इन दिनों अनिल कपूर कुछ ज्यादा ही परेशान नजर आ रहे हैं. अनिल कपूर की समझ में नहीं आ रहा है कि अब वह क्या करें? अनिल कपूर निर्मित और उनकी मुख्य भूमिका से सजे ‘‘कलर्स’’ चैनल पर प्रसारित हो रहे सीरियल ‘‘24’’ के दूसरे सीजन को दर्शकों ने एकदम से नकार दिया. अनिल कपूर का यह सीरियल इसी नाम के अमरीकन सीरियल का भारतीय संस्करण है. इसके पहले सीजन को जबरदस्त सफलता मिली थी. जिससे प्रेरित होकर अनिल कपूर इसका दूसरा सीजन पूरे अठारह माह बाद लेकर आए. मगर इस बार अनिल कपूर के सीरियल की बहुत दुर्गति हो रही है.

जबकि अनिल कपूर ने अपने इस सीरियल के लिए दर्शक जुटाने के लिए सारे प्रयास कर डाले. इस सीरियल के प्रचार के लिए अनिल कपूर ने कई स्टंट किए. वह मुंबई की लोकल ट्रेन में चढ़कर चलती ट्रेन से बाहर लटकते हुए नजर आए. ट्वीटर पर तस्वीरें डालीं. वह अपने इस सीरियल के प्रचार के लिए दुबई भी गए.

इसके अलावा वह ‘कलर्स’ चैनल के सीईओ राज नायक के साथ लंदन जाकर कुछ प्रेस काफ्रेंस करके वहां के पत्रकारों से अपने इस सीरियल के बारे में बातें करके आ गए. लेकिन वह इस सीरियल के दर्शक बढ़ाने के लिए इस देश से उस देश भाग रहे हैं या सोशल मीडिया का उपयोग कर रहे हैं, उतनी ही तेजी से उनके दर्शक कम होते जा रहे हैं. ‘बीएआरसी’ आंकड़ो के अनुसार 23 जुलाई को प्रसारित सीरयल ‘24’ के एपिसोड को तेरह लाख दर्शक मिले थे, जबकि 14 अगस्त को प्रसारित सीरियल ‘24’ के एपिसोड को महज छह लाख दर्शक मिले. अब तक के भारतीय टीवी के इतिहास में किसी भी सीरियल को इतने कम दर्शक नहीं मिले. मजेदार बात यह है कि 13 अगस्त को प्रसारित ‘झलक दिखला जा’ के एपिसोड को सत्ताइस लाख से अधिक दर्शक मिले. अब कहां 27 लाख और कहां 6 लाख.

अब एक तरफ ‘कलर्स’ चैनल की रचनात्मक टीम और अनिल कपूर के होश उड़े हुए है, उनकी समझ में नहीं आ रहा है कि वह किस तरह सीरियल ‘‘24’’ के दर्शकों की संख्या बढ़ाए. उधर टीवी इंडस्ट्री में तमाम लोग जश्न मना रहे हैं. सूत्रों की माने तो अब टीवी इंडस्ट्री के कई प्रोड्यूसर्स को अनिल कपूर पर तंज कसने का अवसर मिल गया है. टीवी इंडस्ट्री में यह चर्चा भी काफी जोरों पर है कि अनिल कपूर जितना समय व पैसा दुबई या लंदल जाकर वहां के पत्रकारों के साथ मिलने के लिए बर्बाद कर रहे है, वही समय यदि वह अपने सीरियल की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए रचनात्मक ढंग से सोचने पर खर्च करते,तो ज्यादा बेहतर होता.. काश अनिल कपूर सीरियल की गुणवत्ता को सुधारने के साथ ही भारतीय दर्शकों तक अपने इस सीरियल को पहुंचाने के लिए भारतीय पत्रकारों के साथ बैठकर गुफ्तगूं करते तो शायद स्थिति सुधर जाती. लेकिन भारतीय पत्रकारों से मिलने के लिए अनिल कपूर के पास समय का बड़ा अभाव है..उन्हें लगता है कि सोशल मीडिया व विदशों में जाकर वहां की मीडिया से बात करके जंग जीत लेंगे…खैर,हमारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं…

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