भोपाल के रूपेश ने बेंगलुरु की प्रभा से फेसबुक पर फ्रैंडशिप की. प्रभा रूपेश से काफी प्रभावित हुई. उस से मिलने वह भोपाल आई. प्रभा को देखते ही रूपेश उत्तेजित हो गया और उस ने कौफी में नशीला पदार्थ मिला कर प्रभा के साथ शारीरिक संबंध बना लिए और उस की फिल्म भी तैयार कर ली. अब फिल्म को नैट पर डालने की धमकी दे कर वह प्रभा के साथ कई दिन तक दुष्कर्म करता रहा. आखिर प्रभा किसी तरह वहां से भाग कर पुलिस स्टेशन पहुंची. उस ने पुलिस को सारी बातें बताईं. पुलिस ने रूपेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
जबलपुर की एक 43 साल की महिला ने 20 वर्षीय कालेज गर्ल बन कर फेसबुक पर अपना अकाउंट बनाया. उस ने युवकों को प्रभावित करने के लिए अपने फोटो के बजाय एक मौडल का फोटो लगा दिया. फोटो देख कर उस से फ्रैंडशिप करने वाले युवाओं की संख्या बढ़ने लगी. उस ने अपनी रोमांचक और मीठीमीठी बातों से मुजफ्फरनगर के विनीत को फंसा लिया. विनीत उस से प्यार करने लगा.
एक दिन विनीत अपनी प्रेमिका से मिलने जबलपुर पहुंच गया. जब उस ने अपनी प्रेमिका के रूप में एक अधेड़ उम्र की महिला को देखा तो वह आपा खो बैठा. उस ने न केवल महिला की गोली मार कर हत्या कर दी बल्कि खुद को भी गोली मार ली.
बुरहानपुर के इमानउल्लाह ने फेसबुक पर खुद को अविवाहित बता कर इंदौर की एक डाक्टर रजिया से फ्रैंडशिप कर उस से चैटिंग व डेटिंग की. इमानउल्लाह ने उसे अपनी बातों के जाल में फंसा कर प्यार के नाम पर न केवल उस के साथ बीसियों बार बलात्कार किया बल्कि उस से लाखों रुपए भी ऐंठे. यहां मध्य प्रदेश की 3 घटनाओं का उल्लेख किया गया है. पूरे देश में ऐसी अनेक घटनाएं आएदिन घट रही हैं. फ्रैंडशिप भले ही सोशल हो, पर अब लोगों के इरादे अनसोशल होने लगे हैं. सोशल नैटवर्क पर फ्रैंडशिप झूठ, धोखा और फरेब बन कर रह गई है. सोशल साइट पर फ्रैंड रिक्वैस्ट फिर फ्रैंडशिप, उस के बाद डेटिंग और बाद में किडनैपिंग, रेप, मर्डर जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं. इस की शिकार युवतियां ही नहीं युवक भी होते हैं. युवतियों के साथ छेड़छाड़, बलात्कार और धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं. युवतियां भी फेक प्रोफाइल और दूसरे का फोटो लगा कर युवकों को प्यार के जाल में फंसा कर अपना शिकार बना रही हैं. सोशल साइट्स जहां लोगों की लाइफ का हिस्सा बन गई हैं वहीं लोग इन का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं.
साइबर क्राइम ब्यूरो की एक रिपोर्ट के अनुसार पूरे देश में ऐसे गिरोह सक्रिय हैं, जो सोशल साइट्स के जरिए झूठी फ्रैंडशिप का नाटक करते हैं. ऐसे गिरोह के लोग काफी शातिर किस्म के होते हैं. वे वर्चुअल दुनिया की फ्रैंडशिप का ऐसा तानाबाना बुनते हैं कि पढ़ीलिखी युवतियां भी इन के झांसे में आसानी से आ जाती हैं और अपना सबकुछ लुटा कर पछताती हैं.
एक सर्वे के अनुसार सोशल साइट्स पर चैटिंग करने वालों में 65 फीसदी लोग फ्लर्ट के लिए, 40 फीसदी, कामोत्तेजक बातचीत तथा 30 फीसदी साइबर सैक्स के लिए लौगइन रहते हैं. सोशल नैटवर्क के इन अनसोशल धोखेबाजों के जाल में कोई भी फंस सकता है. यहां इन धोखेबाजों से बचने के कुछ उपाय बताए जा रहे हैं. इन पर ध्यान दें :
नैट चैटिंग
नैट चैटिंग के दौरान सावधान रहें. नैट पर आप जिस से चैटिंग कर रहे हैं वह आप के लिए पूरी तरह से अनजान है. वह आप से किसी भी तरह की बातें जैसे अश्लील कमैंट कर सकता है. आप को बातों में फंसा कर झूठे प्यार का नाटक कर सकता है. यदि आप उस के बहकावे में आ कर उस के प्रश्नों का उत्तर खुल कर दे रही हैं तो वह आप को अपनी गिरफ्त में ले सकता है. सावधान, आजकल ऐसे ऐप्स आ गए हैं जो आप के बेडरूम और बाथरूम तक में झांक कर आप को परेशानी में डाल सकते हैं. अनजान व्यक्ति से चैटिंग करते समय सजग रहने की जरूरत है.
