टीम इंडिया की नई ‘रन मशीन’ विराट कोहली हर मैच के साथ नए रिकॉर्ड बनाते जा रहे हैं. बीते 16 अक्‍टूबर को न्‍यूजीलैंड के खिलाफ उन्‍होंने 85 रनों की नाबाद पारी खेली, तो 27 साल के इस क्रिकेटर ने एक बात और पुख्‍ता कर दी. वह यह कि रनों का पीछा करते वक्‍त कोहली कुछ अलग टेंपरामेंट से बल्‍लेबाजी करते हैं.

अब अपने दम पर टीम इंडिया को जीत की तरफ ले जाते विराट कोहली को देखकर आश्‍चर्य नहीं होता. आंकड़े भी उन्‍हीं का साथ देते हैं. भारतीय क्रिकेट टीम ने रनों का पीछा करते हुए जो 61 मैच जीते हैं, उनमें खेलते हुए विराट कोहली ने 86.15 के औसत से रन बनाए हैं.

यही नहीं, इन मैचों में उन्‍होंने 13 शतक भी जड़े. ऐसे में अगर यह कहा जाए कि वह रनों का पीछा करने के मामले में माइकल बेवन और एमएस धोनी से बेहतर हैं, तो गलत नहीं होगा. जब बेवन और धोनी ने कई मैचों की सूरत बदली है, कोहली ने अपनी ‘क्‍लास’ बरकरार रखी है. 2008 में डेब्‍यू करने के बाद, कोहली ने हर पायदान पर अपना लोहा मनवाया है. वनडे में खासतौर पर उनका प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है.

सफल मैचों में खेलते हुए धोनी का औसत 102.08 और बेवन का औसत 86.05 है, लेकिन कोहली लगातार अच्‍छा प्रदर्शन कर आगे निकल रहे हैं. कई मौकों पर तो उन्‍हें पूरी पारी को अपने कंधों पर धोना पड़ता है. टेस्‍ट टीम का कप्‍तान बनने के लिए विराट कोहली थोड़े गंभीर जरूर हुए हैं, लेकिन खेल के प्रति उनका एग्रेशन उसी तरह बरकरार है. खुद धोनी इस बात को मानते हैं कि अब वे कोहली से सलाह लेने लगे हैं.

बीते दिनों धोनी ने कहा था, ”मैं कोहली से पहले से ही सलाह लेने लगा हूं. यदि आप किसी मैच को देखेंगे तो आपको लगेगा कि मैं उससे ज्‍यादा बात करता हूं क्‍योंकि किसी बात को लेकर दो लोगों के बयान अलग तरह के होंगे.” कोहली के भीतर अभी सालों का क्रिकेट बाकी है, ऐसे में उम्‍मीद है कि वे रिकॉर्ड्स तोड़ना जारी रखेंगे.

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