Online Hindi Story : आज बेला सोच रही थी कि जिंदगी में कितनी कश्मकश है…एक प्रदीप है जो उससे बात नहीं करता है रिलेशन में होने के बावजूद और बेला को भी लगने लगा था कि शायद अब उसको अपनी जिंदगी में आगे बढ़ना चाहिए क्योंकि इस रिश्ते में कुछ भी नहीं रह गया है और प्रदीप उससे शादी भी नहीं करेगा….शायद इसलिए जब उसके औफिस में काम करने वाले राजेश ने बेला को प्रपोज किया और कहा कि वो उससे शादी करना चाहता है तो कुछ दिन सोचने के बाद बेला ने शादी के लिए हां कर दी थी. बेला ने अपनी दोस्त को सबकुछ बताया और उससे पूछा कि मैं क्या करूं बेला को उसकी दोस्त ने यही कहा कि बेला तुम अब इन सब प्यार- व्यार के झंझट से बाहर निकलो और लाइफ में आगे बढ़ो और अगर कमाने वाला एक ….वो इंग्लिश में कहते हैं न कि वेल सेटल्ड लड़का मिल रहा है तो उसे हां कर दो. ऐसे लड़के या रिश्ते बार-बार नहीं मिलते लेकिन…..बेला के मन में एक बात थी वो राजेश को जानती ही कितना थी जबकि प्रदीप के साथ उसका रिश्ता 4 सालों का था…
लेकिन बेला ने राजेश को हां करते वक्त कहा था कि वो शादी के लिए तैयार है लेकिन अब रिलेशन का झाम नहीं चाहिए जो होगा शादी के बाद होगा और इससे पहले वो नार्मल ही बात करेगी. अपनी जिंदगी में इन सारी कश्मकश से जूझ रही बेला बहुत तनाव में हो गई थी क्योंकि 4-5 दिन में प्रदीप भी कौल कर ही लेता था बेला को. बेला से प्रदीप की रोज बात न हो पाने के कारण जब राजेश जब बेला को फोन करता था तो बेला उससे बातें कर लेती थी और उसे अच्छा लगने लगा था.. लेकिन अपने पहले रिलेशन से निकलना बेला के लिए इतना आसान नहीं था. बेला नार्मल बातें करना चाहती थी राजेश से लेकिन राजेश उससे इतना प्यार करने लगा था कि प्यार भरी बातें ही करता था और बेला अभी उससे ऐसी बातें नहीं करना चाहती थी. ऐसा नहीं था कि राजेश को बेला के पहले रिलेशनशिप के बारे में पता नहीं था उसे सब पता था, लेकिन जब भी बेला उससे कहती की यार मैं अभी आपके साथ इतना नहीं खुल सकती तो राजेश कहता की उसे बुरा लगता है और उसकी फिलिंग हर्ट होती हैं. वो अपनी फिलिंग बता देता लेकिन जब भी बेला अपनी बातें बताती तो राजेश को लगता कि वो उसके सामने रिश्ते में शर्त रख रही है.
राजेश शायद नहीं समझ पा रहा था बेला स्थिति को उसने खुद भी कुछ शर्त रखी थी लेकिन उसे बस पता नहीं था कि उसने भी शर्त रखी है. हालांकि उसकी शर्त छोटी थी जो उसको सिर्फ बातें लग रही थीं…और इधर प्रदीप बेला को बिल्कुल भी समय नहीं दे रहा था इसलिए बेला उससे बिल्कुल दूर हो चुकी थी. बेला अब ये सोचने लगी थी कि जिंदगी में कितनी उलझनें हैं और कितनी कश्मकश है. वो सोचने लगी थी कि शायद अब वो किसी रिश्ते में नहीं रह पाएगी क्योंकि राजेश जब भी कुछ प्यार की बातें करता तो बेला कहती कि जो भी होगा शादी के बाद होगा और ये चीजें राजेश को बुरी लगती. राजेश बेला से कहता कि पता नहीं जिंदगी में आगे जिंदा रहूं ना रहूं, पता नहीं फ्यूचर में हालात कैसे होंगे? अभी जो जिंदगी है उसको जी लो….
बेला को फिर एक बार वही बात सुनने को मिली जो प्रदीप ने कह-कह कर उसके साथ चार साल बिता लिए थे और बेला तो शादी के सपने ही देखती रही. राजेश से तो बेला ने शादी के लिए हां कहा था ये सोचकर कि राजेश शादी करेगा क्योंकि राजेश ने कहा था की मैं तुम्हारे पापा से बात करूंगा,लेकिन एक बार फिर बेला उसी रिलेशनशिप के झाम में फसती हुई खुद को महसूस कर रही थी….और इस कश्मकश में फस चुकी थी…