वर्चुअल लव की हकीकत
प्यार करना अच्छी बात है, पर चैटिंग के वक्त किसी को दिल दे बैठना ठीक नहीं है. वैज्ञानिकों का मानना है कि यदि आप वर्चुअल लव करते हैं तो आप अपने व्यक्तित्व को पीछे छोड़ आते हैं. वर्चुअल लव असल में विकृत इच्छाओं और कुंठाओं को जाहिर करने का जरिया है. मनोवैज्ञानिक प्रोफैसर माइकल होम का कहना है, ‘‘वर्चुअल लव एक तरह का धोखा है. जिसे यह बीमारी लग जाती है, वह नैट पर अधिक समय बिताने लगता है. उसे पता ही नहीं चलता कि कब वह सिटिजन से नैटिजन हो गया है.’’
सैक्सटिंग
सोशल साइट्स पर सैक्सटिंग की प्रौब्लम भी काफी दिखाई दे रही है. सैक्सटिंग यानी सैक्सुअल टैक्स्ट या फोटोग्राफ मोबाइल, ईमेल, एमएमएस के जरिए सैक्सुअल, न्यूड और अश्लील फोटोग्राफ, मैसेज, वीडियो या औडियो भेजना. सैक्सटिंग किसी भी उम्र के लोग कर सकते हैं. अपने नैट फ्रैंड को क्लोज लाने के लिए सिर्फ युवक ही नहीं युवतियां भी इस का इस्तेमाल करती हैं. इस में इन्वौल्व होने पर ब्लैकमेलिंग का खतरा बढ़ जाता है.
एडवांस ऐप्स ऐंड टैक्नो
एक डिजिटल रोमियो कहीं बैठ कर भी एडवांस ऐप्स और टैक्नो के सहारे अपनी गर्लफ्रैंड के बैडरूम या बाथरूम में प्रवेश कर सकता है. इंदौर में बैठे एक युवक ने अपने कंप्यूटर में टोजोन प्रोग्राम के जरिए भोपाल की एक युवती का लैपटौप अपने कंट्रोल में ले लिया और उस की गंदी फिल्म बना ली. इस बात का पता उसे अपने मित्रों से चला जब उन्होंने बताया उस की गंदी फिल्म नैट पर अपलोड है. एडवांस ऐप्स के जरिए महिलाओं और युवतियों की निजी लाइफ में झांकने और सेंध लगाने का काम किया जा रहा है. टोजोन और मोर्फिन दोनों खतरनाक साइबर तकनीक मानी जाती हैं.
पर्सनल डाटा शेयर
उत्साह में आ कर कई युवकयुवतियां अपना पर्सनल डाटा शेयर कर देते हैं, जिस की वजह से कई बार वे बड़ी प्रौब्लम में फंस जाते हैं. सोशल नैटवर्किंग साइट पर आईडी बनाते समय अपना पर्सनल नंबर, पर्सनल जानकारी, फोटोग्राफ आदि किसी से चैट करते समय शेयर न करें. इस के मिसयूज के अधिक चांस रहते हैं, अपना कोई भी पासवर्ड शेयर न करें. अपना पासवर्ड समयसमय पर बदलते रहें.
रोजी बिंदास स्वभाव की युवती थी और खुद को खुली किताब की तरह पेश करती थी. उस ने अपना फेसबुक अकाउंट का पासवर्ड कई दोस्तों, यहां तक कि वर्चुअल बौयफ्रैंड को भी दे रखा था. एक दिन उस ने अपना अकाउंट खोला तो सिर पकड़ कर रह गई. उस की साइट पर ढेर सारी नग्न तसवीरें पोस्ट की गई थीं. यही नहीं उस की तसवीर के साथ छेड़छाड़ कर उसे भी अश्लील बना कर पोस्ट किया गया था. उस के किसी वर्चुअल फ्रैंड ने यह हरकत की थी. इसलिए कहा जाता है कि अपनी सोशल साइट का पासवर्ड भी किसी को न दें.
सर्च इंजन का इस्तेमाल
किसी भी चीज की जानकारी लेने के लिए सर्च इंजन पर सर्च करने से पहले उसे ठीक से देख लें. कहीं ऐसा न हो कि आप ऐसी साइट पर पहुंच जाएं जिसे देख कर आप को शर्मसार होना पड़े. ऐंटर दबाने से पहले टाइप किए शब्दों को अच्छे से मिला लें. स्पैलिंग की छोटी सी मिस्टेक पोर्न साइट के दर्शन करा सकती है.
फोटो अपलोड
सोशल साइट्स पर फोटो अपलोड करना बड़ा आसान है. जैसे ही मौका मिलता है लोग सैल्फी खींचते हैं और उसे अपलोड कर देते हैं. फोटो अपलोड होते ही उस की तकनीक से जुड़ी 50 से अधिक जानकारियां अपलोड हो जाती हैं. फोटो अपलोड करने से पहले उस का मेटाडाटा जरूर हटा दें. इसी मेटाडाटा के जरिए हैकर आप के कंप्यूटर या मोबाइल तक पहुंचता है. अपने प्रोफाइल पर ऐसे फोटो अपलोड न करें.
सोशल साइट्स काफी उपयोगी हैं, लेकिन इन पर होने वाली अनसोशल ऐक्टिविटीज इन की खासीयत को खत्म कर रही हैं. सोशल साइट्स पर अनसोशल लोगों के चंगुल से बचने के लिए उन पर अपने बारे में कम सूचनाएं दें. लंबा समय नैट पर न बिताएं, साइबर रिश्ते से बचें.
– सोशल साइट पर किसी को भी अपना पर्सनल नंबर न दें.
– साइबर रोमियो की इमोशनल बातों में आ कर अपनी पर्सनल जानकारी उस से शेयर न करें.
– सामने वाले की बातों पर कभी भी विश्वास न करें.
– सोशल साइट पर इश्क की गिरफ्त में आ कर अपने वास्तविक जीवन को न भुला दें.