उत्तर प्रदेश की राजनीति में अचानक रावण का महत्व बढ़ गया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी कहा है कि वह भी दशहरा मे रावण वध करेंगे. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ‘यूपी 100‘ के कार्यक्रम में यह बात कही. वैसे तो उनकी इस बात के कई मायने निकाले जा रहे हैं, पर मुख्यमंत्री अपराध के रावण का मारने पर ही जोर दे रहे हैं. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने डायल 100 की जगह पर ‘यूपी 100’ की शुरुआत की. अखिलेश सरकार का प्रयास है कि कोई भी 100 नम्बर मिलाये तो 15 से 20 मिनट में उसे पुलिस की सहायता हासिल हो जाये. उत्तर प्रदेश के विधानसभा के नये लोकभवन में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ‘यूपी 100’ की शुरुआत की.

मुख्यसचिव राहुल भटनागर ने कहा कि ‘यूपी 100’ के लिये पैसे की कमी नहीं आने दी जायेगी.1600 करोड रुपये से यह योजना पूरी हो रही है. इसमें 5 हजार गाड़ियों का नेटवर्क होगा. इसमें 700 इनोवा, 2500 बोलेरो, 1600 टू व्हीलर को शामिल किया गया है. ‘यूपी 100’ मोबाइल एप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है. यह मुफ्त होगा. एप पर आपातकालीन संपर्क के लिये अधिकतम 5 मोबाइल नम्बर रजिस्टर हो सकते हैं. आपात स्थित में उपभोक्ता द्वारा रजिस्टर नम्बरों पर एसएमएस भेजा जा सकेगा. एप पर 5 स्थान रजिस्टर हो सकेंगे. मुसीबत के समय ‘यूपी 100’ से संपर्क करने पर यह लोकेशन स्वतः नजर आने लगेगी. जिन लोगों के रिश्तेदार उत्तर प्रदेश में रहते हैं तो उनकी मदद के लिये इस एप का प्रयोग कर सकते है.

विधानसभा चुनाव में अपराध एक अहम मुद्दा है. अपराध के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी की सबसे अधिक आलोचना होती है. जेल में बंद अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि को सपा का टिकट मिलने से राजनीति के अपराधीकरण की बात तेज हो गई है. ऐसे में अपनी सरकार की स्वच्छ छवि को बनाये रखने के लिये अखिलेश यादव जनता के बीच पुलिस का भरोसा बढ़ाने की कोशिश में लगे हैं. ‘यूपी 100’ का संचालन बेहतर तरीके से हो गया तो यह एक अच्छा कदम साबित हो सकता है. पुलिस जनता की बात सुनकर मुकदमा कायम कर ले, तो अपराध से काफी राहत मिल सकती है. जनता में अपनी सरकार का भरोसा बढ़ाने के लिये अखिलेश अपराध के रावण को मारने की बात कह रहे है.

अपराध के रावण के बहाने अखिलेश ने प्रधानमंत्री की लखनऊ यात्रा और रावण दहन के कार्यक्रम का राजनीति जवाब भी देने की कोशिश कर रहे है. वह यह बताना चाहते हैं कि रावण दहन में भी वह पीछे नहीं रहेंगे. चुनावी संग्राम में भाजपा जिस भी अस्त्र का प्रयोग करेगी वह उसका उसी अस्त्र से मुकाबला करेंगे.

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