‘आशिकी 2’ से चर्चित होने वाली अभिनेत्री श्रद्धा कपूर आज शीर्ष अभिनेत्रियों में मानी जाती हैं. वह हर फिल्म को कामयाब देखना चाहती हैं पर कई बार उनकी सोच और फिल्म का चयन गलत हो जाता है. वह हर फिल्म को चुनौती समझती हैं और उसे करने में अपनी पूरी मेहनत लगाती हैं. इन दिनों वह ‘रॉक ऑन 2’ के प्रमोशन पर हैं. बहुत ही सहज अंदाज में वह सामने आईं, आइये जाने क्या कहा श्रद्धा ने अपनी बातचीत में.
प्र. इस फिल्म के ज़रिये आप एक गायिका के रूप में उभर रही हैं, कितनी खुश हैं?
यह अचानक हुआ कि मुझे एक सिंगर की भूमिका मिली. चरित्र और स्क्रिप्ट की मांग थी कि मैं फिल्म के सारे गाने खुद गाऊं. वह मैंने गाए. इसके अलावा मेरा सपना भी था, क्योंकि मैंने पहली फिल्म रॉक ऑन अपने माता-पिता और भाई के साथ देखी थी. उस समय फ़िल्मी अंदाज़ में कहा था कि इसके सीक्वल में मैं ही काम करुंगी. पिता ने कहा था कि ठीक है अगर बनी तो तुम काम करना. वैसा ही हुआ और मैं बहुत खुश हूं.
प्र. फरहान के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
फरहान एक अच्छे कलाकार हैं, उनके साथ काम करने का अच्छा अनुभव रहा. उनके साथ काम करते हुए बहुत सारी अभिनय की बारीकियां मैंने सीखी हैं.
प्र. इस फिल्म को करने के लिए क्या-क्या तैयारियां की हैं?
मैंने कई लाइव शो देखे. उसमें कैसे लोग गाना गाते हैं, उसे समझने की कोशिश की. मैंने ‘फरहान लाइव शो’ में फरहान की परफोर्मेंस देखी थी. स्टेज पर वे जिस तरह से परफॉर्म करते हैं वह देखने लायक था. पूरी भीड़ को वे बहुत ही आसानी से अपने साथ जोड़ लेते हैं. इसके अलावा ‘समंथा एड्वोर्ड’ जो एक वोकल कोच हैं उनके साथ ट्रेनिंग ली. बहुत सारी ब्रीदिंग एक्सरसाइज की. मेरी आवाज में थोड़ा ‘बेस’ आ गया है. इसके अलावा मैं ‘बियोंसे’ की लाइव परफोर्मेंस करते देखना चाहती हूं. मैंने उनकी जितनी भी वीडियोज देखी है, वह कमाल की है.
प्र. गाने का शौक आपको कैसे पैदा हुआ?
बचपन में मैंने अपने दादाजी पंढरीनाथ कोल्हापुरे से थोड़ी ट्रेनिग ली थी. लेकिन मुझे अधिक समय नहीं मिला, क्योंकि वे अब नहीं रहे. इसके अलावा मेरी मां बहुत अच्छा गाती है. मेरी इन्फ्लुएंस लता मंगेशकर भी है. मेरी दोनों मासी गाती हैं. इसलिए कही न कही संगीत से जुड़ाव रहा है.
प्र. अपनी अब तक की यात्रा को कैसे देखती हैं?
अब तक मैंने 7 फिल्में की हैं और ‘रॉक ऑन 2’ मेरी आठवीं फिल्म है. ’तीन पत्ती’ और ‘लव का द एंड’ अधिक नहीं चली. कई बार आप नहीं समझ सकते हैं कि फिल्म सफल होगी या नहीं. कहानी ठीक होते हुए भी फिल्म दर्शकों को प्रभावित नहीं करती. मैं फिल्म करते वक़्त पहले स्क्रिप्ट पढ़ती हूं और अगर अंदर से लगे कि यह फिल्म करनी है, तो मै कर लेती हूं. मैं अपनी लाइफ में केवल फिल्में ही करती हूं. मैं परिवार के साथ रहना अधिक पसंद करती हूं, इसके अलावा मैं अधिक बाहर नहीं जाती. सुबह जल्दी उठती हूं, रात को जल्दी सो जाती हूं. इस साल मैंने 4 फिल्मों के लिए शूटिंग पूरी की है, अगले साल भी कई रिलीज हैं तो मैं उसमें व्यस्त हूं. ये मेरे लिए एक अच्छा फेज है.
प्र. आपने हर फिल्म में अलग भूमिका निभाई है, कुछ और अलग करने की इच्छा रखती हैं?
मेरे लिए स्क्रिप्ट सबसे जरुरी है. किसी भी तरह के फिल्म की अगर स्क्रिप्ट अच्छी हो, तो मैं काम करना चाहूंगी. एक अच्छी कहानी बताने के लिए आवश्यक है एक अच्छी स्क्रिप्ट का होना. इसके बाद निर्देशक का नाम आता है.
प्र. आपकी दोस्ती अलिया भट्ट और परिणिति चोपड़ा से है, इंडस्ट्री में ये दोस्ती रियल है या फ़िल्मी?
दोस्ती हमेशा अच्छी होती है. इंडस्ट्री में लड़कियों में दोस्ती अधिक होती है. ये गलत ‘इम्प्रैशन’ है कि लड़कियां झगड़ती है. जब हम मिलते है तो अच्छी बातचीत करते हैं. मेरे बचपन का दोस्त वरुण धवन है.
प्र. काम के अलावा कुछ चैरिटी करती हैं?
मेरी इच्छा है कि मैं थोड़ा समय निकालकर जरुरतमंदों के लिए काम करुं. इससे आपको संतुष्टि मिलती है. मेरे परिवार ने मुझे सबकुछ दिया है और मुझे भी उन्हें कुछ हद तक लौटाने की जरुरत है. ‘गिविंग’ से मन को ख़ुशी मिलती है. समय मिले तो खाना देना चाहूंगी, क्योंकि हमारे देश में काफी लोग भूख से तड़पते हैं. इसका समाधान होना जरुरी है.
प्र. आप अपने आप को कैसे एक्सप्लेन करेंगी?
मैं एक जिज्ञासु लड़की हूं. हर चीज को जानने की इच्छा होती है.
प्र. क्या ‘स्टारडम’ के लिए कुछ खोना पड़ा?
मुझे कुछ खोना नहीं पड़ा. घर में मैं आम लड़की की तरह हूं और पहले की तरह वही सारी हरकते करती हूं. हम चार मिलकर खूब शोरगुल मचाते हैं.
प्र. आपका नाम फरहान के साथ जुड़ा, ऐसी बातें आपको कितना परेशान करती हैं?
मुझे पता नहीं ये अफवाह कहां से आती है. जबकि इसमें कुछ भी सच्चाई नहीं. हम मेहनत से काम करते हैं. मीडिया को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए. उनकी वजह से हमें सफाई देनी पड़ती है. में सिंगल हूं और फिल्मों से रोमांस कर रही हूं.