और वह जख्मी हो गई थी.
दरअसल, इस मैच में सुरेश रैना ने अपने टी-20 करियर का चौथा अर्धशतक जमाया और उन्होंने 45 गेंदों पर 63 रनों की पारी खेली. इस पारी में रैना ने दो चौके और 5 छक्के लगाए. उन्होंने अपने 50 रन केवल 39 बॉल पर पूरे किए थे.
दिलचस्प बात यह है कि रैना ने करीब सात साल बाद भारत के लिए टी-20 मैच में अर्धशतक जमाया. इससे पहले रैना ने जून 2010 में जिम्बाब्वे के खिलाफ फिफ्टी जमाई थी.
भारत से मिले 203 रनों के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड टीम 16.1 ओवरों में 127 रन बनाकर ढेर हो गई. इंग्लैंड के आखिरी आठ विकेट आठ रन के अंदर गिरे. चहल को 'मैन ऑफ द मैच' और 'मैन ऑफ सीरीज' दोनों अवार्ड मिले. चहल ने अपने चार ओवरों के कोटे में 25 रन देकर छह विकेट चटकाए.
इसके साथ ही इंग्लैंड के खिलाफ यादगार प्रदर्शन करने वाले अंतर्राष्ट्रीय टी-20 में युजवेंद्र किसी एक पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज बन गए. इस मामले में वह दुनिया में तीसरे स्थान पर रहे. उनसे आगे सिर्फ श्रीलंका के अजंता मेंडिस ही हैं.
अंतर्राष्ट्रीय टी-20 में किसी एक पारी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकॉर्ड अजंता मेंडिस के नाम है, जो उन्होंने दो बार किया है. मेंडिस ने सितंबर, 2012 में जिम्बाब्वे के खिलाफ आठ रन देकर छह विकेट लिए थे. इससे पहले अगस्त, 2011 में मेंडिस ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 16 रन देकर छह विकेट लिए थे.
भारत की इस जीत के साथ ही विराट कोहली ने कप्तान के रूप में एक नया रिकॉर्ड बना लिया है. विराट कोहली भारत के ऐसे पहले कप्तान बन गए हैं जिन्होंने कप्तानी संभालते ही तीनों फार्मेट की सीरीजों पर कब्जा जमाया है. विराट की कप्तानी में भारत ने पांच टेस्ट मैचों की सीरीज 4-0 और वनडे सीरीज 2-1 से जीतने के बाद ट्वेंटी-20 सीरीज पर 2-1 से कब्जा जमाया है.
भारत ने इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ कोई भी ट्वेंटी-20 सीरीज नहीं जीती थी. दोनों टीमों के बीच इसके पहले चार ट्वेंटी-20 सीरीज में तीन सीरीज इंग्लैंड ने जीती थी जबकि एक सीरीज ड्रॉ रही थी. इस जीत के साथ विराट की कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ ट्वेंटी-20 सीरीज में पहली जीत का नया रिकॉर्ड भी जुड़ गया है.