उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ बदल रहा है. अच्छी बात यह है कि शहर के इस बदलाव में भी अवध का पुराना अतीत, नवाबी वास्तुशिल्प, रहन सहन, बातचीत और खानपान का लहजा पुराना ही है. लखनऊ शहर पर्यटन का बहुत बड़ा केन्द्र नहीं है. इसके बाद भी यहां बिजनेस करने वाले लोगों का आवागमन बढ़ रहा है. होटल उद्योग यहां पर तेजी से विस्तार लेता जा रहा है. होटल नोवाटेल इस क्रम में नई आमद है.

मेहराब लाजिस्टिक्स एंड एविएशन के डायरेक्टर अब्दुल हाइ खान ने बताया कि नोवाटेल विदेशी ब्रांड का होटल है. भारत में यह 14वां होटल है जो विदेशी ब्रांड का है. लखनऊ की कला और संस्कृति को ध्यान में रखकर इसे बनाया गया है. लखनऊ खाने में मशहूर कबाब, मुगलई डिश, कुल्फी सभी कुछ यहां नये अंदाज में दी जायेगी.

होटल के मैनेजर जय सिंह ने बताया कि होटल के अंदर आते ही आपको एक अलग तरह के लखनऊ से रूबरू होने का मौका मिलेगा. यहां आकर लगेगा कि हम फाइव स्टार कल्चर में होते हुये भी लखनऊ की नजाकत और नफासत के साथ हैं. होटल के कमरों से लेकर फर्नीचर और इंटीरियर को तैयार करते समय लखनवी अंदाज को सामने रखा गया है.

देखा जाये तो पर्यटकों के लिये लखनऊ का अपना अलग महत्व है. उत्तर प्रदेश घूमने आने वाले लोग लखनऊ आये बिना अपनी यात्रा को पूरा नहीं मानते. ऐसे में वह यहां जरूर आते हैं. लखनऊ भी विकास के नये दौर में सबके साथ चलते हुये अपने मेहमानों के स्वागत के लिये बदल रहा है. अब यहां पर चौड़ी सड़कें, अचछे होटल, परिवहन के अचछे साधन हैं. यहां के लोगों में स्वाभाविक रूप से मेहमान नवाजी है. जिसे पर्यटक बहुत पंसद करते हैं.

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